मंत्री रावत का वीडियो वायरल दावा- खुद को गृहमंत्री बताया

मंत्री रावत का वीडियो वायरल दावा- खुद को गृहमंत्री बताया

वन एवं पर्यावरण विभाग मिलने के बाद मंत्री रामनिवास रावत का एक वीडियो सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर लिखा कि रावत खुद को गृह मंत्री बता रहे हैं। कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ लग रही है। ऐसा तो नहीं कि आपका लक्ष्य मुख्यमंत्री बनने का हो। वीडियो में रावत कह रहे कि हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने विकसित और समृद्ध भारत का जो संकल्प संजोया है, उसे देश के राज्य मप्र (यहां आवाज स्पष्ट नहीं है।) मंत्री के रूप में समृद्ध और विकसित प्रदेश बनाने में महती भूमिका निभाऊंगा। सिंघार ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि रावत ने मप्र के गृह मंत्री कहा है। रावत ने आगे कहा- वे विश्वास दिलाते हैं कि प्रदेश के वनों और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए नैतिक रूप से पूरी शिद्दत से काम करेंगे। गौरतलब है कि रावत को 8 जुलाई को मंत्री पद की शपथ दिलाने के बाद डॉ. मोहन सरकार में 21 जुलाई को वन और पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है। रावत मंत्री पद की शपथ लेने के दौरान भी चर्चा में आ चुके हैं, जब उन्होंने कैबिनेट मंत्री की जगह राज्यमंत्री की शपथ ले ली थी। गलती का अहसास होने पर 15 मिनट के अंदर उनको दोबारा शपथ दिलाई गई थी।

संवाद में समाधान की ओर बढ़ेंगे मांग न मानी तो आंदोलन की राह
किसानों की मांगों को लेकर राजधानी भोपाल में किसान महासंघ का चिंतन शिविर एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ का अधिवेशन हुआ। इसमें 16 राज्यों के किसान नेता, पदाधिकारी शामिल हुए। तीन दिवसीय इस चिंतन शिविर में किसानों की समस्याओं, सरकार की हठधर्मिता से निपटने, आगे की रणनीति एवं कार्ययोजना पर मंथन चल रहा है। यह चिंतन शिविर मंगलवार को भी जारी रहेगा। चिंतन शिविर में शामिल किसानों का कहना है कि सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाए जाने की बात तो कहती है, लेकिन लाभ के बजाय खेती में नुकसान अधिक हो रहा है। खेती की लागत बढ़ी है। फसल का उचित दाम नहीं मिलने से नुकसान होता है। एमएसपी गारंटी कानून लागू किया जाना चाहिए। किसानों को फसल का उचित दाम मिले। किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए किसानों ने कहा कि पंजाब के किसानों ने आंदोलन का ऐलान किया है, जरूरत पड़ी तो मध्यप्रदेश के किसान भी दिल्ली कूच करेंगे। चिंतन शिविर के अगुआ एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा (कक्काजी) का कहना है कि किसानों की समस्याएं वैश्विक हैं। चिंतन शिविर में किसानों की समस्याओं उनके निराकरण पर चर्चा हो रही है। आगे की रणनीति पर भी विचार मंथन हो रहा है। स्थानीय समस्याओं के लिए राज्य सरकार को ज्ञापन दिया जाएगा। केंद्र सरकार को भी ज्ञापन दिए जाएंगे।

सूर्यवंशी को हटाया, ग्वालियर में प्रभारी मुख्य अभियंता बनाया
राज्य शासन ने प्रभारी मुख्य अभियंता भवन एसएल सूर्यवंशी को हटा दिया। उन्हें ग्वालियर परिक्षेत्र में प्रभारी मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी में पदस्थ किया गया है। सूर्यवंशी काफी समय से लोक निर्माण विभाग के भवन विंग में पदस्थ थे। काफी समय बाद अब जाकर उन्हें हटाकर नई पदस्थापना दी गई है। हालांकि वे अभी भी इसी पद पर पदस्थ रहने या फिर भोपाल में पदस्थापना के लिए प्रयासरत थे, किंतु शासन ने उनकी नहीं सुनी। जबकि स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ प्रभारी मुख्य अभियंता केशव सिंह की प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए उन्हें प्रभारी मुख्य अभियंता भवन में सूर्यवंशी की जगह पर पदस्थ किया गया है। इसी तरह नगरीय प्रशासन विभाग ने भी तीन वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इसमें अपर आयुक्त उज्जैन राधेश्याम मंडलोई को संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग रीवा पदस्थ किया गया है। संभागीय संयुक्त संचालक संभाग रीवा पवन कुमार सिंह को अपर आयुक्त उज्जैन नगर निगम, योगेंद्र पटेल को उपायुक्त नगर निगम उज्जैन पदस्थ किया गया है।

भाजपा में अंतर्कलह मंत्री दे रहे इस्तीफा: नायक
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने भाजपा मंत्रिमंडल में तीन महीने पहले ही वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री पद से नवाजे गए नागर सिंह चौहान द्वारा मंत्री पद से की गई इस्तीफे की पेशकश भाजपा के नैसर्गिक नेतृत्व को दरकिनार कर दलबदलुओं को तवज्जों देने का जीवंत उदाहरण हैं। भाजपा में कई वर्षों से रहे नेताओं, कार्यकर्ताओं में घुटन और बैचेनी स्पष्ट दिखाई दे रही है और इसको लेकर भाजपा के कई विधायक एवं वरिष्ठ नेता पार्टी नेतृत्व के सामने नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। नायक ने कहा कि भाजपा में मची अंर्तकलह से सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। सरकार की छवि धूमिल हो रही है और इससे जनहित में किए जाने वाले कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। जिससे प्रदेश की आम जनता परेशान हो रही है। उनके योजना संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। भाजपा ने नागर सिंह चौहान का वन एवं पर्यावरण मंत्री का पद कांग्रेस से भाजपा में गए रामनिवास रावत को दे दिया है। भाजपा में उथलपुथल है, भाजपा की कथनी से व्यथित होकर मंत्री चौहान ने इस्तीफे की पेशकश की है।