प्रदेश में अरबपति विधायकों की संख्या पांच

कई विधायकों के पास आम आदमी से भी कम है संपत्ति

भोपाल/मंगल भारत। राजनीति में आकर सेवा करने वाले प्रदेश के माननीयों में पांच विधायक ऐसे हैं, जिनकी एक दो नहीं बल्कि कई अरबों की कीमत की संपत्ति है। उधर कई ऐसे विधायक भी हैं, जिनकी संपत्ति एक दो गुना नहीं बल्कि, एक ही कार्यकाल में कई गुना तक बढ़ जाती है। इसके इतर कुछ विधायक तो ऐसे भी हैं, जिनकी सम्पत्ति आम आदमी के बराबर या फिर उससे भी कम है।
अगर प्रदेश में मौजूदा विधायकों की बात की जाए तो उनमें से 81 प्रतिशत करोड़पति हैं, जबकि 230 विधायकों की औसत संपत्ति 10.76 करोड़ रुपये है। बीजेपी विधायक संजय पाठक सबसे अमीर हैं। जबकि कांग्रेस के अध्यक्ष और उद्योगपति पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अमीर विधायकों की सूची में छठवें स्थान पर है। इसी तरह से राम दांगोरे एकमात्र ऐसे विधायक हैं, जिनकी संपत्ति की कीमत महज 50 हजार रुपए ही है। हाल ही में जारी की गई एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि 230 में से 186 (81 फीसदी) विधायक करोड़पति हैं। बीजेपी के 129 विधायकों में से 107 (83 फीसदी) करोड़पति थे, जबकि कांग्रेस के 97 विधायकों में से 76 (78 फीसदी) करोड़पति हैं। 4 में से 3 निर्दलीय विधायक भी करोड़पति हैं। 6 बीजेपी विधायक और चार कांग्रेस विधायक सबसे कम संपत्ति वाले दस विधायकों में शामिल हैं। इनके पास 50,000 से 21 लाख रुपये की संपत्ति है। अगर सबसे अमीर विधायकों की बात की जाए तो इनमें विजयराघवगढ़ सीट से विधायक संजय सतेंद्र पाठक, रतलाम सिटी से विधायक चेतन्य काश्यप, इंदौर-1 से विधायक संजय शुक्ला, तेंदुखेड़ा से विधायक संजय शर्मा, छिंदवाड़ा विधायक और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, बैतूल से विधायक निलय विनोद डागा, पिछोर से विधायक केपी सिंह, देपालपुर के विशाल जगदीश पटेल, सीहोर विधायक सुदेश राय और रीवा की सिरमोर सीट से विधायक दिव्यराज सिंह के नाम शामिल हैं। इनमें संजय पाठक के पास 226 करोड़, चैतन्य कश्यप के पास 204 करोड़, संजय शुक्ला के पास 139 करोड़, संजय शर्मा के पास 131 करोड़, निलय डागा के पास 127 करोड़, कमलनाथ के पास 124 करोड़, केपी सिंह के पास 73 करोड़, विशाल पटेल के पास 69 करोड़, सुदेश राय के पास 67 करोड़ और दिव्यराज सिंह के पास 62 करोड़ की संपत्ति है। इसके इतर कई विधायक ऐसे भी हैं, जिनकी सम्पति की कीमत महज हजारों या फिर कुछ लाख कीमत की है। इनमें राम दांगोरे के पास महज 50 हजार, उषा ठाकुर के पास 7 लाख, शरद कौल के पास 8 लाख, मनोज चावला के पास 10 लाख, डॉ. हीरालाल अलावा के पास 10 लाख, सीताराम के पास 11 लाख, कल्पना वर्मा के पास 14 लाख, उमाकांत शर्मा के पास 16 लाख, विपिन वानखेड़े के पास 20 लाख और प्रहलाद लोधी के पास 21 लाख की संम्पत्ति है।
कांग्रेस में सबसे ज्यादा दागी विधायक
मौजूदा विधायकों में से 47 (20 प्रतिशत) मौजूदा विधायकों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। एक मौजूदा विधायक ने आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या से संबंधित मामले की घोषणा की है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, छह मौजूदा विधायकों ने आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है। महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित विधायकों के खिलाफ मामलों पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि, दो मौजूदा विधायकों ने आईपीसी की धारा-354 के तहत मामले घोषित किए हैं।
बीजेपी के 39 पर आपराधिक मामला
बीजेपी के 39 विधायकों ने स्वीकारा आपराधिक मामलाज्इसमें यह भी कहा गया है कि, बीजेपी के 129 विधायकों में से 39 (30 फीसदी), कांग्रेस के 97 विधायकों में से 52 (54 फीसदी), बसपा के एकमात्र विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों में से एक (33 फीसदी) ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले चलने की बात स्वीकार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्तारूढ़ बीजेपी के 129 विधायकों में से 20 (16 प्रतिशत), कांग्रेस के 97 विधायकों में से 25 (26 प्रतिशत), बसपा के एकमात्र विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों में से एक ने खुद अपने हलफनामे में उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।