उमा करेंगी भाजपा का प्रचार

उमा करेंगी भाजपा का प्रचार.

चुनावी साल में साध्वी उमा भारती को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन सारे कयासों पर उमाभारती ने विराम लगाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वे चुनाव में भाजपा का प्रचार करेंगी। उनका कहना है कि मैं स्टार प्रचारक थी, हूं और रहूंगी। इससे भाजपा में नया जोश भरना तय है। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री कभी भाजपा के साथ तो कभी विरोध में नजर आती हैं। लेकिन जब भाजपा के मान-सम्मान की बात आती है तो वे कोई समझौता करती नहीं नजर आती है। वे बेबाकी से अपने बात रखती हैं। चुनाव की सरगर्मी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि मप्र में सीएम का चेहरा कौन होगा, यह तो हाईकमान ही जाने। वहीं भाजपा की ओर से सीएम फेस पर सवाल पर उनका कहना है कि यह तो हाईकमान ही जाने।

चुनावी साल… आरोपों की बौछार
प्रदेश में चुनावी बिगुल बजते ही कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने के लिए गड़े मुर्दे उखाडऩे में जुट गई हैं। कांग्रेस तो लगभग रोजाना आरोपों की बौछार कर रही है। अब कांग्रेस ने आदिम जाति कल्याण विभाग में 10 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि आदिवासी कल्याण के लिए बनाए गए विभाग में 10 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इसमें 7 साल से सह- आयुक्त रहे आठ अफसरों पर न्यायालय ने भी भ्रष्टाचार को केस दर्ज करने का आदेश जारी किया है, जिसमें न्यायालय ने कहा कि नियम विरुद्ध उन्होंने खाते से ही आहरण राशि जारी रखी। क्या मुख्यमंत्री शिवराज जी का सभी तरह के भ्रष्टाचारियों को संरक्षण प्राप्त है कि अधिकारी खुलेआम नियम विरुद्ध खाता खोलते थे और उससे राशि खुदी राशि निकालते थे।

मौके पर मारे जा रहे चौके
प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर दिन पर दिन तेजा होता जा रहा है। इससे प्रदेश का सियासी पारा गरम हो गया है। हर कोई मौके पर चौका मारने में जुटा हुआ है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पलटवार किया है। मंडला में प्रियंका गांधी ने स्कूली बच्चों के लिए पढ़ो-पढ़ाओ योजना की घोषणा की है। इस पर सीएम ने कहा कि गांधी परिवार ने सभी को ठगा, लेकिन कमलनाथ गांधी परिवार को ही ठग रहे हैं। इसके बाद प्रियंका गांधी का ट्वीट सामने आया। उन्होंने लिखा है कि हम शिक्षा और बच्चों की बात कर रहे हैं, मगर पब्लिक का ध्यान भटकाने वालों को कुछ और ही समझ में आ रहा है। शिवराज जी, अच्छे लोगों का यही कायदा है कि बड़ों का आदर करते हैं। कांग्रेस में तानाशाही नहीं हैं कि जहां अपने ही नेताओं का नाम न लिया जाए, बात न सुनी जाए।

नैतिकता की सीख…
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इनदिनों नैतिकता की सीख देते देखे जा रहे हैं। गतदिनों उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि शिवराज जी, अपनी ही सरकार और पार्टी में हाशिये पर डाल दिए जाने के बाद से आप अत्यंत असंतुलित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। आज आपने सारी मर्याओं को तोड़ते हुए कह दिया कि गांधी परिवार ने देश को ठगा है, उनके बाप का क्या जाता है? जिन प्रियंका जी के पूज्य पिताजी के बारे में आप इस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी मातृभूमि के लिए शहीद हुए थे। प्रियंका जी की दादी श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश की एकता अखंडता के लिए अपना लहू भारत माता को समर्पित किया था। कमलनाथ की इस नैतिक शिक्षा पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के एक नेता का कहना है की अगर इनमें नैतिकता रहती 15 माह में ही इनकी सरकार नहीं गिर जाती।