भोपाल/मंगल भारत। अब कांग्रेस का पूरा फोकस मतगणना
पर आ टिका है। मतगणना में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए कांग्रेस ने बीते रोज भोपाल में पार्टी की पाठशाला का आयोजन किया गया। पीसीसी चीफ कमलनाथ भी बीसी के जरिए इस पाठशाला में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस पूरे चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताने के लिए मेरा पूरा प्रयास रहा। नाथ ने कहा कि कोई कहेगा सट्टा बाजार ये कह रहा है। मैं किसी पर विश्वास नहीं करता। में मप्र के मतदाताओं पर ही विश्वास करता हूं। भाजपा के लोग सोचते हैं हम हथकंडे अपना लेंगे। हम लोगों को खरीद लेंगे। अब इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। हम भाजपा की सभी चालों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगों को ट्रेनिंग में जो जो प्रेजेंटेशन दिए गए हैं। वो सब मैंने देखे हैं। हमारी टेक्निकल टीम ने तैयार किए हैं। उसे बारीकी से समझें। इस पाठशाला में प्रदेश के सभी 230 कांग्रेस प्रत्याशियों को बुलाया गया।
पीसीसी में ट्रेनिंग दो शिफ्ट में दी गई
सुबह 11 बजे से शुरू हुई पहली शिफ्ट में रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर चंबल संभाग के कांग्रेस प्रत्याशियों की ट्रेनिंग दी गई। दूसरी पाली दोपहर ढाई बजे से शुरू हुई। इस दौरान इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, भोपाल और सागर संभाग के प्रत्याशी ट्रेनिंग में शामिल हुए। प्रत्याशियों के साथ पोलिंग एजेंट भी मौजूद रहे। सभी 230 प्रत्याशियों की विशेष ट्रेनिंग में उन्हें बताया गया कि 3 दिसंबर को मतगणना के दौरान ईवीएम से जुड़ी किसी भी गड़बड़ी को किस तरह से रोका जाए? इसके अलावा कांग्रेस ने सभी प्रत्याशियों से कहा है कि रिजल्ट आने के बाद उनकी निष्ठा पार्टी के प्रति रहेगी। कांग्रेस प्रत्याशियों को बताया गया कि किस तरह काउंटिंग पर नजर के साथ मतगणना केंद्रों पर क्या सावधानी रखी जाए? विधानसभा और जिला स्तर पर काउंटिंग एजेंटों को समय पूरी तरह मुस्तैद रहें। किसी भी गड़बड़ी की आशंका पर आपत्ति लें, एजेंटों को यह भी सीख दी कि किसी भी सूरत में किसी दबाव में न आएं। लीगल विंग के सदस्यों ने कहा कि डाक मतपत्र की गणना के बाद फिर से एजेंट वेरीफाई करेंगे। इसके साथ ही हर राउंड के रिजल्ट के बाद सर्टिफिकेशन अनिवार्य रूप से लेने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
कई सीनियर नेता नहीं हुए शामिल
कांग्रेस की सेकंड लीडरशिप ट्रेनिंग में कई नेताओं ने अपने एजेंट को भेज दिया था। अजय सिंह, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोट से लेकर कई दिग्गज नेता ट्रेनिंग में शामिल ही नहीं हुए। हालांकि, यह ट्रेनिंग नए प्रत्याशियों के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण रही। इसलिए एकता ठाकुर, विक्रम मस्ताल, विक्रम भूरिया जैसे प्रत्याशी ट्रेनिंग के दौरान मौजूद रहे।