मंत्री व उनके भाई की बढ़ सकती हैं मुश्किलें.
प्रदेश के आयुष मंत्री व परसवाड़ा विधायक रामकिशोर कांवरे व उनके भाई राजकुमार कांवरे से खतरा होने की आशंका व्यक्त करते हुए मामले में हाईकोर्ट की शरण ली गई है। जस्टिस संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने मामले में मप्र शासन, गृह सचिव, डीजीपी सहित अन्य को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। यह मामला याचिकाकर्ता बालाघाट निवासी मिलिंद ठाकरे की ओर से दायर किया गया है। जिसमें कहा गया कि याचिकाकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार है। उसने मंत्री रामकिशोर कांवरे के भाई राजकुमार कांवरे के खिलाफ उठाई, जिस कारण वे उससे दुर्भावना रखने लगे। आरोप है कि आवेदक को झूठे मामले में फंसाने की धमकियां दी जा रहीं है। इससे आवेदक व उसके परिवार को खतरा बना हुआ है। आरोप है कि राजकुमार कांवरे को 2003 में हत्या के आरोप में दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। लेकिन राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर परिवीक्षा अधिनियम के तहत जेल से बाहर ले आया गया। जिसके बाद वह परिवीक्षा अधिनियम की शर्तों का उल्लंघन करने में जुटा है।
एक पुल का दो भाजपा विधायक कर रहे अलग -अलग भूमिपूजन
आचार संहिता से पहले विधायकों में भूमिपूजन की होड़ लगी है। नर्मदापुरम – माखननगर के बीच तवा नदी पर बनने वाले नए पुल के एक तरफ नर्मदापुरम तो दूसरी ओर सोहागपुर विधानसभा लगती है। पुल का सोमवार को सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह और सांसद उदयप्रताप सिंह ने भूमिपूजन किया तो आज गुरुवार को नर्मदापुरम विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा दोबारा भूमिपूजन करने जा रहे हैं। अहम बात यह है कि दोनों भाजपा विधायक हैं। शर्मा का कहना है, अभी भूमिपूजन नदी के दूसरे छोर का हुआ है। इस ओर भी भूमिपूजन होना जरूरी है। सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह का कहना है कि ये पुल मैंने स्वीकृत कराया है। वे दोबारा भूमिपूजन क्यों कर रहे हैं, वे ही बता सकते हैं।
मौका मिला तो काम भी बड़ा करूंगा: विजयवर्गीय
मैं यहां सिर्फ विधायक बनने नहीं आया हूं। निश्चित ही कोई बड़ी जवाबदारी मिलेगी। जब जवाबदारी मिलेगी, तो काम भी बड़ा ही करूंगा। इंदौर में नशा और पुडिय़ा बेचने वालों को ठिकाने लगा दूंगा। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा कोई अधिकारी पैदा नहीं हुआ, जिसे मैं फोन करूं और काम न हो। अब सरकारी विभागों में भाजपा कार्यकर्ता को अफसर सम्मान के साथ बैठाएगा। मेरा नाम घोषित होते ही अफसरों की नींद उड़ गई है। दरअसल पिछले एक सप्ताह से विजयवर्गीय क्षेत्र क्रं. एक के अलग-अलग क्षेत्रों में घूम रहे हैं । सभाएं कर रहे हैं। हर दिन उनका अलग बयान भी चर्चाओं में है।
शर्मा की लव स्टोरी के मुरीद हुए दिग्विजय
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश के मुरैना में जन्मे एक आईपीएस अधिकारी की लव स्टोरी से खासे प्रभावित नजर आ रहे हैं । उनको इस आईपीएस की लव स्टोरी इतनी पसंद आ गई कि उन्होंने अभिनेता आशुतोष राणा से न सिर्फ इस अधिकारी की डीटेल मांगी है। बल्कि उनसे मिलने की इच्छा भी जताई है। दरअसल, मुरैना में जन्मे एक आईपीएस अधिकारी मनोज शर्मा इन दिनों खासे चर्चा में है। बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक क्षेत्र तक इन की बात हो रही है। ऐसे में जब दिग्विजय सिंह तक इनकी कहानी पहुंची, तो वे भी इनके प्रशंसक हो गए। बता दें कि यह फिल्म मुरैना में जन्मे, ग्वालियर से पढ़ाई करने वाले आईपीएस अधिकारी मनोज शर्मा के जीवन से प्रेरित है। फिल्म में बताया गया है कि बारहवीं क्लास में फेल होने वाले मनोज किस तरह अपनी गर्लफेंड के प्यार में आईपीएस बने ।
आईएएस और आईआरएस की पत्नी पर मामला दर्ज
आईएएस वीरेंद्र कुमार राजपूत की पत्नी रेनू चौधरी, आईआरएस आशीष कुमार डेहरिया की पत्नी सुनीता डेहरिया, बैंक ऑफ बड़ौदा के तत्कालीन मैनेजर, मूल्यांकनकर्ता समेत 8 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और षड्यंत्र रचने का केस दर्ज हुआ है। कोर्ट के आदेश पर कोलार थाना पुलिस ने बुधवार को एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपियों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक में लोन पर गिरवी रखी बंजारी कोलार रोड की प्रॉपर्टी को कम आंककर खरीददारों को लाभ पहुंचाया। 13 करोड़ की प्रॉपर्टी को करीब साढ़े छह करोड़ रुपए आंका गया था। खरीदारों में आईएएस और आईआरएस की पत्नियां शामिल हैं।