एं टीइनकंबेंसी और पुरानी पेंशन योजना पर भारी पड़ रही लाड़ली बहना योजना.
भोपाल/मंगल भारत। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था और मतगणना तीन दिसंबर को होगी। चुनाव में इस बार रिकार्ड 77.15 प्रतिशत मतदान हुआ है। मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर सर्वे एजेंसियों द्वारा जारी किए गए एग्जिट पोल से भाजपा में जहां उत्साह है, तो कांग्रेस भी सर्तक हो गई है। इन एग्जिट पोल को लेकर दोनों दलों के नेताओं के अपने-अपने दावे हैं। हालांकि जनता की पसंद ना पसंद का पता तो 3 दिसंंबर को ही मतगणना के बाद सही रुप से पता चल सकेगा। इन अनुमानों को लेकर एक बार फिर से राजनैतिक विश्लेषकों में नई बहस शुरु हो गई है। इसकी वजह है जिस तरह के अनुमान तमाम एग्जिट पोल में बताए गए हैं, उनसे वे इत्तेफाक नहीं रख पा रहे हैं। मप्र के एग्जिट पोल में जिस तरह के परिणामों का अनुमान लगाया गया है उससे यही लग रहा है प्रदेश में शिवराज सरकार की लाड़ली बहना योजना गेम चेंजर साबित हो रही है। उधर, एंटीइनकंबेंसी और पुरानी पेंशन योजना जैसे मुद्दे कांग्रेस को फायदा नहीं पहुंचा सके हैं। फिलहाल कौन सा मुद्दा किस पर भारी रहा है, यह दो दिन बाद चुनाव परिणाम आने पर ही पता चल जाएगा। फिलहाल एग्जिट पोल में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत दिखाए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, अधिकांश एग्जिट पोल के नतीजों में भाजपा को मिल रही बढ़त से यह स्पष्ट तौर पर दिखायी दे रहा है कि एमपी के मन में मोदी है। भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में प्रचंड विजय हासिल कर रही है। शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मध्यप्रदेश चुनाव में मिल रही ऐतिहासिक जीत का श्रेय पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ताओं को जाता है। भाजपा की यह जीत डबल इंजन सरकार के द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को जनता की स्वीकार्ययोक्ति को दर्शाता है। साथ ही गृहमंत्री और भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह की कुशल रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल संगठनात्मक कौशल को दिखाता है। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस तरह से विकास कर रहा है और विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी और डबल इंजन की सरकार पर जनता का अथाह विश्वास विधानसभा चुनाव के दौरान देखने को मिला। प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की जनसभाओं में उमड़े जनसैलाब ने भाजपा की जीत को सुनिश्चित किया। आज आए एग्जिट पोल में जिस तरह भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। यह एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी को स्पष्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज आए एग्जिट पोल यह दर्शाते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2024 लोकसभा चुनाव में 29 की 29 सीटों पर जनता भाजपा को आर्शीवाद देने का मन बना चुकी है। उधर, इस पर पूर्व सीएम कमलनाथ का कहना है कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को मैं उनका बल याद दिलाना चाहता हूं। आप लोग कांग्रेस की शक्ति हैं और आपकी मेहनत और समर्पण से ही जनता ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन में जमकर वोट डाला है। तीन दिसंबर को जब मतगणना शुरू होगी तो कांग्रेस की सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी। उनका कहना है कि मैंने हमेशा आपसे कहा है कि देश विजन से चलता है, टेलीविजन से नहीं। बहुत से एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनती हुई दिखाई दी है, जबकि कुछ एग्जिट पोल अन्य तरह की बात कर रहे हैं। आपको इस सबसे अपना ध्यान भटकने नहीं देना है। अर्जुन की तरह आपको निगाहें सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखनी है। आपको अपना पूरा ध्यान मतगणना के दिन पर लगाना है और यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस को मिला एक-एक वोट सही से गिना जाए और प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस की सरकार बने। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि कोई कांटे फांटे की टक्कर नहीं है। कार्यकर्ताओं ने मेहनत की है, लाड़ली बहनों ने सब कांटे निकाल दिए हैं। जनता का भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिला है।
किसने दीं कितनी सीट
नरोत्तम मिश्रा 125 से 150 सीट, भूपेंद्र सिंह 135 सीट, मोहन यादव 130 सीट, और विश्वास सारंग का अनुमान 150 सीटों का है, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात करे तो वे पहले ही प्रदेश में इस बार भाजपा की 135 से 140 सीटें आने की बात कह चुके हैं। यह दावा उनके द्वारा पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्होंने 165 जगह सभाएं की हैं और लोगों से उन्हें जो फीडबैक लिया है, उसके आधार पर वे ये बात कह रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि प्रदेश की महिलाओं को हर माह आर्थिक सहायता वाली उनकी लाड़ली बहना योजना चुनाव में भाजपा की जीत में बड़ी भूमिका निभाएगी।
कांग्रेस का दावा
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में आने वाले परिणाम पर अगर कांग्रेस के दावों की बात करें तो राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 150 सीटों पर जीत का दावा कर चुके हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इसके उलट सीटों को लेकर कोई दावा नहीं करते। उनका कहना है कि वे कोई आंकड़ा नहीं देते। जनता पर उन्हें पूरा विश्वास है।
महिलाओं ने किया बम्पर मतदान
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ था। विधानसभा चुनावों के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार 77.15% वोटिंग हुई है। इससे पहले 2018 में 74.97% वोटिंग हुई थी। इस बार सिवनी में सबसे अधिक 86.29% वोटिंग हुई है। वहीं, छिंदवाड़ा में 85.85% , बालाघाट में 85.35% , आगर मालवा में 85.09% और शाजापुर में 85.01% मतदान हुआ है। पुरुष और महिला वोटरों की बात करें तो इस बार दोनों की ही हिस्सेदारी 2%-2% बढ़ी है। इस बार 78% पुरुषों ने 76% महिलाओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। भले ही अंतर दो प्रतिशत का दिख रहा हो, 20 साल में 14% अधिक महिलाएं वोट डालने मतदान केंद्रों तक पहुंची हैं।
मंत्रियों का अपना एग्जिट पोल
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अबकी बार 200 पार की बातें करने वाली भाजपा चुनाव परिणाम से पहले ही 150 के अंदर सिमट गई है। 3 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट को लेकर प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने अपना अपना अनुमान लगाया है। उनका कहना है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है। मंत्रियों के इस एक्जिट पोल के अनुसार एमपी में बीजेपी की 150 के आसपास सीटें आ रही हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, लघु उद्योग मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा और विश्वास सारंग ने अपना आंकड़ा बताया है। हालांकि कोई भी स्कीन स्वीप या बड़े फिगर की बात नहीं कर रहा है।
मैं एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं करती: उमा
मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने गुरुवार को कहा, वह एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं करतीं। भारती ने कहा, मैं चाहती हूं कि मेरी पार्टी मध्यप्रदेश में सरकार बनाए। मैं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बहुत सम्मान करती हूं।