कांग्रेस की 11 गारंटी बनाम भाजपा के 10 संकल्प

मिशन 2023 का घमासान.

भोपाल/मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र में पांच दिन बाद मतदान होगा। इससे पहले मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने अपना-अपना दांव चल दिया है। कांग्रेस ने जहां अपने वचन पत्र में 11 गारंटियां दी है, वहीं भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में 10 संकल्प लिए हैं। बीते रोज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संकल्प पत्र जारी किया। इसकी टैग लाइन मोदी की गारंटी, भाजपा का भरोसा है। गरीब, किसान सहित लगभग हर वर्ग को साधने की कोशिश की गई है। लाड़ली बहनों को पक्के मकान, गरीब परिवार के छात्रों को केजी से 12वीं तक तो छात्राओं को पीजी तक मुफ्त शिक्षा देने का वादा किया गया है। संकल्प पत्र में 10 मुख्य संकल्प हैं। 17 अक्टूबर को कांग्रेस ने वचन पत्र जारी किया था। इसमें 11 मुख्य गारंटियों के साथ 101 वादे किए गए हैं। यानी मिशन 2023 का घमासान कांग्रेस की गारंटी बनाम भाजपा के संकल्प के बीच है। ऐसे में मतदाता किस पर अपनी मुहर लगाता है, यह 3 दिसंबर का साफ हो जाएगा। अगर कांग्रेस के वचन पत्र और भाजपा के संकल्प पत्र का आंकलन करें तो हम पाते हैं कि मप्र में 2023 के चुनाव में भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों का पूरा फोकस केवल महिला वोटर पर है। पहले से ही लाड़ली बहनों को गेम चेंजर मान रही भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में लाड़ली बहनों को आर्थिक मदद के साथ अब पक्के मकान का वादा भी कर दिया है। हालांकि शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर भाजपा के संकल्प के मुकाबले कांग्रेस ने लुभाने वाला वचन पत्र पेश किया। जिसमें स्कूली बच्चों को हर महीने पांच सौ रुपए से पंद्रह सौ रुपए की पढ़ो कमाओ योजना के साथ हर नागरिक को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा और दस लाख का दुर्घटना बीमा देने का वादा किया था। बुजुर्गों की चिंता कांग्रेस भाजपा दोनों के मैनिफैस्टो में है। कांग्रेस ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन एक हजार से बढ़ाकर बारह सौ करने का वादा किया है तो इधर ,भाजपा ने कहा है कि फिर सत्ता में आने पर बुजुर्गों की पेंशन पंद्रह सौ रुपए दी जाएगी। किसानों को लुभाने के लिए भाजपा ने कांग्रेस से ज्यादा रेट पर गेहूं और धान खरीदी की गारंटी दी है। कांग्रेस के वचन पत्र में 2600 रुपए में गेहूं, तो धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदने की बात कही थी। भाजपा ने गेहूं 2700 और धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने का वादा किया है। युवाओं के लिए 10 हजार रुपए तक का स्टाइपेंड और हर परिवार में कम से कम एक रोजगार या स्वरोजगार दिए जाने की बात भी घोषणा पत्र में शामिल है। रियायती दरों में सरसों तेल और चीनी देने का भी जिक्र है। अन्य योजनाओं का जानकारी कुछ इस तरह से है।
ये हैं भाजपा के प्रमुख दस संकल्प
5 वर्षों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का किवान्वयन करते हुए सभी परिवार को मुफ्त राशन के साथ रियायती दर पर दाल, सरसों तेल एवं चीनी उपलब्ध करवाएंगे। मध्य प्रदेश का कोई भी परिवार बेघर नहीं रहेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही मुख्यमंत्री जन आवास योजना शुरू करेंगे। लाड़ली बहनों को मासिक आर्थिक सहायता के साथ आवास का लाभ दिया जाएगा। एमएसपी के साथ बोनस 2,700 प्रति क्विंटल पर गेहूं एवं 3,100 प्रति क्विंटल पर पान की खरीद की व्यवस्था करेंगे। पीएम किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के लाभार्थियों को वार्षिक 12,000 रुपये देंगे। तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4,000 प्रति बोरा देना सुनिश्चित करेंगे। गरीब परिवार के सभी छात्रों को 12वीं कक्षा तक मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करेंगे। सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के साथ अब पौष्टिक नाश्ता भी उपलब्ध कराया जाएगा। प्रत्येक संभाग में आईआईटी के तर्ज पर मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एवं एम्स की तर्ज पर मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस स्थापित किया जाएगा। प्रत्येक परिवार में कम से कम एक रोजगार अथवा स्वरोजगार के अवसर सुनिश्चित करेंगे।
वचन पर विश्वास या संकल्प पर भरोसा
वोटिंग के पांच दिन पहले एमपी के वोटर के सामने अब दोनों दलों का घोषणा पत्र है। जनता कांग्रेस के वचन पर विश्वास करेगी या भाजपा के संकल्प पर भरोसा जताएगी। अभी ये कहना मुश्किल है, लेकिन दोनों दलों ने अपने अपने वादों का जाल डाल दिया है। दोनों ही पार्टियों का फोकस महिला वोटर के बाद नौजवान और किसान हैं। बीस साल पुरानी सरकार के लिए भाजपा जिसे गेम चेंजर मान रही है। लाड़ली बहना योजना में पार्टी ने उसी योजना को आगे बढ़ाया है…और अपने संकल्प पत्र का बड़ा हिस्सा महिलाओं को समर्पित किया है। सबसे बड़ा ऐलान, महिला वोटर के लिए अब हर महीने की आर्थिक सहायता के साथ लाड़ली बहनों को पक्के मकान का भी वादा है। कांग्रेस पहले ही महिलाओं को डेढ़ हजार रुपए प्रतिमाह के साथ पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर का वादा कर चुकी है। मप्र के करीब पांच करोड़ साठ लाख साठ हजार 925 वोटर्स में इस बार महिला वोटर की तादात दो करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 तक पहुंच गई है। खास बात ये है कि मप्र के 41 जिलें ऐसे हैं, जहां महिला वोटर ही चुनाव में निर्णायक है। इस लिहाज से ये वोटर गेमचेंजर भी हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा इन दो बुनियादी मुद्दों को देखें तो कांग्रेस के वचन भाजपा के संकल्प से ज्यादा लुभावने दिखाई देते हैं। भाजपा ने मुफ्त शिक्षा की बात की है तो कांग्रेस पढ़ो पढ़ाओ योजना में पांच सौ पंद्रह सौ रुपए की स्कूली बच्चों को आर्थिक सहायता देगी। कमोबेश स्वास्थ्य के मामले में भी यही स्थिति है। कांग्रेस ने वचन दिया है कि अगर उनकी पार्टी सरकार में आती है तो स्वास्थ्य के अधिकार को कानून की शक्ल दी जाएगी। वहीं, नागरिकों के लिए 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा और दस लाख रुपए का दुर्घटना बीमा देने का भी वादा किया है।