राहुल, प्रियंका सहित दिग्गज मतदाताओं में जगाएंगे विश्वास।
मंगल भारत। मनीष द्विवेदी।इस बार कांग्रेस मप्र में चुनाव जीतने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर काम कर रही है। अब प्रत्याशियों के नामांकन के बाद पार्टी का पूरा फोकस चुनाव प्रचार पर है। इसके लिए पार्टी ने कर्नाटक पैटर्न पर महाजनसंपर्क अभियान की रणनीति बनाई है। इस दौरान पार्टी के दिग्गज नेता चुनावी सभाओं में कांग्रेस की गारंटियों को तो गिनाएंगे ही, साथ ही मतदाताओं में विश्वास जगाएंगे की कांग्रेस की सरकार बनने पर ही उनका भला होगा। इसके लिए प्रदेश में 3 नवंबर से जोरदार अभियान शुरू किया जाएगा।
पार्टी की कोशिश है कि 10 दिनों के अंदर दिग्गज नेता सभी 230 सीटों पर ऐसा माहौल बनाएं की मतदाता कांग्रेस के प्रति आकर्षित हो सकें। मप्र में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए जनता से 5 चुनावी बड़े वादे किए हैं। जिसमें पहले नंबर पर कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने का लक्ष्य रखा है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस ने राज्य में जातिगत जनगणना का मुद्दा रखा है। इसके अलावा तीसरे और चौथे नंबर पर पार्टी ने भ्रष्टाचार मामले की जांच और स्वास्थ्य का अधिकार कानून का वादा किया है। वहीं, पांचवें वादे में कांग्रेस ने कहा है कि वह अगर सरकार में आती है तो किसानों की समस्याओं पर काम करेगी। इसके साथ ही पार्टी 11 गारंटियों को भी जनता के बीच ले जाएगी। इसके लिए कांग्रेस कर्नाटक पैटर्न पर चुनाव के पहले वाइब्रेंट इलेक्शन कैंपेन शुरू करने जा रही है, जो 3 नवंबर से शुरू होगा और 13 नवंबर तक चलेगा।
खुशहाल युवा-खुशहाल मध्यप्रदेश का लक्ष्य
कमल नाथ ने कहा कि खुशहाल युवा-खुशहाल मध्यप्रदेश का लक्ष्य पाने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश की भर्ती परीक्षाओं में हुए घोटालों की निष्पक्ष और विश्वसनीय जांच कराएगी। इसके लिए भर्ती जांच आयोग बनाएंगे। घोटाला कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को कठोर दण्ड सुनिश्चित करेंगे। युवाओं को न्याय मिलकर रहेगा। कमल नाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रत्येक व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य का अधिकार कानून बनाएगी । वरदान स्वास्थ्य व दुर्घटना बीमा योजना प्रारंभ करेगी जिसमें हर परिवार का 25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख का दुर्घटना बीमा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि खुशहाल किसान-खुशहाल मध्यप्रदेश मेरा मिशन है और इसे साकार करने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। कांग्रेस सरकार किसानों को सिंचाई की भरपूर सुविधा देने के लिए 5 एचपी तक के पंप का बिजली बिल माफ और 10 एचपी तक का बिल हाफ करेगी।अब हर खेत में हरियाली छाएगी और किसान भाइयों की फसल लहलहाएगी।
11 गारंटियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा
महाजनसंपर्क अभियान के तहत दिग्गज नेताओं द्वारा कांग्रेस की सरकार बनने पर दी जाने वाली 11 गारंटियों को प्रदेशभर में जनता तक पहुंचाया जाएगा। इनमें नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए, पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर, 100 यूनिट का बिजली बिल माफ और 200 यूनिट का हाफ, पुरानी पेंशन की बहाली आदि शामिल हैं। इस बारे में कांग्रेस के कंट्रोल रूम में बैठक हुई जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह मौजूद रहे। मप्र प्रभारी रणदीप सुरजेवाला दिल्ली से जुड़े। दरअसल, कांग्रेस में 15 अक्टूबर और 19 अक्टूबर को उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे, इसके बाद सात टिकट बदले गए। यह कार्यक्रम सप्ताह भर तक चला। 30 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तारीख थी और बड़े नेता नामांकन में ही शामिल हुए। 2 नवंबर को नाम वापसी के बाद 230 सीटों पर उम्मीदवार फाइनल हो जाएंगे। इसके अगले दिन से ही कांग्रेस वाइब्रेंट इलेक्शन कैंपेन शुरू करने जा रही है। महाजनसंपर्क अभियान पार्टी स्तर पर चलाया जाएगा, जिसमें खर्च उम्मीदवारों के खाते में न जुड़े। अभियान में स्टार प्रचारकों में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक, जीतेंद्र सिंह, कमलनाथ, डॉ. गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह, दीपक बावरिया, कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, विवेक तन्खा और नकुलनाथ शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समय की उपलब्धता के अनुसार शामिल होंगे।
जातिगत जनगणना पर फोकस
विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने वादा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो कांग्रेस सरकार जातिगत जनगणना करवाएगी। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश के हमारे पिछड़ा वर्ग के परिवारों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए मैं वचनबद्ध हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पिछड़ा वर्ग को न्याय सुनिश्चित करने के लिए जातिगत जनगणना कराएगी। पिछड़ों के समग्र विकास के लिए समान अवसर आयोग बनाया जाएगा। कमलनाथ का कहना है कि कांग्रेस आएगी, खुशहाली लाएगी। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी पिछले दिनों चुनावी सभाओं में भी जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि ओबीसी, एससी और एसटी समुदाय के लोगों की सही संख्या जानने के लिए ऐसा करना आवश्यक है ताकि ऐसे वर्ग के लाभ के लिए योजनाएं बनाई जा सकें। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पिछले दिनों सागर जिले में आयोजित सभा में कहा था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो जातिगत जनगणना करवाई जाएगी। मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 17 नवंबर को मतदान होना है।