नियम विरुद्ध तरीके से मुआवजा राशि लेने वाले मामले की कार्यवाही एक बार फिर शुरू.चुरहट.सीधी.

चुरहट। नियम विरुद्ध तरीके से मुआवजा राशि लेने वाले मामले की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई हैं .
जल्द ही इस मामले के दोषियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही होंगी। रीवा ईओडब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को जानकारी देते हुए इस बात का खुलासा किया है। एसपी राजेश मिश्रा ने बताया कि यह बड़ा मामला है लेकिन स्टाफ संख्या कम होने के चलते विवेचना कार्यवाही में देरी हो रही हैं, विवेचक को इस मामले में शीघ्र और सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए जा रहे है जल्द ही दोषियों पर कार्यवाही की तलवार लटकेगी।
बता दें कि सितंबर 23 में ईओडब्ल्यू रीवा ने फर्जी तरीके से मुआवजा राशि लेने वाले किसानों को नोटिस भेजकर रीवा तलब किया था लेकिन 4 माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इस मामले की कार्यवाही के संबंध में कोई रतापता नहीं चल रहा है। शिकायतकर्ता के अनुसार करोडों का हेरफेर होने के चलते मामलें में राजनीतिक हस्तक्षेप भी शुरू हो गया है वहीं ईओडब्ल्यू के आला अधिकारियों पर भी सक की सुई घूम रही हैं।गौरतलब हो कि चुरहट तहसील अंतर्गत रेल्वे एवं वायपास भू अर्जन में गलत तरीके से नामांतरण एवं बटांकन का मामला प्रकाश में आने के बाद हड़कंप मच गया था, वहीं ईओडब्ल्यू की टीम ने जब तहसील कार्यालय चुरहट पहुचीं तो कोहराम आ गया था।
ज्ञात हो कि इस पूरे फर्जीवाड़े में तत्कालीन तहसीलदार अमिता सिंह तोमर एवं अन्य विभागीय अमले की भूमिका संदिग्ध पाई गई थीं। जिसकी शिकायत ईओडब्ल्यू में दर्ज कराई गई थी जिस पर विभाग द्वारा 16/2019 का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। विगत दिनो ईओडब्ल्यू रीवा की टीम ने रेल्वे एवं बायपास में फर्जी तरीके से नामांतरण एवं बटांकन के दस्तावेजों को जप्त करके अपने साथ ले गई थी। दस्तावेजों का परीक्षण करने के उपरांत ईओडब्ल्यू ने 8 सितंबर को नोटिस जारी करते हुए 37 कृषकों उपस्थित होने के निर्देश दिये है। जिनमें वायपास में लाभान्वित होने वाले 27 एवं रेल्वे में लाभान्वित होने वाले 10 कृषक शामिल है।
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वायपास में 27 किसानों के नाम फर्जी भुगतान
सर्रा-मोहनिया वायपास निर्माण में फर्जी तरीके से लाभ लेने वाले कृषकों की अब धड़कने बढ़ गई है, ईओडब्ल्यू रीवा ने 27 कृषकों को नोटिस जारी करते हुए 19 सितंबर को उपस्थित होने के निर्देश दिये है जिनमें पुष्पेन्द्र सिंह पिता वासुदेव सिंह बघेल निवासी ग्राम डढिय़ा,बृजेश कुमार गुप्ता पिता रामदेव गुप्ता निवासी ग्राम चुरहट,श्रीमती ममता सिंह पत्नी पुष्पेन्द्र सिंह बघेल निवासी ग्राम डढिय़ा,श्रीमती मोनिका पत्नी विजय कुमार गुप्ता निवासी चुरहट,अनामिका पिता प्रेमलाल गुप्ता निवासी चुरहट,दीक्षा पिता प्रेमलाल गुप्ता निवासी चुरहट, शिवांचल पिता प्रेमलाल गुप्ता निवासी चुरहट, जयराम सिंह पिता तेजबहादुर सिंह निवासी चुरहट,रूपा सिंह पिता जयराम सिंह निवासी चुरहट,उदयराज सिंह पिता जयराम सिंह निवासी चुरहट,विभा सिंह पिता उदयराज सिंह निवासी चुरहट,अजय सिंह पिता जयराम सिंह निवासी चुरहट ,श्रीमती आशा सिंह पत्नी अजय सिंह निवासी चुरहट ,विजय सिंह पिता जयराम सिंह निवासी चुरहट,सुमन सिंह पिता विजय सिंह निवासी चुरहट, वासुदेव सिंह पिता लल्ला सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा,श्रीमती उमा देवी पत्नी देवेन्द्र सिंह निवासी ग्राम डढिया,अंकित सिंह पिता देवेन्द्र सिंह निवासी ग्राम डढिया, मनोज कुमार सिंह पिता वासुदेव सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा, श्रीमती सरोज सिंह पत्नी मनोज कुमार सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा, अनिल कुमार सिंह पिता वासुदेव सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा,श्रीमती कृष्णा सिंह पत्नी अनिल सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा, विजय सिंह पिता जयराम सिंह निवासी ग्राम डढिय़ा,अर्चना पिता रामदेव गुप्ता निवासी ग्राम चुरहट,रीना पिता रामदेव गुप्ता निवासी ग्राम चुरहट ,कल्पना पिता रामदेव गुप्ता निवासी ग्राम चुरहट,सरस्वती पत्नी रामदेव गुप्ता निवासी ग्राम चुरहट शामिल है।
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इन 10 कृषकों का रेल्वे में शामिल है नाम
बता दें कि चुरहट में फर्जी मुआवजा लेने वालों की लंबी कतार लगी हुई हैं, सड़क के साथ साथ 10 कृषकों के नाम रेलवे भूअधिग्रहण में भी सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार जानकी प्रसाद त्रिपाठी पिता रामलाल त्रिपाठी निवासी ग्राम मौरा,अकांक्षा त्रिपाठी पुत्री जानकी प्रसाद त्रिपाठी निवासी ग्राम मौरा,मृगेन्द्र सिंह परिहार पिता पंचराज सिंह परिहार निवासी पुष्पांजली कालोनी मुख्तियारगंज सतना,श्रीमती रामरती पति सुदामा साहू निवासी ग्राम कैमहाई ,योगेन्द्र शुक्ला पिता रामनरेश शुक्ला निवासी ग्राम गाड़ा तहसील रामपुर बाघेलान,पराग त्रिपाठी पिता रामप्रकाश त्रिपाठी निवासी ग्राम पन्ना तहसील पन्ना, शांतशिरोमणि पयासी पिता सुरेश कुमार पयासी निवासी ग्राम भेलकी,दिलीप सिंह पिता छोटेलाल सिंह निवासी ग्राम धुम्मा ,स्वतंत्र मिश्रा पिता विजय कुमार मिश्रा निवासी ग्राम डडवरिया तहसील गुनौर जिला पन्ना एवं श्रीमती शकुन्तला सिंह पत्नी नागेश्वर

सिंह निवासी ग्राम धुम्मा तहसील चुरहट शामिल है।
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नोटिस तक सीमित है कार्यवाही
फर्जी तरीके से मुआवजा राशि लेने वाले भूमि स्वामियों की शिकायत ईओडब्ल्यू से की गई जिस पर विभाग ने कछुआ गति से चलते हुए सितंबर माह में नोटिस जारी की। जारी नोटिस के अनुसार 18 सितंबर को ईओडब्ल्यू कार्यालय रीवा में उपस्थित होना था,लेकिन नोटिस जारी करने के बाद 4 माह से अधिक का समय व्यतीत हो गया अभी भी मामले की कार्यवाही आगें नहीं बढ़ सकी है ऐसे में अब जांच टीम पर ही सवालिया निशान लगने लगें हैं। जिस तरह भरे बाजार फर्जी मुआवजा राशि लेने वाले उक्त कृषक दहाड़ रहे हैं उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि यहां भी इनके द्वारा मोटी रकम थमा दी गई हैं जिसके चलते मामले को ईओडब्ल्यू ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
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पांच वर्ष पुराना है यह मामला
जिले के चुरहट तहसील अन्तर्गत पांच वर्ष पूर्व रेल्वे लाईन एवं सर्रा-मोहनिया बायपास से प्रभावित किसानों ने तहसीलदार अमिता सिंह तोमर एवं अन्य विभागीय अमले से सांठ-गांठ कर फर्जी तरीके से परिवार व रिस्तेदारों के नाम भूमि का नामांतरण कराकर रेल्वे विभाग को लंबी चपत लगाने की योजना तैयार की गई थी हलाकि अभी तक फर्जी तरीके से नामांतरण कराने वाले किसानों का एवार्ड अधर में ही लटका हुआ है। इस बीच ईओडब्ल्यू की जांच शुरू हो जाने से जहां तत्कालीन तहसीलदार सहित इस पूरे मामले से जुड़े राजस्व अमले की धड़कने तेज हो गई है वहीं फर्जी नामांतरण कराकर मुआवजे की राशि ऐंठने की जुगत में लगे किसानों को भी मुश्किलें बढ़ गई है।
इनका कहना है।
मामले में विवेचना चल रही हैं, स्टाफ कम होने के चलते कार्यवाही में देरी हो रही हैं लेकिन प्राथमिकता के साथ अग्रिम कार्यवाही के लिए बोल रहा हूँ।
राजेश मिश्रा पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू रीवा।