जम्मू-कश्मीर चुनाव: दलबदलू नेता को टिकट देने से नाराज़ भाजपा के निर्वाचन क्षेत्र प्रमुख ने 40 सदस्यों के साथ इस्तीफ़ा दिया

जम्मू-कश्मीर में चन्नपोरा विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा कांग्रेस से आए हिलाल अहमद वानी को मैदान में उतारने की सूचना के बाद पार्टी के निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष अल्ताफ़ अहमद पंडित ने अपनी 40 सदस्यीय टीम समेत इस्तीफ़ा दे दिया है.

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले चन्नपोरा विधानसभा सीट से भाजपा द्वारा कांग्रेस से आए एक नेता को मैदान में उतारने के बाद पार्टी के निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष और उनकी 40 सदस्यीय टीम ने इस्तीफा दे दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि पार्टी ने अब तक अपने उम्मीदवार का नाम सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस से जुड़े रहे और कुछ महीने पहले भाजपा में शामिल हुए हिलाल अहमद वानी को चुना गया है. संयोग से वानी के बेटे मेहराज हिलाल वानी अनारक्षित समाज पार्टी नामक एक छोटे से संगठन के टिकट पर उसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना को लिखे पत्र में इस निर्वाचन क्षेत्र अध्यक्ष अल्ताफ अहमद पंडित, निर्वाचन क्षेत्र सचिव मीर मेहराज, चन्नपोरा के युवा अध्यक्ष सुहैल अहमद भट, निर्वाचन क्षेत्र के उपाध्यक्ष परवेज अहमद और तीन दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा की.

पंडित ने अखबार से कहा, ‘हां, मैंने अपनी पूरी टीम के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. मैं निर्वाचन क्षेत्र का अध्यक्ष था और पिछले छह सालों से हमने पार्टी को अपना सब कुछ दिया है. हमने एक टीम बनाई और पार्टी नेतृत्व ने हमारे प्रयासों की सराहना की. लेकिन अब उन्होंने हमें अंधेरे में रख किसी और को टिकट दे दिया है.’

पंडित ने कहा कि पार्टी ने उम्मीदवार का नाम भी सार्वजनिक नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘कल रात मुझे पता चला कि पार्टी चन्नपोरा निर्वाचन क्षेत्र से किसी को मैदान में उतारने की योजना बना रही है. सुबह मुझे पार्टी से फोन आया और हमें तैयार रहने को कहा गया क्योंकि वे किसी और को उम्मीदवार बना रहे हैं.’

पंडित ने कहा कि पार्टी द्वारा मैदान में उतारा गया उम्मीदवार बाहरी है और हाल ही में पार्टी में शामिल हुआ है. पंडित ने कहा, ‘मैंने सुना है कि उसका बेटा भी किसी दूसरी पार्टी के टिकट पर उसी निर्वाचन क्षेत्र से उतर रहा है. हमारे पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था.’

उन्होंने कहा कि श्रीनगर जिले में पार्टी के उपाध्यक्ष फारूक अहमद ने भी उनके समर्थन में रैली की है और इस्तीफा दे दिया है.

कश्मीर में पार्टी के पुराने नेताओं की अनदेखी करने और हाल ही में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को टिकट देने के कारण भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं में गुस्सा है. दो सप्ताह पहले पुलवामा से भाजपा की एकमात्र जिला विकास परिषद सदस्य मिन्हा लतीफ ने पंपोर विधानसभा क्षेत्र से टिकट न मिलने के बाद पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की थी. पार्टी ने पंपोर से कुछ महीने पहले पार्टी में शामिल हुए शौकत गयूर को उम्मीदवार बनाया है.