कमलनाथ का भाजपा पर सियासी हमला.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जितने सजावटी उम्मीदवार ला रही है, जनता का आक्रोश उतना ही ज्यादा बढ़ रहा है, कारण स्पष्ट है। जनता मान रही है। कि जो मंत्री चुनाव लड़ेंगे, उनका मंत्रालय जो पहले से ही सुस्त है अब और भी निष्क्रिय हो जाएगा, तो फिर जनता के रुके हुए काम कैसे होंगे। जो सत्ताधारी सासंद चुनाव लड़ेंगे, उनका संसदीय क्षेत्र उपेक्षित होगा, जिसका खामियाजा जनता ही भुगतेगी। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के एक-दो सांसद जोड़, जुगत, जुगाड़ से चुनाव जीत भी गए तो फिर बाद में विधायक के पद से इस्तीफा देकर आगामी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, जिससे उप चुनाव का खर्चा होगा, जो जनता के टैक्स की ही बर्बादी होगी, इस वजह से आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन के, सबसे बड़े विघटन का दौर है।
प्रदेश की सियासत में अब गौ माता की इंट्री
मप्र विधान सभा चुनाव 2023 में सनातन और हिंदुत्व के बाद अब गाय की भी इंट्री हो गई है। कांग्रेस की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त रहे संत महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा एक बार फिर चुनाव के पहले सक्रिय हुए हैं और गाय की इंट्री चित्रकूट के मंदाकिनी तट से की है। उन्होंने मंदाकिनी नदी के तट में गंगा की शपथ खाकर ‘गौ माता बचाओ यात्रा’ का शुभारंभ किया है। यह यात्रा चित्रकूट से महाकाल नगरी उज्जैन तक जाएगी और 10 अक्टूबर को इसका समापन होगा। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यह सरकार गाय के प्रति एकदम निरंकुश है। तमाम योजनाएं बनती हैं लेकिन, गौ माता के लिए क्यों योजना नहीं बना रही है। गायें दर-दर की ठोकर खा रही हैं।
कलेक्टर की कार टोल प्लाजा फंसी
मुरैना जिले के छौंदा टोल प्लाजा पर मंगलवार रात 11 बजे कलेक्टर की कार वाहनों की कतार में फंस गई। इससे नाराज कलेक्टर ने टोल मैनेजर समेत 6 कर्मचारियों को रात में ही गिरफ्तार करवा दिया। यह बात अलग है कि बुधवार को एसडीएम कोर्ट ने शांतिभंग के अपराध में गिरफ्तार सभी आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया। दरअसल कलेक्टर अंकित अस्थाना मंगलवार को ग्वालियर में मीटिंग अटैंड कर मुरैना लौट रहे थे। उनकी सरकारी कार छौंदा टोल प्लाजा पर वाहनों के बीच फंस गई। हूटर बजाने के बाद भी टोल स्टाफ ने जाम लगाए खड़े वाहनों को बेरीकेड्स खोलकर आगे नहीं बढ़ाया। टोल प्लाजा पर वाहनों को अनावश्यक लेट किए जाने को लेकर कलेक्टर नाराज हुए और उन्होंने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई के लिए कहा था।
भार्गव ने दिया कांग्रेस को धन्यवाद
जन आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर्स और होर्डिंग्स में मंत्री गोपाल भार्गव का फोटो ही नहीं लगाया गया है। इस पर उन्होंने कहा कि इससे उनकी हैसियत पर कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस के सवाल उठाने पर कहा कि विपक्षियों का धन्यवाद। उनकी – शुभकामनाएं मेरे प्रति हैं। राजनीति में अगर हम एक दूसरे की चिंता करते हैं तो इसमें कोई बुरी बात नहीं, लेकिन पार्टी अपनी जगह है। भार्गव ने कहा, जिसने भी जन आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर बनाए होंगे, उसने पूछकर तो किया नहीं। जिस दृष्टि से किया है, जो बनवाने वाले या छापने वाले लोग हैं, वही इसको अच्छे तरीके से बता सकते हैं। मेरा अब चार दशक का इतना लंबा राजनीतिक जीवन हो गया। जब इनमें से कोई मंत्री नहीं थे, तब मैं था। इनमें से अधिकांश लोग नहीं थे। मुझे अपनी पहचान की ज्यादा इच्छा नहीं है। सब लोग जानते-पहचानते हैं। सबका प्रेम और विश्वास है। सभी की चाहत है।