यूपी में गूंजा नारा, यादव चला अब मोहन के साथ

भोपाल/मंगल भारत। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज उत्तर

प्रदेश के दौरे पर हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री लखनऊ में आयोजित यादव महाकुंभ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम में वे उप्र के विभिन्न जिलों से पहुंचने वाले यादव समाज के लोगों को संबोधित करने वाले र्हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का एक माह में लखनऊ का यह दूसरा प्रवास होगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 13 फरवरी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ प्रवास पर गए थे। वहां उन्होंने आजमगढ़ कलस्टर में शामिल 5 लोकसभा सीटों के प्रमुख भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। आजमगढ़ कलस्टर की पांच लोकसभा सीटें जिसमें आजमगढ़, लालगंज, मऊ जिले की घोषी और बलिया, सलेमपुर सीटों के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रणनीति पर चर्चा की थी।
यादव बाहुल्य उप्र की 11 लोकसभा सीटों पर नजर
उत्तर प्रदेश की पिछड़ा वर्ग जनसंख्या में 20 प्रतिशत जनसंख्या अकेले यादव समाज की है। पूरे उप्र में करीब 9 प्रतिशत यादव मतदाता हैं। उप्र की 80 लोकसभा सीटों में से 11 लोकसभाएं ऐसी हैं जहां यादव मतदाता प्रभावशाली हैं। इटावा, मैनपुरी, बदायूं, फैजाबाद, संत कबीर नगर, बलिया, आजमगढ़, एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, जौनपुर सीटें यादव बाहुल्य हैं। उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पहली बार उप्र में अखिलेश लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। 2022 में 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था। उसके बाद यह पहला लोकसभा चुनाव हो रहा है।
उप्र में नारा खींच रहा है सबका ध्यान
लोकसभा चुनाव के पहले यादव मतदाताओं में सेंधमारी की कोशिशें जारी हैं। लखनऊ में आज हो रहे यादव महाकुंभ के बैनर पोस्टर्स में लिखा गया नारा सबका ध्यान खींच रहा है। उप्र की राजधानी लखनऊ में लगे पोस्टर्स में लिखा है-श्री राम कृष्ण विरोधियों का छोड़ हाथ-यादव चला मोहन के साथ। पूरे उत्तर प्रदेश के यादव समाज के लोगों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।