राहुल गांधी ने ‘शेयर बाज़ार घोटाले’ को लेकर मोदी-शाह के ख़िलाफ़ जेपीसी जांच की मांग की

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का आरोप है कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टीवी साक्षात्कारों में लोगों को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले शेयर खरीदने की सलाह दी थी, जिसके चलते खुदरा निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवाए हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद राहुल गांधी ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच की मांग की है.

उन्होंने आरोप लगाया है कि वे ‘अब तक के सबसे बड़े शेयर बाजार घोटाले’ में ‘सीधे तौर पर शामिल’ हैं, जिसमें खुदरा निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवाए हैं.

गुरुवार (6 जून) को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गांधी ने आरोप लगाया कि पहली बार मोदी, शाह और निवर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टीवी साक्षात्कारों में लोगों को 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले शेयर खरीदने की सलाह दी थी.

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने लोगों को निवेश की सलाह क्यों दी? गृह मंत्री ने 5 करोड़ परिवारों से बाजार में निवेश करने के लिए क्यों कहा? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों ने अडानी चैनलों को ये साक्षात्कार दिए, वही व्यवसाय समूह जो सेबी की जांच के दायरे में है. ऐसे में इन चैनलों की क्या भूमिका है? भाजपा, फर्जी एग्जिट पोल और विदेशी निवेशकों के बीच क्या संबंध है? हम जानना चाहते हैं, देश जानना चाहता है और इसलिए हम संयुक्त संसदीय समिति से जांच चाहते हैं.’

हालांकि, उन्होंने अडानी समूह के स्वामित्व वाली एनडीटीवी का नाम नहीं लिया, लेकिन गांधी ने आरोप लगाया कि इन साक्षात्कारों में मोदी और शाह दोनों ने लोगों से 4 जून से पहले शेयर खरीदने को कहा.

राहुल गांधी ने कहा, ‘ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि प्रधानमंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की हो. ऐसा पहली बार हो रहा है और एक के बाद एक कई बार वे कह रहे हैं कि शेयर बाजार में उछाल आने वाला है. साथ ही, उनके पास यह जानकारी है कि एग्जिट पोल गलत हैं और उन्हें आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के आंकड़ों और अपनी पार्टी के आंकड़ों के कारण पता है कि क्या होने वाला है.’

राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी और शाह दोनों के पास भाजपा के आंतरिक सर्वेक्षण के आंकड़े तथा भाजपा द्वारा जीती जाने वाली सीटों के बारे में खुफिया ब्यूरो की रिपोर्ट थी.

उन्होंने कहा, ‘क्योंकि उनके पास खुफिया रिपोर्ट थी और भाजपा के आंतरिक सर्वेक्षण में कहा गया था कि उन्हें 220 सीटें मिल रही हैं. इसलिए मेरा सवाल है कि आपको जो नुकसान हुआ है, वह नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बयानों की वजह से हुआ है. आपसे और खुदरा निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये चुराए गए हैं. मैं आपके लिए कह रहा हूं कि इसकी जांच होनी चाहिए – प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने गलत जानकारी क्यों दी और वे विदेशी निवेशक कौन हैं जिन्होंने इसका फायदा उठाया?’

राहुल गांधी ने कहा, ‘भाजपा में उच्च पद पर बैठे लोगों ने इस घोटाले को अंजाम दिया और मोदी तथा शाह दोनों सीधे तौर पर इसमें शामिल थे.’

निवेशकों को गुमराह करने का प्रयास: भाजपा
गुरुवार (6 जून) को एक जवाबी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि गांधी मोदी के आगामी तीसरे कार्यकाल को लेकर चिंतित हैं और घरेलू और विदेशी निवेशकों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने भाजपा और हमारे नेताओं के खिलाफ जो बेतुके आरोप लगाए हैं, उनसे साफ पता चलता है कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में विपक्ष की हार की निराशा से उबर नहीं पाए हैं. अब राहुल गांधी बाजार के निवेशकों को भी गुमराह करने की साजिश कर रहे हैं.’

गोयल ने कहा कि मोदी सरकार के तहत भारत का बाजार पूंजीकरण एक दशक पहले के 67 करोड़ रुपये से बढ़कर आज 415 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

उन्होंने कहा, ‘बड़ा सवाल यह है कि राहुल गांधी द्वारा किए गए वादों का क्या होगा? कई जगहों पर महिलाएं कांग्रेस कार्यालयों के बाहर खड़ी नजर आईं और कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना सरकारों से राहुल गांधी द्वारा हर महिला को एक लाख रुपये देने के वादों को पूरा करने की मांग करती नजर आईं.’

उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि राहुल गांधी निवेशकों और लोगों को गुमराह करने के बजाय चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे.’