प्रारंभिक शिक्षा के लिए संचालित छात्रावासों की रैंकिंग जारी
भोपाल।मंगल भारत। प्रदेश में सरकार प्रारंभिक शिक्षा के लिए छात्रावासों का संचालन कर रही है। इन छात्रावासों के संचालन को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा यूट्यूब लाइव कार्यक्रम में 2022-23 की रैंकिंग जारी की गई। हैरानी की बात है कि राजधानी भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर को टॉप टेन में भी जगह नहीं मिली है। वहीं सीहोर जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, वहीं अलीराजपुर जिले के ग्राम जोहट का कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, छात्रावास प्रथम स्थान पर है। राज्य शिक्षा केंद्र स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कार्यक्षमता एवं प्रदर्शन के आधार पर जारी रैंकिंग के अनुसार सीहोर जिले ने प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, वहीं रायसेन, देवास, डिंडोरी, मंडला, छिंदवाड़ा, अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर एवं धार क्रमश: प्रथम दस शीर्ष जिलों में हैं। इसके साथ ही प्रदेश भर के छात्रावासों की भी रैंकिंग जारी की गई है। रैकिंग में भोपाल 12वे स्थान पर, ग्वालियर 21 और जबलपुर 33वे स्थान पर रहा। इसके साथ ही प्रदेश भर के छात्रावासों की छात्रावासवार भी रैंकिंग जारी की गई है। इसके अंतर्गत अलिराजपुर जिले के ग्राम जोहट के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय ने प्रदेश के सर्वोत्तम छात्रावास के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इसके अलावा एनएससीबी ब्यॉज होस्टल नर्मदापुरम, मंदसौर, नरसिंहपुर, श्योपुर, टीकमगढ़, सीधी, आगर मालवा, उज्जैन और एनएससीबी बालिका छात्रावास इंदर शिवपुरी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। संचालक, राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस का कहना है कि इस रैंकिंग प्रणाली को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य रहवासी सुविधाओं के साथ छात्रावासों में अध्ययन अध्यापन की बेहतर व्यवस्थाओं हेतु स्वस्थ्य आपसी प्रतिस्पर्धा जागृत करना है। यह रैंकिंग प्रणाली छात्रावासों में बेहतर शैक्षिक वातावरण बनाने में सहायक होगी और छात्रावासों के बच्चे बाकी बच्चों से बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
100 अंकों में यह रैंकिंग तैयार
प्रदेश के 596 छात्रावासों के प्रदर्शन एवं कार्यक्षमता सहित विभिन्न बिंदुओं के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है। रैंकिंग में स्वीकृत छात्रावासों की कार्यक्षमता के लिए 20 अंक, स्वीकृत सीटों के विरुद्ध नामांकन के लिए 20 अंक, छात्रावासी बच्चों के राष्ट्रीय मींस कम मेरिट छात्रवृत्ति में प्रदर्शन के लिए 20 अंक, छात्रावासी बच्चों के ओलंपियाड में प्रदर्शन के लिए 20 अंक एवं छात्रावासी बच्चों के वार्षिक परीक्षा परिणाम के लिए 20 अंक निर्धारित किए गए हैं। इस तरह कुल 100 अंकों में यह रैंकिंग तैयार की गई है। खराब प्रदर्शन के कारण 5 जिले रेड जोन में आ गए हैं। विभाग अब इनके जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब करेगा। इनमें श्योपुर, टीकमगढ़, मंदसौर, शाजापुर, आगर मालवा और नरसिंहपुर शामिल है। बता दें कि शाजापुर जिला स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार का गृह जिला है।