अब मिड डे मील में बड़ा घोटाला, केन्द्र ने पकड़ा

भोपाल/मंगल भारत। सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी प्रदेश का सरकारी अमला घपले और घोटालों को करने में पीछे नहीं रहता है। फिर मामला चाहे बच्चों से जुड़ा हो या फिर किसी अन्य से। ऐसा ही एक मामला मिड डे मील का है। पूर्व की शिवराज सरकार में भी मीड डे मील का मामला पूरे कार्यकाल के दौरान चर्चा में रहा है। अब फिर से यह मामला चर्चा में है। इसकी वजह है स्कूल बंद है , लेकिन कागजों में इसके बाद भी मिड डे मील का वितरण हो रहा है। इस गड़बड़ी का खुलासा उस पत्र से हुआ है, जिसे केंद्र सरकार के पत्र के बाद पीएम पोषण शक्ति निर्माण के राज्य समन्वयक मनोज पुष्प ने संबंधित जिलों के जिला पंचायत सीईओ को लिखा है। इस पत्र में इनसे संबंधित लोगों पर कार्रवाई करने को कहा गया है। हद तो यह है कि इस गड़बड़ी केंद्र सरकार ने पकडा है। इसके बाद जांच के निर्देश दिए गए है। दरअसल, प्रदेश के सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक मिड-डे मील के तहत बच्चों को भोजन दिया जाता है, जबकि सरकारी स्कूलों में एक मई से 15 जून तक गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं। ऐसे में कोई भी बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है। बावजूद इसके भोपाल समेत प्रदेश के 23 जिलों में मिड-डे मील का भोजन वितरित किया जा रहा है, जोकि लगातार पोर्टल पर भी अपलोड हो रहा है। शाला प्रभारियों द्वारा अवकाश अवधि में भी मध्यान्ह भोजन वितरण की रिर्पोटिंग एएमएस पोर्टल पर की जा रही है। इस गड़बड़ी को केंद्र सरकार की तरफ से पकड़ लिया गया है। इसके बाद मप्र सरकार को पत्र लिखकर इस मामले में कड़ा एक्शन लेने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा जिलों में जांच करने की बात कही गई है। इस तरह की गड़बड़ी प्रदेश के 23 जिलों में जा रही है। पत्र में कहा गया है कि जब स्कूलों में बच्चो का छुट्टी के कारण आना-जाना बंद है। तब भी शाला प्रभारियों द्वारा मिड-डे मील भोजन वितरण की रिपोर्टिंग पोर्टल पर की जा रही है, जोकि गलत है। वहीं, इस मामले में भारत सरकार की तरफ से नाराजगी जताई गई है। ऐसे में गलत रिपोर्टिंग करने वाले शाला प्रभारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए परिषद को जानकारी दी जाए।
इन जिलों में हो रहा मिड-डे मील का वितरण
मध्य प्रदेश के कुल 23 जिलों के सरकारी स्कूलों में छुट्टी के दौरान भी मिड-डे मील भोजन का वितरण किया जा रहा है। इसमे सतना, बड़वानी, भिंड, रायसेन, जबलपुर, गुना, दमोह, आगर-मालवा, मंडला, झाबुआ, बालाघाट, मंदसौर, भोपाल, बैतूल, नरसिंहपुर, डिंडौरी, सागर, रतलाम, शहडोल, सिवनी, शिवपुरी, टीकमगढ़ और श्योपुर शामिल है।