मोदी का चला मैजिक: वीडी शर्मा

मोदी का चला मैजिक: वीडी शर्मा.

प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एमपी के मन में और देश के दिल में बसे है। प्रदेश को उनका प्यार और आर्शीवाद मिला है एवं प्रदेश की जनता ने भी उनके प्रति अगाध श्रद्धा और विश्वास रखती है। इसी के चलते प्रधानमंत्री ने जो गारंटी दी, उस पर जनता ने विश्वास किया और भाजपा को भरपूर प्यार और आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मोदी मैजिक चला है। शर्मा ने कहा, भाजपा को मिली अभूतपूर्व जीत ने भारत की राजनीति में एक नया इतिहाए रचा है। पीएम मोदी का नेतृत्व और भारतीय राजनीति के आधुनिक चाणक्य व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन से यह ऐतिहासिक जीत भाजपा को
मिली है।

फकीर की चप्पल से पिटे, फिर भी नहीं जीत सके सकलेचा
विधानसभा चुनावों के नतीजों का ऐलान के बाद कई विधानसभा सीट के नतीजे चर्चा में हैं। चर्चा में प्रदेश की रतलाम शहर की सीट की भी हो रही है। इस सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी पारस सकलेचा चुनाव प्रचार के दौरान चर्चा में आए थे। उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में पारस सकलेचा एक फकीर से चप्पल से मार खाते हुए दिखाई दे रहे थे। वे जीत के लिए पिटने गए थे। इसके बाद भी वे चुनाव हार गए हैं। उन्हें भाजपा के चैतन्य कश्यप ने मात दी है। सकलेचा 60 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव हारे हैं। भाजपा प्रत्याशी चैतन्य कश्यप को 1 लाख 9 हजार 656 वोट प्राप्त हुए, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा को 48 हजार वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी के सिर पर चप्पल मारने वाला फकीर एक दरगाह पर रहता है।

विधायक बने सांसदों को इसी पखवाड़े देना होगा इस्तीफा
विधानसभा का चुनाव जीत चुके केन्द्रीय मंत्रियों सहित तीन सांसदों को 14 दिन के अंदर किसी एक पद से इस्तीफा देना होगा। गौरतलब है कि विस चुनाव में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, सांसद राकेश सिंह, रीती पाठक और राव उदयप्रताप सिंह ने जीत दर्ज की है। ऐसे में अब विधानसभा में जीते हुए, इन सांसदों को ही नियमानुसार किसी एक सदन की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ेगा। संविधान के अनुच्छेद 101(2) के मुताबिक, अगर कोई लोकसभा का सदस्य विधानसभा का चुनाव लड़ता है और जीत जाता है तो, उसे नोटिफिकेशन जारी होने के 14 दिन के भीतर एक सदन से इस्तीफा देना होता है। इसी तरह अगर किसी विधानसभा का सदस्य लोकसभा का सदस्य बन जाता है ,तो उसे भी 14 दिन के भीतर इस्तीफा देना होता है। ऐसा नहीं करने पर उसकी लोकसभा की सदस्यता अपने आप खत्म हो जाती है।

मप्र में कांग्रेस की हार के जिम्मेदार कमलनाथ : राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हार का जिम्मेदार कमलनाथ को बताया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में एआईएमआईएम फैक्टर और केसीआर काम नहीं आए। जहां तक राजस्थान की बात है, ये पारंपरिक चलन है। वहां हर 5 साल के बाद सरकार बदल जाती है। मध्यप्रदेश में बीजेपी की जीत का श्रेय संजय राउत ने शिवराज सिंह चौहान को दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले महिलाओं को सीधे लाभ देने वाली योजनाओं से बीजेपी को बहुत फायदा हुआ। राउत ने इस चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों की भूमिका पर कहा कि अगर कांग्रेस इंडिया अलायंस के साथियों को साथ लेकर लड़ती तो स्थिति कुछ बेहतर होती। सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे लोगों के प्रचार करने से कुछ नहीं होगा।