कांग्रेस पर मंडराया बगावत और भितरघात का खतरा

जिनके टिकट कटे, अब वे कांग्रेसी उम्मीदवार के विरोध में जुटे.

मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बार का चुनाव अजब-गजब होने वाला है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है की सत्ता के लिए लडऩे वाली कांग्रेस पर बगावत और भितरघात का खतरा मंडराने लगा है। इसका संकेत कांग्रेस की दूसरी सूची आने के बाद मिलने लगा है। दूसरी सूची में कांग्रेस ने 88 नामों का ऐलान किया है। इसमें दूसरी पार्टी से आए 7 नेताओं को टिकट दिया गया है। इससे कांग्रेस में बगावत और विरोध तेज हो गया है। जिन दावेदारों के टिकट कटे, उनके समर्थकों ने घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कुछ दावेदारों ने बगावत कर निर्दलीय खड़े होने की घोषणा तक कर दी। कांग्रेस में बगावत का आलम यह है कि दो दर्जन से अधिक सीटों पर कैंडीडेट का विरोध शुरू हो गया है। कई जगह पुतले जलाए गए और कई नाराज नेताओं ने पदों से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में मचे घमासान को लेकर वरिष्ठ नेता डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं।
गौरतलब है की कांग्रेस ने अपनी दो सूचियों के माध्यम से अब तक 229 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी की जब पहली सूची जारी हुई थी तो कार्यकर्ताओं में उत्साह था, लेकिन दूसरी सूची जारी होते ही बगावत और विरोध बढ़ गया है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए दीपक जोशी को देवास जिले की खातेगांव सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। अभय मिश्रा को रीवा जिले की सेमरिया सीट से प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों नेताओं ने दो महीने पहले कांग्रेस में वापसी की थी। होशंगाबाद सीट से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया है। गिरजा शंकर ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। जबकि धार जिले की बदनावर सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत पर कांग्रेस ने भरोसा जताया है। वहीं नीमच जिले की जावद सीट से समंदर पटेल को टिकट मिला है। पटेल पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके अलावा निवाड़ी से भाजपा की मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष सरोज राय के बेटे अमित राय जिला पंचायत सदस्य को टिकट दिया गया है, भिंड सीट पर कांग्रेस को विधानसभा में अविश्वास के दौरान झटका देने वाले तत्कालीन उपनेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया है।
इस्तीफा देकर बढ़ाई परेशानी
कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। बुरहानपुर से सुरेंद्र सिंह शेरा को प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में बुरहानपुर में कांग्रेस के 23 पार्षदों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। महाराजपुर से नीरज दीक्षित को पुन: प्रत्याशी घोषित किए जाने के विरोध में नौगांव नगर पालिका उपाध्यक्ष अजय दौलत तिवारी ने कांग्रेस पार्टी से समस्त पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और भांडेर से टिकट के दावेदार भानु ठाकुर ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वॉइन कर ली। उन्हें भाजपा भांडेर से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया के खिलाफ मैदान में उतार सकती है। रीवा से राजेंद्र शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने के खिलाफ कविता पांडेय ने कांग्रेस महिला मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष पद छोड़ दिया है। उन्होंने पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। खातेगांव के पूर्व मंडी अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण बंडावाला ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वहीं निवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी अमित राय को स्थानीय कार्यकर्ता पैराशूट प्रत्याशी बता रहे हैं। अमित कुछ दिन पहले तक भाजपा में उपाध्यक्ष पद पर थे। नाराज कांग्रेसियों ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ गुना में कांग्रेस प्रत्याशी पंकज कनेरिया का विरोध हो रहा है। सुमावली से विधायक अजब सिंह कुशवाहा ने टिकट कटने से नाराज होकर कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ बसपा का दामन थाम लिया है। इस बार वे सुमावली विधानसभा से बसपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे। मुरैना से कांग्रेस विधायक राकेश मावई ने टिकट कटने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी के नेताओं ने मेरे साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा, उपचुनाव में मुरैना सीट जीतकर आया था, फिर भी मेरा टिकट काटा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने मिलकर मेरा टिकट काटा है। बडनग़र से विधायक मुरली मोरवाल ने टिकट कटने के बाद सोशल मीडिया पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा, मैं विधानसभा के परिवार जनों के आशीर्वाद से इन्हें 2008 से धूल चटाता आ रहा हूं। 2018 में फूल के साथ फूल छाप को भी घर में घुसेड़ दिया था। अब 2023 की बारी है। इस बार पटक दूंगा। उठ नहीं पाओगे, पहलवान जो हूं। वहीं ग्वालियर सीट से टिकट के पांच दावेदारों- राजेंद्र सिंह तोमर, अशोक सिंह तोमर, योगेंद्र सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह तोमर और सौरभ सिंह तोमर ने एक मंच से सुनील शर्मा को टिकट देने का सामूहिक रूप से विरोध किया है।
यहां सबसे अधिक विरोध
कांग्रेस की दूसरी सूची जारी होने के बाद कई सीटों पर घोषित प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बदनावर, देपालपुर, जावरा, सिवनी मालवा, भोजपुर, जावरा, शुजालपुर, सेवढ़ा, गुना, महू, पवई, बुरहानपुर, रीवा, सेमरिया, रतलाम ग्रामीण, निवाड़ी समेत दो दर्जन सीटों पर असंतुष्ट पार्टी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और पुतले फूंके। गोटेगांव सीट पर प्रत्याशी बदलने को लेकर भी विरोध किया गया। सेवढ़ा सीट से टिकट के दावेदार दामोदर यादव के समर्थकों ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला दहन किया। उन्होंने घनश्याम सिंह के स्थान पर दामोदर यादव को टिकट देने की मांग की। पवई के पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय पहुंचकर मुकेश नायक को टिकट देने के विरोध में नारेबाजी की। वे स्थानीय कार्यकर्ता को टिकट देने की मांग कर रहे थे। शुजालपुर सीट से कांग्रेस ने रामवीर सिंह सिकरवार को प्रत्याशी बनाया है। यहां से योगेंद्र सिंह बंटी बना दावेदारी कर रहे थे। योगेंद्र के समर्थकों ने सिकरवार का पुतला जलाया। रतलाम के जावरा में प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध करते हुए पुतला दहन किया। रतलाम ग्रामीण में भी उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह डिंडोर को बाहरी बताकर विरोध हुआ है। बुरहानपुर सीट से सुरेंद्र सिंह शेरा को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने सिवनी मालवा से अजय बलराम पटेल को को टिकट दिया है। पूर्व विधायक ओम रघुवंशी को टिकट नहीं मिलने से उनके समर्थकों में नाराजगी है। महू में कांग्रेस नेता अंतर सिंह दरबार के समर्थकों ने प्रत्याशी राम किशोर शुक्ला के विरोध में रैला निकाली। अंतर सिंह दरबार ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान किया है।