ममता निर्दलीय उतरकर देंगी चुनौती.
चाचौड़ा विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा टिकट नहीं देने से नाराज पूर्व विधायक ममता मीणा ने निर्दलीय ही चुनाव में उतरने का फैसला कर लिया है। उन्हें मनाने के लिए बीते रोज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ममता मीणा और उनके पति रघुवीर मीणा से चर्चा की, जिसमें मीणा दंपत्ति ने स्पष्ट कर दिया कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। बीते रोज मीणा दंपत्ति ने विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा से मुलाकात भी की थी। मीणा दंपत्ति का कहना है कि वे पैराशूट प्रत्याशी का समर्थन नहीं करेंगे। कार्यकर्ताओं से पूछेंगे और गांव-गांव पद यात्रा करेंगे। ममता मीणा के पति रघुवीर मीणा ने बताया कि कुछ समय पूर्व उनकी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई थी, तब उन्होंने कहा था कि इस सीट से आपके अलावा दूर-दूर तक मुझे कोई प्रत्याशी नजर नहीं आ रहा है इसलिए टिकट आपको ही दिया जाएगा, लेकिन चुनाव के नजदीक आते ही टिकट पैराशूट उम्मीदवार को दे दिया है।
कांग्रेस विधायक का आपत्तिजनक वीडियो वायरल
ग्वालियर जिले की की डबरा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसकी वजह है वायरल हो रहा वह वीडियो जिसमें वे एक युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं। वायरल वीडियो को लेकर विधायक सुरेश राजे का कहना है कि उन्हें चार-पांच माह से इस बात की जानकारी थी। कोई उन्हें मैसेज भेज रहा था। वीडियो के नाम पर 50 लाख रुपये मांग रहा था। उन्होंने कहा कि इसमें उनकी पार्टी के नेताओं का भी षड्यंत्र हो सकता है। और ये उनकी राजनीतिक हत्या की यह साजिश है। उल्लेखनीय है कि सुरेश राजे ने 2020 के उपचुनाव में इमरती देवी को शिकस्त दी।
अब रामपाल भी नाराज
मुख्यमंत्री के बेहद करीबी माने जाने वाले विधायक और पूर्व मंत्री रामपाल सिंह की भी नाराजगी की खबरें आ रही हैं। उन्हें हाल ही में सरकार ने प्रदेश स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय समिति का अध्यक्ष मनोनीत करते हुए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था। यह आदेश जारी हुए कई दिन हो चुके हैं, लेकिन रामपाल द्वारा अब तक पदभार ग्रहण नहीं किया गया है। दरअसल वे इस बार मंत्री पद के प्रबल दावेदार थे, लेकिन उन्हें भी मंत्री नहीं बनाया गया है। यही नहीं इस समिति का अध्यक्ष भी तब बनाया गया है, जबकि विधानसभा चुनाव बेहद करीब हैं और प्रदेश में मैदानी स्तर पर अब तक यह समितियां गठित नहीं हुई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें महज दिखावे के लिए ही पद दिया गया है।
सिर मुड़ाते ही ओले पड़े
पूर्व आईएएस अफसर वेदप्रकाश पर वह कहावत पूरी तरह से फिट बैठती है, जिसमें कहा जाता है कि सिर मुड़ाते ही ओले पड़ गए। दरअसल वे हाल ही में कई अन्य पूर्व नौकरशाहों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। यही नहीं उनके द्वारा टिकट के लिए भी दावेदारी जाताई जा रही थी, लेकिन उनके खिलाफ एक विरोधी ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी, फिर क्या था, प्रारंभिक जांच के बाद लोकायुक्त ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। अब उनके विरोधी इस मामले को हवा देने में जुट गए हैं। फिलहाल इस मामले से पार्टी के वे कार्यकर्ता खुश हैं, जो सालों से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे थे।
धमकी का मामला दर्ज होते ही कांग्रेसी बने नीरज शर्मा
ओवरलोड बस की चैकिंग करने पर आरटीओ सुनील शुक्ला से 23 अगस्त को अभद्रता करने के मामले में भाजपा से कांग्रेस में आए राहतगढ़ के नेता नीरज शर्मा के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। उनके खिलाफ बुधवार रात केस दर्ज किया गया है। इसके 14 घंटे बाद उन्होंने समर्थकों के साथ भोपाल जाकर पूर्व सीएम कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ले ली। उनके सुरखी से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। जानकारी के अनुसार, बुधवार को आरटीओ सुनील शुक्ला ने एक ओवरलोड बस जब्त की थी। यह बस नीरज शर्मा की थी। इसके बाद नीरज साथियों के साथ थाने पहुंचे और आरटीओ को घेरा था। बताया जा रहा है कि नीरज ने आरटीओ को धमकी दी थी।