आडवाणी को भारत रत्न देना सम्मान का अपमान: सिंघार

आडवाणी को भारत रत्न देना सम्मान का अपमान: सिंघार

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का विरोध किया है। सिंघार ने कहा कि आडवाणी की भूमिका साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में रही है। नेता प्रतिपक्ष ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा ये तो देश के सर्वोच्च सम्मान का अपमान ही कहा जाएगा। हाल ही में लालकृष्ण आडवाणी को केन्द्र सरकार ने भारत रत्न देने की घोषणा की है। मैं अभी तक समझ नहीं सका कि आखिर आडवाणी जी ने ऐसा कौन सा काम किया है कि उन्हें भारत रत्न देने का फैसला किया गया। यह देश भूला नहीं है कि देशभर में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने में आडवाणी की बड़ी भूमिका रही।

बीजेपी में शामिल एकता बोलीं, कांग्रेस में नहीं हो रही थी सुनवाई
सिहोरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडऩे वालीं एकता ठाकुर ने भाजपा की सदस्यता ले ली। मुरैना के पूर्व विधायक राकेश मावई के पार्टी छोडऩे के बाद यह कांग्रेस के लिए एक और झटका देने वाली खबर रही। कांग्रेस का आरोप है कि एकता की नजर जिपं अध्यक्ष पद पर है, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ी। एकता ठाकुर ने इस दौरान प्रदेश के पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए। वे अभी जिपं की सदस्य हैं। पिछले विस चुनाव में उन्हें कांग्रेस ने सिहोरा से टिकट दिया था, लेकिन वे भाजपा के संतोष बरकड़े से चुनाव हार गई थीं। एकता ने बताया कि मैंने नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के लिए बार-बार समय मांगा लेकिन, उनके पास समय नहीं था। कमलनाथ के समय बराबर बात सुनी जाती थी। गौरतलब है कि संतोष बरकड़े के विधायक बनने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चयन 12 फरवरी को होना है।

महिला सरपंच बोली- फर्जीवाड़ा उजागर करने पर मिल रहीं धमकियां
विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान खंडवा जिले की ग्राम पंचायत जसवाड़ी की महिला सरपंच का दर्द फूट पड़ा। महिला सरपंच ने गांव वालों के सामने इस्तीफे तक की पेशकश कर दी। सरपंच का आरोप है कि उसने आयुष्मान योजना का फर्जीवाड़ा उजागर किया था। इसके कारण उसे धमकियां मिल रही हैं। जब यह यात्रा खंडवा जनपद की ग्राम पंचायत जसवाड़ी पहुंची तो वहां सरपंच संगीता जयराजसिंह कुंवर मंच से अपना दर्द बताते बताते रो पड़ी। सरपंच ने कहा कि गांव में आयुष्मान कार्ड बनाने वाली स्वास्थ्य विभाग की कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों से रुपये लिए थे। जिसकी शिकायत उन्होंने और बेटे ने जिला अधिकारी से की थी। इसके बदले उनको धमकियां मिल रही है। यही नहीं उनके बेटे को एक्सीडेंट में मारने की कोशिश भी की गई।

डॉग की फर्जी नसबंदी, पार्षद और पेट लवर्स भिड़े
नसबंदी के बाद भी बच्चे देने वाली फीमेल डॉग को नगर निगम अमले ने रविवार को खोज लिया। मौके पर बच्चे भी मिल गए। नसबंदी की निशानी के तौर पर डॉग के कान भी कटे पाए गए। इसके बाद नगर निगम के अफसरों से लेकर पार्षद रवींद्र यति, कोलार के राजहर्ष नगर के रहवासी और पीएफए भोपाल की अध्यक्ष स्वाति गौरव आपस में भिड़ गए। पार्षद, रहवासियों और स्वाति के बीच जमकर बहसबाजी भी हुई। इसके बाद रहवासियों ने स्वाति के खिलाफ लिखित शिकायत कोलार थाने में की है। स्वाति का कहना है कि शहर में बगैर नसबंदी किए कुत्तों के कान काटकर छोड़ दिया जा रहा है। यही स्थिति इसी फीमेल डॉग के साथ भी हुई।