भाजपा चुनावी सुपर एक्शन मोड पर… कांग्रेस बैठकों तक ही सीमित

मनीष द्विवेदी।मंगल भारत। बीते चुनाव के आए परिणामों से


सबक लेते हुए भाजपा ने चुनाव की घोषणा के पहले ही पार्टी को सुपर एक्शन मोड पर पर ला दिया है। इसके लिए अब पार्टी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा के लिए बेहद अहम माने जाने वाले हिंदी भाषी राज्यों में शामिल मप्र की पूरी चुनावी कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्वयं संभाल ली हैं। यही वजह है कि अब उनकी पूरी नजर प्रदेश में भाजपा की चुनावी गतिविधियों पर है। उनका लगातार प्रदेश के नेताओं से संपर्क बना हुआ है। इस दौरान वे लगातार जारी तैयारियों का पूरा फीडबैक लेते रहते हैं। इसके इतर अब भाजपा ने प्रदेश में एक बार फिर से कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखने का फैसला किया है, जिसके तहत भोपाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर को जन आर्शीवाद यात्रा का समापन होने पर पांच लाख कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान मतदान केंद्र प्रबंधन, पदाधिकारियों और चुनाव संचालकों का प्रशिक्षण, मतदान केंद्र प्रबंधन की दृष्टि से मतदान केंद्र पर गठित सभी टीमों की बैठकें तथा प्रत्येक रविवार को महा जनसंपर्क अभियान जैसे कार्यक्रम लगातार जारी रहेंगे। उधर, पार्टी अपने अब तक घोषित 39 प्रत्याशियों को चुनावी प्रशिक्षण भी दे चुकी है। यानि की पार्टी पूरी तरह से हर मामले में सक्रिय बने रहने पर जोर दे रही है। संगठन के पदाधिकारियों का प्रत्याशियों के लिए एक ही मंत्र दिया गया है कि कि एक-एक वोट कीमती है, इसको ध्यान में रखकर चुनाव प्रचार अभियान चलाएं। इसमें भी विेशष तौर पर प्रत्याशी विनम्रता से काम ले और सभी को साथ में लेकर चलने का पूरा प्रयास करे। पार्टी का मानना है कि आने वाले दिनों में कार्यकर्ताओं को मना लिया जाएगा। प्रत्याशी घोषित होने पर थोड़ी बहुत नाराज होना लाजमी है, क्योंकि एक-एक सीट पर दर्जन भर दावेदार टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार जिस तेजी और पैमाने पर काम हो रहा है उससे यह तय है कि पार्टी हारी हुई सीटों पर अपनी दूसरी सूची अगले पखवाड़े में घोषित कर सकती है। भाजपा के चुनाव अभियान की गति और तमाम कार्यक्रमों की वजह से अब चुनावी तैयारियों में कांग्रेस पिछड़ती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 2 सितंबर को होगी और इसी दिन 66 नाम को हरी झंडी दे दी जाएगी। कमलनाथ की कोशिश है कि कम से कम 100 सीटों पर सिंगल नाम 2 सितंबर तक तय कर लिए जाएं।
संघ भी कर रहा है चुनाव अभियान की मॉनिटरिंग
तीन माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की तैयारियों से लेकर हर कदम पर संघ की भी पूरी नजर बनी हुई है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के संगठन पुरुषों ने इंदौर में हुई संघ और भाजपा की समन्वय बैठक में लिए गए फैसलों पर अमल पर खासतौर पर लागू करने पर जोर दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश भाजपा का चुनाव अभियान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक ही लगातार निगरानी कर रहे हैं। इनमें प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव, राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्णकालिक कार्यकर्ता रह चुके हैं। डॉ मोहन भागवत इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक प्रदेश के 8 दौरे कर चुके हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में संघ के तीनों प्रांतों में दौरे किए हैं। उनका एक बार फिर से अगले माह मध्य प्रदेश में आने का कार्यक्रम है। डॉक्टर भागवत के मध्य प्रदेश के लगातार दौरे इस बात को दर्शाते हैं कि संघ का नेतृत्व मध्य प्रदेश को बहुत अधिक महत्व देता है।
तमाम केन्द्रीय नेताओं ने जमाया डेरा
भाजपा ने एक बार फिर से मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश का पूरा फोकस मध्यप्रदेश पर बना हुआ है। इसी के तहत ही उत्तर प्रदेश गुजरात और बिहार के 230 विधायकों को इन दिनों सभी विधानसभा सीटों पर फीडबैक के लिए प्रवास घूम कर फीडबैक लेने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बूथ विस्तारकों का और विधानसभा सहायकों को भी जल्दी ही प्रशिक्षण देकर चुनाव के काम में लगा दिया जाएगा। इसके साथ ही भाजपा अपने मंडल स्तर तक के पदाधिकारियों से कह चुकी है कि चुनाव के अंतिम 50 दिनों तक हुए पूर्णकालिक की तरह कम करें। सूत्रों का कहना है कि इस समय करीब 70000 कार्यकर्ता लगातार चुनाव अभियान में लगाए जा चुके हैं। इधर, संघ नेतृत्व भी मध्य प्रदेश को कितना महत्व देता है इससे ही समझा जा सकता है कि सितंबर में संघ के शीर्ष पदाधिकारी मध्य प्रदेश का प्रवास करने वाले हैं। संघ ने पहली बार अपने एक सह सरकार्यवाह डॉक्टर मनमोहन वैद्य को भोपाल स्थित क्षेत्रीय संघ कार्यालय समिधा में तैनात कर रखा है।
सामाजिक कामों का मिलेगा भाजपा को लाभ
संघ का शाखा कार्य विस्तार के अलावा संघ आदिवासियों के बीच डीलिस्टिंग आंदोलन, जल ग्रहण क्षेत्र बढ़ाने के लिए शिवगंगा जैसे अभियान, आदिवासियों को धार्मिक और सामाजिक, सांस्कृतिक पर्वों से जोड़ने का अभियान,आदिवासी युवाओं को रोजगार तथा उनकी शारीरिक क्षमता को देखते हुए क्रीडा इत्यादि गतिविधियों से युवाओं को जोड़ने का अभियान भी चल रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यद्यपि राजनीति में हिस्सा नहीं लेता, लेकिन उसकी गतिविधियों और उसके अभियानों का लाभ भाजपा को मिलता है।