लक्ष्य हैट्रिक…

लक्ष्य हैट्रिक…

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री चुनने के लिए दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच में मंथन लगातार हो रहा। इसके बाद यह संकेत मिले हैं कि तीन स्तर पर चर्चा करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री का चयन किया जाएगा। हालांकि इस सब के बीच ही मध्य प्रदेश में विधायक दल की बैठक जल्द करवाने के भी संकेत मिले हैं। सभी स्तरों पर बातचीत और रायशुमारी होने के बाद विधायक दल की बैठक होगी, इसके लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। जो भोपाल आकर विधायकों से चर्चा करेंगे, इसके बाद मुख्यमंत्री का नाम सार्वजनिक किया जा सकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को छोडक़र प्रदेश भाजपा के सभी दिग्गज नेताओं ने पिछले दो दिनों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। सूत्रों की मानी जाए तो मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री चुनने के लिए पार्टी विभिन्न स्तरों से फीडबैक ले रही है। इसके बाद ही नई सरकार के नेता का फैसला होगा।

छुट्टी पर आला अफसर
नई सरकार के गठन में कुछ ही दिन शेष हैं। इस बीच न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी वेकेशन पर जाने की तैयारी में हैं। साल की विदाई और नये साल के स्वागत के लिए पर्यटन स्थलों पर जाने की तैयारी में है। इसके लिए कई अफसरों ने अभी से छुट्टियां ले ली हैं। इस महीने और अगले महीने जो आईएएस और आईपीएस अफसर अवकाश पर जा रहे है उनमें अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की उपसचिव मीनाक्षी सिंह 23 दिसंबर से 25 जनवरी तक 34 दिन के अवकाश पर जा रही है। उन्होंने एक्स इंडिया अर्जित अवकाश लिया है। सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह अढायच भी 6 जनवरी से 21 जनवरी तक अवकाश पर है। लोकायुक्त कार्यालय की सचिव अरुणा गुप्ता 22 जनवरी से 2 फरवरी तक एक्स इंडिया अवकाश पर रहेंगी। स्वास्थ्य विभग की उपसचिव मलिका निगम नागर 23 दिसंबर से पांच जनवरी तक अवकाश पर रहेंगी। नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त भरत यादव 23 दिसंबर से 7 जनवरी तक अवकाश पर रहेंगे। आईपीएस अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण पुलिस मुख्यालय अनुराधा शंकर सिंह 4 से दस दिसंबर तक अवकाश पर चल रही है।

कांग्रेस में नए चेहरों की तलाश
कांग्रेस की करारी हार के बाद दिल्ली पहुंचे कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद छोडऩे के संकेत पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने दिए हैं। कमलनाथ ने दिल्ली पहुंचने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान उनकी कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से बातचीत हुई। सूत्रों की मानी जाए तो खडग़े के आवास पर कमलनाथ की राष्ट्रीय अध्यक्ष खडग़े और केसी वेणुगोपाल के साथ लंबी बैठक हुई। जिसमें उन्हें संकेत दिए गए हैं कि उन्हें प्रदेशाध्यक्ष पद छोडऩा होगा। नाथ की अभी सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं हो सकी है। हालांकि खडग़े ने सोनिया गांधी से मुलाकात की और कमलनाथ द्वारा दी गई जानकारी भी उन्हें दे दी है। जल्द ही वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला कांग्रेस के आधा दर्जन के करीब नेताओं से चर्चा कर नये नेतृत्व को लेकर चर्चा कर सकते हैं।

भाजपा के बागी हुए बेअसर
विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों ने अपने दलों को नुकसान पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। हालांकि भाजपा में इसका ज्यादा असर नहीं हुआ, फिर भी भाजपा अपने बागियों के कारण कुछ सीट हार गई। वहीं कांग्रेस के बागियों के चलते उसे लगभग सभी सीटों पर जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा। कांग्रेस के कुछ बागी दूसरे नंबर पर आने में भी सफल रहे। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव लडऩे वाले नेताओं ने अपने क्षेत्र में खासे वोट लेकर कई जगह पर कांग्रेस को तीसरे नंबर पर कर दिया।