चुनावी घोषणा से पहले भाजपा तय कर देगी सभी प्रत्याशी

संगठन द्वारा लगातार की जा रही है कवायद.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। भोपाल। प्रदेश में तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक माह बाद चुनाव की तारीखों की घोषणा होना तय है। ऐसे में सभी राजनैतिक दलों में प्रत्याशी चयन के लिए मंथन का दौर जारी है। इस बीच भाजपा ने इस बार अपनी चुनावी रणनीति बदलते हुए तय किया है कि चुनावी तारीखों की घोषणा होने से पहले ही प्रदेश की सभी सीटों के प्रत्याशी तय कर उनके नामों की घोषणा कर दी जाए। इससे जहां भाजपा को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का मौका मिल जाएगा , वहीं पार्टी प्रत्याशियों को भी प्रचार के लिए पर्याप्त समय भी मिल सकेगा।
इस बार भाजपा प्रदेश में होने वाले चुनाव को लेकर अभी से एग्रेसिव मूड में नजर आ रही है। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि चुनावी रणनीति से लेकर डैमेज कंट्रोल तक के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। फिलहाल इस मामले में भाजपा द्वारा पहली सूची में 39 नामों की घोषणा कर कांग्रेस को पीछे छोड़ा जा चुका है। इसके साथ ही भाजपा ने यह भी संदेश दे दिया है कि वह हर मोर्चे पर कांग्रेस से आगे ही है। पार्टी सूत्रों की माने तो अब इसी सप्ताह में भाजपा की दूसरी सूची भी सामने आ जाएगी। जिसमें करीब पांच दर्जन नाम हो सकते हैं। इसके बाद पार्टी की योजना अगले पखवाड़े में तीसरी सूची जारी करने की तैयारी की जा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले तक कुछ सीटों को छोडक़र शेष सभी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर देगी। इसके पीछे पार्टी की रणनीति है कि कहीं भी यदि प्रत्याशियों को लेकर विवाद या विरोध है या उन्हें लेकर गुटबाजी होती है तो समय रहते उससे निपटा जा सके। गौरतलब है कि प्रत्याशियों के नामों की पहले घोषणा करने को लेकर कांग्रेस दावे ही करती रही है, उधर भाजपा द्वारा पहली सूची जारी की जा चुकी है।
विधायकों की रिपोर्ट 27 को मिलेगी
गौरतलब है कि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर चार राज्यों के 230 प्रवासी विधायक इन दिनों डेरा डाले हुए हैं। उनके द्वारा मैदानी हकीकत का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा वे चुनावी दृष्टि से सभी तरह की जरुरी जानकारी भी जुटा रहे हैं। इसमें चुनावी समीकरण से लेकर संभावित प्रत्याशियों के नामों तक की जानकारी है। इन विधायकों से मिलने वाले दावेदारों के नामों को सर्वे के आधार पर तैयार की गई सूची से मिलान कर नई सूची तैयार की जाएगी। जिसे बाद में केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में रखा जाएगा, जहां नामों पर सहमति होते ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
भोपाल में मंथन
जानकारी के अनुसार प्रदेश चुनाव की कमान संभालने वाले भाजपा नेता आकांक्षी (हारी हुई ) सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मंथन करेंगे। यह मंथन भोपाल में हो रहा है। इस मंथन के आधार पर भी एक सूची तैयार की जाएगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक 23 से 25 अगस्त के बीच भोपाल में भाजपा की चुनाव तैयारियों से जुड़ी कई बैठकें होंगी। इसके लिए केंद्रीय मंत्री और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, मप्र चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव आज फिर भोपाल में हैं।
भाजपा का पूरा फोकस आकांक्षी सीटों पर
दरअसल भाजपा का पूरा फोकस इस बार उन 103 विधानसभा सीटों पर बना हुआ है,जिन पर विपक्षी दलों के विधायक हैं। इनमें कई सीटें ऐसी हैं जिन पर बीते कई चुनाव से भाजपा को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि भाजपा ने हाल ही में जिन सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है उनमें यही हारी हुई सीटें ही हैं। इन्हें पार्टी ने आकांक्षी नाम दिया हुआ है।