दर्जनभर अधिकारियों-कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई!

सहायक और समिति प्रबंधकों की भर्ती में गड़बड़ी का मामला.

भोपाल/मंगल भारत। जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों में अपात्रों की हुई भर्ती का मामला इस कदर गर्मा गया है कि दर्जनभर अधिकारियों- कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है।
जानकारी के अनुसार सहायक और समिति प्रबंधकों की भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद पीएस सहकारिता दीपाली रस्तोगी ने लोकसभा चुनाव के दौरान विभाग की बैठक बुलाई और भर्ती मामले की जांच कराने के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि उन समिति प्रबंधकों की भर्ती की गई जिनकी सहकारी समिति में प्रथम नियुक्ति पंजीयक सहकारिता के निर्देशों के विपरीत थी। जिन समिति प्रबंधकों की भर्ती की गई उन्हें नियम विरुद्ध प्रमोशन दे दिया गया था। यानी समितियों के कर्मचारियों को जिला सहकारी बैंक का बता दिया गया।
तीन जिलों में गड़बड़ी
प्रदेश की तीन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जबलपुर, शहडोल और छतरपुर में सहायक और समिति प्रबंधकों की भर्ती में गड़बड़ी सामने आई है। अब इस मामले में एक संयुक्त आयुक्त और एक जिला पंजीयक सहित दर्जनभर कर्मचारी तथा अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है। अपेक्स बैंक के माध्यम से पिछले सालों में सहायक प्रबंधक और समिति प्रबंधकों के पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी हुए थे। जबलपुर में 27 और छतरपुर एवं शहडोल में तीन दर्जन से अधिक समिति प्रबंधकों के पद रिक्त थे। सागर में पदस्थ रहे संयुक्त आयुक्त पीके सिद्धार्थ ने छतरपुर और जबलपुर में भर्ती के लिए मंजूरी दी थी। जबलपुर में भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की जांच कलेक्टर ने अपने स्तर पर कराई। 27 नियुक्तियां गलत मिलीं। कलेक्टर ने एक लिपिक और सहकारिता इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। पीएस सहकारिता दीपाली रस्तोगी के निर्देश पर जबलपुर में भर्ती की जांच होशंगाबाद के संयुक्त आयुक्त राकेश पांडेय और शहडोल की अरुण मिश्रा से कराई। आयुक्त सहकारिता मनोज कुमार सरयाम का कहना है कि तीनों जिलों की रिपोर्ट आ चुकी हैं। एक-दो दिन में प्रमुख सचिव को सौंपेंगे। अनियमितता के दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।