मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। चुनावी साल में अब मानसून की
तर्ज पर नेताओं की अस्थाएं और सिद्दांत तेजी से बदल रहे हैं। हालात यह हैं कि लगभग हर दिन कोई न कोई नेता अपने समर्थकों के साथ राजनैतिक बाना बदलते नजर आ जाता है। इस मामले में सिर्फ कांग्रेस व भाजपा के नेता ही नहीं बल्कि, कई क्षेत्रीय दलों के बड़े चेहरे तक शामिल हैं। यह वे नेता हैं, जिन्हें पता है कि उनकी पार्टी की तैयार हुई सूची में उनका नाम नहीं है या फिर उनके इलाके में उनके विरोधी नेता का पार्टी में महत्व बढ़ चुका है। यही वजह है कि पार्टी प्रत्याशी घोषित होने से ही पहले दलबदल का जोर दिखने लगा है। वैसे तो चुनाव के समय तो नेताओं की एक दल से दूसरे दल में आना जाना आम बात है, लेकिन मध्य प्रदेश में जो उथल-पुथल हो रही है वो खास है। अगर बात भाजपा की करें तो हाल ही में पूर्व आईएएस रहे कविंद्र कियावत और रघुवीर श्रीवास्तव सेवानिवृत्त होने के बाद अब भाजपाई बन चुके हैं। इसके अलावा पूर्व न्यायाधीश प्रकाश उईके और पूर्व एसडीओपी राम सिंह मेड़ा ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है। जबकि पूर्व आईएएस वेद प्रकाश और रविंद्र शर्मा भी भाजपा में शामिल होने वाले थे, लेकिन वे किसी कारणवश बीजेपी कार्यालय नहीं पहुंचे। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारियों के अनुभवों का भारतीय जनता पार्टी का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई और नेता- अधिकारीगण पार्टी की सदस्यता लेंगे। शर्मा ने कहा कि लोग हजारों की संख्या में बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में बीजेपी इतिहास बना रही है।
छिंदवाड़ा की बहने समेत कई नौजवानों ने बीजेपी के लिए सदस्यता ली। धार, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, अलीराजपुर के बड़ी संख्या में आदिवासी भाई बहनों ने बीजेपी को किया ज्वाइन किया है, वहीं पूर्व आईएएस वेद प्रकाश और रविंद्र शर्मा के बीजेपी कार्यालय में नहीं पहुंचने पर वीडी शर्मा का कहना है कि वो दोनों अफसर भी जल्द पार्टी ज्वाइन करेंगे। इस दौरान भाजपा में शामिल होने वालों में पूर्व आईएएस कविन्द्र कियावत के साथ पंधाना से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रही छाया मोरे भगवानपुरा के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश मुजाल्दे, पंधाना के युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जायसवाल, युवक कांग्रेस के पूर्व जिला महासचिव शेख इय्यान, युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष शैलेश राठौर, घाटा खेड़ी के मंडल अध्यक्ष रघुराज सिंह गौड़, पूर्व पार्षद प्रत्याशी सरफराज खान, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह राणावत, मंडला क्षेत्र के पूर्व न्यायाधीश प्रकाश उडक़े एवं सिहोरा के खिलाड़ी सिंह आर्मी के समर्थकों, सरदारपुर के पूर्व एसडीओपी रामसिंह मेड़ा, धार में युवा कांग्रेस की जिला उपाध्यक्ष आकांक्षा बघेल सहित 1200 से अधिक कांग्रेस और जयस के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता शामिल थे। उधर, श्रीमंत के जो समर्थक उनकी एक आवाज पर सत्तारूढ़ कांग्रेस का साथ छोड़ विपक्ष में बैठी बीजेपी के हो गए थे, अब वो एक बार फिर सत्तारूढ़ बीजेपी को छोडक़र विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े हो रहे हैं। मजे की बात ये है कि इस बार वे श्रीमंत के आहवान पर नहीं, बल्कि उनके खिलाफ जा रहे हैं। हाल ही में रघुराज सिंह धाकड़ ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस में वापसी कर ली। रघुराज शिवपुरी के कोलारस में धाकड़ समाज के बड़े नेता हैं और लगभग तीन दशकों तक वो कांग्रेस के कार्यकर्ता रहे हैं। लेकिन जब श्रीमंत ने कांग्रेस का साथ छोड़ा तो रघुराज भी उनके साथ चल दिए। अब भूल सुधार करते हुए रघुराज ने चंदेरी के जयपाल सिंह यादव और यदुराज सिंह यादव के साथ कांग्रेस में वापसी कर ली है। इसके पहले श्रीमंत के कद्दावर समर्थक माने जाने वाले बैजनाथ यादव और राकेश गुप्ता भी कांग्रेस में जा चुके हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके बैजनाथ पूरे लाव लश्कर के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। वहीं राकेश गुप्ता शिवपुरी में कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। बता दें कि उनके पिता सांवलदास गुप्ता शिवपुरी नगरपालिका के तीन बार अध्यक्ष रह चुके हैं। वो पारिवारिक कांग्रेसी कहलाते हैं।
बसपा व सपा नेता भी पीछे नहीं
बसपा की पहली लिस्ट जारी होने के बाद बगावत देखने को मिली है। बसपा और सपा के नेता कांग्रेस में शामिल हो गए है। 2018 में राजनगर के बसपा प्रत्याशी रहे विनोद पटेल और यूथ समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयपाल सिंह यादव ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली। दरअसल बसपा ने राजनगर विधानसभा से रामराज पटेल को उम्मीदवार बनाया है। विनोद पटेल को पिछले चुनाव में करीब 30 हजार वोट मिले थे। इस बार बसपा ने उनका टिकट काट दिया है। इसके अलावा यूथ समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयपाल सिंह यादव भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
यह प्रमुख नेता बदल चुके हैं दल
भाजपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं के नाम दीपक जोशी, कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह, यादवेंद्र सिंह यादव, बैजनाथ सिंह यादव, अंजुम रहबर , अवधेश नायक , राजकुमार धनोरा , राधेलाल बघेल है। इसी तरह से भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में कटनी महापौर प्रीति सूरी , विहिप नेता राजेश तिवारी , देवास जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया और उनके पति भेरूलाल, प्रमिला साधौ, रीवा जिले से विधायक रह चुके अभय मिश्रा , उनकी पूर्व विधायक पत्नी नीलम मिश्रा और पंधाना से कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं छाया मोरे के नाम शामिल हैं।