भाजपा के दिग्गजों की फौज… संभाल रही है मैदानी मोर्चा

केन्द्र से लेकर दूसरे राज्यों तक के बड़े नेता शामिल हो रहे जन आर्शीवाद यात्राओं में.

भाजपा द्वारा प्रदेश में निकाली जा रहीं जन आर्शीवाद यात्राओं के समापन में अब महज दो ही दिन रह गए हैं, लेकिन इस बीच बीते 18 दिनों से जारी इन यात्राओं में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यही वजह है कि प्रदेश के अलग-अलग अंचलों में निकाल रही इन यात्रों में पार्टी का ऐसा कोई चर्चित चेहरा नहीं है, जो शामिल नहीं हुआ हो। फिर चाहे असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा हों या फिर पार्टी के मुखिया जेपी नड्डा। इसके उलट कांग्रेस ने अब भले ही जन आक्रोश रैली शुरु कर दी है, लेकिन उसके बाद भाजपा की तुलना में इस तरह के चेहरों का अभाव है। भाजपा ने अपनी जन आर्शीवाद यात्रा की शुरुआत 3 सितंबर को चित्रकूट से की थी। इस रैली को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इसी तरह से 4 सितंबर को नीमच से शुरू हुई , दूसरी यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 4 सितंबर को, जबकि तीसरी यात्रा को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंडला से रवाना किया था। चौथी यात्रा को खंडवा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 6 सितंबर को रवाना किया था। यह यात्राएं अलग-अलग जगहों पर निकाली जा रही हैं, जिनका समापन 23 सितंबर को होना है, लेकिन औपचारिक रूप से समापन 25 सिंतबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाले कार्यकर्ता महाकुंभ के साथ होगा। अब यह अंतिम चरण में हैं, जो डेढ़ सौ अधिक विधानसभा क्षेत्रों से होकर करीब 9 हजार किमी से अधिक का सफर तय कर चुकी हैं। अहम बात यह है कि इन यात्राओं के अलग-अलग हिस्से में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर शामिल हो चुके हैं और अभी उनका शामिल होना जारी है। इसके अलावा इनमें पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व एवं दूसरे प्रदेशों का नेतृत्व भी लगातार भागीदार बन रहा है। यही वजह है कि अब तक इसमें डेढ़ दर्जन केन्द्रीय मंत्री के अलावा कई राज्यों के चर्चित मुख्यमंत्री प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य और प्रदेश के सभी सवा सौ पाटी्र विधायक भागीदारी कर चुके हैं। यात्रा में अन्य राज्यों के जो बड़े नेता शामिल हुए हैं, उनमें गोवा, हरियाणा, उत्तराखंड और असम के मुख्यमंत्री और उप्र एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री भी शामिल हैं। इसी तरह से दूसरे राज्यों के मंत्री एवं सांसदों ने भी इसमें भाग लिया है।
यह नेता रहे सर्वाधिक सक्रिय
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सभी यात्राओं में पहुंचे। मुख्यमंत्री ने देर रात तक और बारिश में भीगते हुए भी जनसभाओं को संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते महाकौशल क्षेत्र की यात्रा में ज्यादा सक्रिय रहे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल सभी यात्राओं में शामिल रहे। जबकि केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक बुंदेलखंड क्षेत्र की यात्रा में शामिल रहे। इस यात्रा के लिए पार्टी ने संबंधित इलाकों के ही बड़े नेताओं को प्रभारी बनाया था।
प्रभारियों की भी रही अहम भूमिका
भाजपा ने सभी यात्राओं के प्रभारी तय किए थे। विंध्य क्षेत्र में चित्रकूट से निकली यात्रा के प्रभारी सतना सांसद गणेश सिंह है। महाकौशल क्षेत्र के मंडला से निकली यात्रा के प्रभारी होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह हैं। इसी तरह निमाड़ के खंडवा से निकली यात्रा के प्रभारी इंदौर सांसद शंकर ललवानी हैं। मालवा क्षेत्र के नीमच से निकली जन आशीर्वाद यात्रा के प्रभारी वंशीलाल गुर्जर है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से निकली यात्रा के प्रभारी रणवीर रावत बनाए गए थे। यात्राओं में सभी प्रभारियों ने अहम भूमिका निभाई है। प्रभारी पूरे समय यात्रा में ही रहे।
निकायों व पंचायतों के प्रतिनिधि भी नहीं रहे पीछे
यात्रा में पंचायत एवं नगरीय निकायों के निर्वाचित पदाधिकारियों ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी की। सभी यात्राओं में 19 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों के सरपंच, 300 से ज्यादा नगरीय निकायों के महापौर, नगर पालिका एवं नगर परिषदों के अध्यक्षों ने भी भागीदारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिसमें 44 से ज्यादा जिला पंचायत अध्यक्ष, 200 से ज्यादा जनपद अध्यक्ष के अलावा बड़ी संख्या में उनके सदस्य भी शामिल हैं।