एक और ठेकेदार संगठन ने लगाया रिश्वत का आरोप

एक और ठेकेदार संगठन ने लगाया रिश्वत का आरोप .

प्रदेश में एक बार फिर से 50 फीसदी कमीशन मांगे जाने का एक पत्र सामने आया है। यह पत्र रीवा के पीयूष पांडे ने गोशाला पेटी कांन्ट्रेक्टर संगठन की ओर से हाईकोर्ट जबलपुर के चीफ जस्टिस को लिखा है। उन्होंने कहा कि वे खुद गोशाला निर्माण घोटाले के शिकार हुए हैं। उन्होंने इस मामले की शिकायत रीवा, एसपी, मुख्यमंत्री समेत पार्लियामेंट से की है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पांडे के पत्र का हवाला देते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, शिवराज सरकार के 50 प्रतिशत कमीशन राज के भ्रष्टाचार का घड़ा फूट चुका है। मैं माननीय न्यायालय से आग्रह करता हूं कि इस ठेकेदार के पत्र को संज्ञान में लें। जब ग्वालियर के ठेकेदार ने यही आरोप लगाया था तो सत्ता में बैठे लोगों ने मामले को दबा दिया था।

भारत से निर्यात गेहूं में 46त्न हिस्सेदारी अकेले मप्र की
देश से निर्यात हो रहे कुल गेहूं में 46 फीसदी की हिस्सेदारी अकेले मध्यप्रदेश की है। गेहूं के अलावा सोयाबीन निर्यात में मप्र देश का अव्वल राज्य बन गया है। मप्र का कुल एक्सपोर्ट कारोबार 65 हजार करोड़ जा पहुंचा है। इसमें सोयाबीन का एक्सपोर्ट 4190 करोड़ का है। भारत के संयुक्त व्यापार महानिदेशक सुविधा शाह ने यह जानकारी दी है। एक्सपोर्ट कॉन्क्लेव में शाह ने मप्र के कारोबारियों को बताया कि कैसे वह निर्यात शुरू कर सकते हैं, विदेशों में खरीदार कैसे खोज सकते हैं। प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव ने बताया कि मप्र सरकार ने आईटी पार्क के लिए भोपाल में 200 एकड़ और इंदौर में 112 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। जीएसटी के प्रधान मुख्य आयुक्त नवनीत गोयल ने निर्यातकों को जीएसटी के प्रावधानों की जानकारी दी।

छात्रों ने परीक्षा पास करने दी नकद रिश्वत
परीक्षा में पास होने के लिए छात्र अब कॉपी में रिश्वत रखकर भेजने लगे हैं। ताजा मामला राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यानी आरजीपीवी की बीफार्मा परीक्षा से जुड़ा हुआ है। यहां एक दर्जन स्टूडेंट ने परीक्षा में पास होने के लिए कॉपियों में 200 और 500 के नोट रखकर रिश्वत की पेशकश तक कर दी। बता दें कि आरजीपीवी में बीफार्मा की परीक्षाएं समाप्त हो चुकी हैं और अब मूल्यांकन का कार्य चल रहा है, जिसमें कॉपियों में से नोट निकल रहे हैं। छात्रों ने कापियों में रुपए लेकर उन्हें पास करने के लिए स्पष्ट रूप से लिखा है। एक विद्यार्थी ने तो गरीब होने के कारण सिर्फ 50 रुपये का नोट पास होने के लिए रखा है। मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों ने कापियों और उनमें रखे 2850 रुपए के नोटों को आरजीपीवी प्रबंधन के हवाले कर दिया है।

उमा का बयान फिर सुर्खियों में
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अपने बयान को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है। यह बयान उनके द्वारा दलबदलू नेताओं को लेकर दिया गया है। इसमें उनके द्वारा एक तरफ तो दल बदलने वाले नेताओं को सौदागर कहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से भाजपा में आए श्रीमंत का समर्थन किया है। उमा ने कहा है कि जो इस पार्टी से उस पार्टी में जाते हैं वो दरअसल नेता ही नहीं, सौदागर होते हैं। उन्होंने श्रीमंत के दल बदलने को लेकर कमलनाथ के ऊपर ठीकरा फोड़ा है। उन्होंने कहा है कि जैसे कांग्रेस ने श्रीमंत को बगावत करने को मजबूर कर दिया था, ठीक उसी तरह उनकी दादी विजयाराजे सिंधिया को भी बगावत के लिए कांग्रेस ने मजबूर कर दिया था। उमा ने श्रीमंत की बगावत को दलबदल से अलग विषय माना।