बैठक में महिला कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा से भिड़ीं प्रदेश महासचिव

बैठक में महिला कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा से भिड़ीं प्रदेश महासचिव.

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को महिला कांग्रेस की बैठक बुलाई गई थी। बैठक महिला कांग्रेस को मजबूत करने के लिए बुलाई गई थी, लेकिन यह विवादों में आ गई। यह स्थिति सिंगरौली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु शर्मा और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा के बीच हुए विवाद के बाद बनी। मधु शर्मा का आरोप है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें अपमानित किया और उन्हें कहा कि आप जूता खाने लायक हैं। मधु शर्मा का आरोप है कि अलका लांबा ने बैठक में जूता मारकर बाहर निकालने की धमकी दी है। ये बात सुनकर मधु गुस्से में बैठक सभागार से बाहर निकलीं और अलका लांबा के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। मधु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी की बपौती नहीं है। शर्मा ने कहा मैं दो-दो बार जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हूं। हम अर्जुन सिंह के जमाने से कांग्रेस में काम कर रहे हैं। सीनियर हैं। ये तो आज आई हैं। दस बार आप पार्टी में गई हैं। यहां गई, वहां गई।

आखिर हटाए ही गए भोपाल डीईओ अंजनी कुमार
भोपाल जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को अचानक हटा दिया गया है। उनके स्थान पर सहायक संचालक लोक शिक्षण नरेंद्र कुमार अहिरवार को प्रभार दिया गया है। अहिरवार ने तत्काल ही कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। अंजनी कुमार को लंबे समय से विवादों में घिरे होने के बाद अचानक स्थानांतरित कर दिया गया है। स्कूलों पर कथित कार्रवाई नहीं करने सहित अन्य कई कारणों से विवादों में चल रहे त्रिपाठी के खिलाफ जिला पंचायत में दो बार निंदा प्रस्ताव पारित हो चुके थे। उनके खिलाफ कई बार प्रदर्शन भी हुए थे। आयुक्त लोक शिक्षण ने सहायक संचालक अंजनी कुमार त्रिपाठी को उच्च पद का प्रभार देते हुए लोक शिक्षण में पदस्थापना के आदेश मंगलवार को जारी किए हैं।

प्रदर्शन में मुझे निशाना बनाकर वाटर कैनन से किया गया हमला
भोपाल में एनएसयूआई द्वारा नर्सिंग घोटाले सहित तमाम परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी के विरोध में प्रदर्शन किया गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले के प्रयोग किया। इसमें कांग्रेस के कई कार्यकर्ता घायल हुए। पुलिस कार्रवाई पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में प्रदेश सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सिंघार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरता कांग्रेस के नेताओं को टारगेट बनाकर की गई। पुलिस के निशाने पर मैं भी था। मुझ पर वाटर कैनन से हमला किया गया और आंसू गैस का गोला भी फेंका गया।

लोकसभा चुनाव को लेकर दिग्विजय की हाईकोर्ट में याचिका
राजगढ़ लोकसभा चुनाव में हुई गड़बड़ी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। मंगलवार को जबलपुर पहुंचे दिग्विजय सिंह अपने समर्थकों और वकील के साथ हाईकोर्ट गए, जहां उन्होंने याचिका दायर की है। याचिका में दिग्विजय सिंह ने बताया कि पूरे चुनाव के दौरान इलेक्शन कमीशन की जो एक प्रक्रिया होती है, उसे बिल्कुल भी अपनाया नहीं गया। इस वजह से कांग्रेस को राजगढ़ लोकसभा चुनाव हारना पड़ा। याचिका में दिग्विजय ने हाईकोर्ट को यह भी बताया है कि चुनाव के दौरान इलेक्शन कमीशन के नियमों का पालन नहीं किया गया था। सिंह का कहना है कि पूरे तथ्यों और प्रमाण के साथ में याचिका दायर कर रहा हूं।