दिग्विजय बोले: भाजपा को पहले से मालूम था चुनाव परिणाम

दिग्विजय बोले: भाजपा को पहले से मालूम था चुनाव परिणाम.

विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सभी को चौंका दिया। कांग्रेस के नेता इस परिणाम पर अभी भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं। हारे प्रत्याशी ईवीएम पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक्स पर दो तस्वीर शेयर की हैं। इसमें उन्होंने बीजेपी नेता के सोशल मीडिया के दो स्क्रीन शॉट डाले हैं। पांच दिन पुरानी इस पोस्ट पर दो फोटो हैं। इसमें एक मतगणना के पहले और एक बाद का है। इस पोस्ट पर भाजपा नेता ने लिखा है कि खाचरोद नागदा विधानसभा सीट पर भाजपा को 93 हजार और कांग्रेस को 77 हजार मत प्राप्त हुए हैं। हैरानी की बात है कि चुनाव के नतीजे भी यही सामने आए। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा इन दो तस्वीरों पर जरूर गौर करें।

गरीब कल्याण की योजना का प्रभाव
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ईवीएम पर सवाल उठाने पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक प्रह्लाद पटेल ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह की शायद उम्र ज्यादा है, तो उन्होंने पढऩा लिखना बंद कर दिया है। गरीब कल्याण पर चर्चा करेंगे तो उनको बहुत सारी चीजें समझ में आएगी। उन्होंने कहा कि जब आप एक योजना चलाते हैं, तो उसमें गरीब लाभान्वित होता है। मातृ शक्ति को क्या लाभ मिलता है ? यह दिग्विजय सिंह को हमें बताना पढ़ेगा कि आज गरीब के पास शौचालय, पानी, गैस, प्रधानमंत्री आवास सब पहुंचा है। मातृ शक्ति के पास उनके लॉलीपाप की जगह आरक्षण भी पहुंचा। इसलिए उनको ईवीएम की जगह गरीब कल्याण की योजनाओं पर चर्चा करना चाहिए। प्रह्लाद पटेल ने कहा कि वह योजनाओं के प्रभाव पर विचार करेंगे तो उनको बहुत से जवाब मिल जाएगे।

पं. धीरेन्द्र शास्त्री के विवादित वीडियो सोशल मीडिया से हटेंगे
जबलपुर हाईकोर्ट ने बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे विवादित वीडियो तत्काल हटाने का आदेश दिया है। एक याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने गूगल, यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर को विवादित वीडियो हटाने का आदेश दिया है। गोटेगांव निवासी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के शिष्य रंजीत पटेल ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में आरोप लगाया गया है कि, सोशल मीडिया बिना जांचे परखे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ वीडियो प्रचारित कर रहा है। याचिका में आरोप लगाया गया कि पूर्व विधायक आरडी प्रजापति की विवादित टिप्पणी के कंटेंट्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जबकि नियम के मुताबिक बिना जांचे परखे कोई भी वीडियो सोशल मीडिया पर प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए।

चुनाव हारे मंत्री सिसौदिया ने सबसे पहले छोड़ा बंगला
चुनाव में हारने वाले मंत्री एवं विधायकों द्वारा राजधानी में सरकारी आवास छोडऩे का सिलसिला शुरू हो गया है। मंत्रियों में सबसे पहले महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने चार इमली स्थिति बंगला खाली कर दिया है। सिसौदिया गुना जिले की बमौरी सीट से चुनाव हार गए हैं। परिणाम आने के दो दिन बाद ही उन्होंने सरकारी घर छोड़ दिया है। विधानसभा चुनाव में सरकार के 12 मंत्री चुनाव हारे हैं। नई सरकार के गठन के बाद इनमें से भी कुछ को बंगले खाली करने पड़ सकते हैं। क्योंकि सामान्य प्रक्रिया के तहत राज्य शासन नए मंत्रियों को बंगला आवंटित करती है। विधानसभा चुनाव में सिसौदिया के अलावा अरविंद भदौरिया, भारत सिंह कुशवाह, नरोत्तम मिश्रा, सुरेश धाकड़, रामखेलावन पटेल, रामकिशोर कावरे, कमल पटेल, प्रेम सिंह पटेल, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी भी चुनाव हारे हैं।