आयोग की तैयारियां पूरी, छह अक्टूबर को होगी समीक्षा
भोपाल/मंगल भारत.
देश में अब चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी किया जा सकता है। इसके पहले छह अक्टूबर को चुनावी राज्यों के राज्य निवार्चन आयुक्तों को समीक्षा बैठक के लिए दिल्ली बुलाया गया है। सूत्रों की माने तो अगले ही दिन सात अक्टूबर को चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकता है। इसकी वजह है विधानसभा चुनाव की लगभग तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
चार अक्टूबर यानि की कल अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होना है। उधर, राजनैतिक दल भी चुनाव के लिए पूरी तैयारियां कर चुके हैं। अगर प्रदेश की बात की जाए तो कांग्रेस छोडक़र अधिकांश राजनैतिक दल अपने प्रत्याशियों के नामों तक की घोषणा करने में जुटे हुए हैं। इसके साथ ही कई दलों का तो चुनावी प्रचार तक शुरू हो चुका है। दरअसल दलों को भी लग रहा है कि अब कभी भी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान सकता है। अगर बीते चुनावों पर नजर डालें तो इस बार अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है और इसके साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लग सकती है। चुनाव आयोग की टीम सितंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश का दौरा कर चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दे चुका है। पिछली बार 2018 में प्रदेश में 6 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ था। वहीं, 28 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे। वहीं, 2013 में चार अक्टूबर, 2008 में 14 अक्टूबर और 2003 में 12 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया था। माना जा रहा है कि इस बार भी मप्र में एक ही चरण में चुनाव कराए जाएंगे, जबकि कुछ अन्य राज्यों में दो से तीन चरणों में चुनाव कराए जाने की संभावना है।
डेढ़ घंटे के भीतर शिकायत की जांच की जाएगी
पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग, ओपी रावत ने कहा कि लोकतंत्र में मतदाता देश का भाग्य विधाता है, जिसके द्वारा चुनी गई सरकार देश का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र में ही संभव है कि भोपाल का सामान्य व्यक्ति, देश का राष्ट्रपति बन सकता है। इस व्यवस्था का संरक्षण और सुरक्षा प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने फेक न्यूज के बढ़ते संकट को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए वरिष्ठ मतदाताओं से युवाओं का निर्वाचन आयोग के ऐप ई- विजिल की जानकारी देते हुए बताया कि ऐप पर निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी और गलती के फोटो अथवा विडियो डालकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। आयोग द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि प्रथम क्षेत्राधिकारी द्वारा सौ मिनटों के भीतर शिकायत की जांच की जाएगी। अग्रिम कार्रवाई की सूचना भी शिकायतकर्ता को मिलेगी। उन्होंने बताया कि ऐप की व्यवस्था से पूर्व जहाँ प्राप्त शिकायतों में से 99.99 प्रतिशत गलत निकलती थीं, वहीं ऐप पर प्राप्त करीब 90 प्रतिशत शिकायतें सही पायी गई हैं।
चुनावों में शत-प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाएं : राज्यपाल
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रदेश के समस्त मतदाताओं से आह्वान किया है कि आगामी चुनावों में शत-प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाएं। राष्ट्र निर्माण में सक्रिय सहभागिता का आदर्श प्रस्तुत करें। पटेल ने युवाओं से कहा है कि लोकतंत्र के उत्सव को जिद, जोश और जुनून के साथ मनाने के वरिष्ठ नागरिकों के भाव और भावनाओं से प्रेरणा लेकर आगामी निर्वाचन में मतदान के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सबसे पहले करें मतदान उसके बाद कोई दूसरा काम। राज्यपाल पटेल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वरिष्ठ मतदाताओं का सम्मान किया। वे इस दौरान उपस्थित 80 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ मतदाताओं श्रीमती पांचो बाई पाल और चन्द्र भूषण श्रीवास्तव के पास खुद गए और उन्हें सम्मानित किया।