खुद की बिजली से रात में जगमगाते हैं 11 हजार भवन

भोपाल में ऐसे मकानों की संख्या हुई 2600.

भोपाल/मंगल भारत। महंगी बिजली के विकल्प के तौर पर अब लोगों द्वारा सौर ऊर्जा पर जोर दिया जाने लगा है। इस मामले में सरकार भी लोगों की मदद कर रही है। इसकी वजह से प्रदेश में कार्यरत तीनों बिजली कंपनियां भी इस मामले को लेकर अभियान चला रही हैं। इसका असर यह है कि अब तक प्रदेश में 11040 सोलर प्लांट लग चुके हैं। सबसे ज्यादा सोलर प्लांट मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र में लगे हैं। वहीं भोपाल के 2600 घरों में सोलर से बिजली बन रही है। यह प्रदेश के किसी शहर में सबसे ज्यादा है। प्रदेश में कुछ महीनों में ही सूरज से 40 मेगावॉट से ज्यादा बिजली बनने लगी है। प्रदेश में सोलर एनर्जी को बढ़ाने का टारगेट है। सोलर एनर्जी बढ़ जाने से बिजली कंपनियों का बिजली उत्पादन पर होने वाला खर्च कम हो जाएगा। अभी प्रदेश कोयले से बनने वाली बिजली पर निर्भर है, जो महंगी पड़ती है। सोलर एनर्जी कोयले से बनने वाली बिजली से सस्ती पड़ेगी। इससे प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को भी बिजली बिलों से राहत मिल सकती है। इसके साथ ही थर्मल एनर्जी भी बढ़ेगी। अभी प्रदेश में थर्मल एनर्जी की उपलब्धता 4570 मेगावॉट है। यह साल 2028-29 तक 5890 मेगावॉट हो जाएगी। वहीं अभी प्रदेश में सोलर एनर्जी करीब 6 हजार मेगावॉट है। यह अगले पांच साल में 12638 मेगावॉट हो जाएगी।
मिलता है अनुदान
पीएम सूर्य घर योजना के तहत एक किलोवाट के सोलर प्लांट पर 30 हजार और दो किलोवाट के सोलर प्लांट पर 60 हजार रुपए और तीन किलोवाट से ऊपर के सोलर प्लांट पर 78 हजार रुपए की सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही है। इस वजह से सोलर प्लांट लगवाने वालो की संख्या में लगतार इजाफा हो रहा है।
खेतों में भी बिजली का उत्पादन
सोलर एनर्जी की नई क्रांति की तैयारी है। इसके तहत ऊर्जा विकास निगम किसानों से अनुबंध कर बड़े सोलर पैनल उनके खेतों में लगवा रहा है। कुसुम योजना के तहत यह प्लांट लगाए जा रहे हैं। इन प्लांट से बनने वाली बिजली को बिजली कंपनियां खरीदेंगी। इसके बदले में किसानों को यूनिट के हिसाब से राशि दी जाएगी। कुसुम योजना के तहत लगने वाले प्लांट के लिए किसानों और बिजली कंपनी के बीच 25 साल का अनुबंध हो रहा है। प्रदेश में इस तरह की सोलर प्लांट लगवाने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इसके तहत मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अपने कार्यक्षेत्र वाले जिलों में 1456 स्थान चिह्नित कर लिए हैं। इन स्थानों पर सोलर प्लांट लगने से एक अनुमान के मुताबिक 3345 मेगावॉट सोलर एनर्जी बन सकती है।
बढ़ेगी प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता
साल एनर्जी
2024-25 27854
2025-26 29498
2926-27 31040
2027-28 33198
2028-29 34300
प्रदेश में लगे सोलर पैनल
कंपनी सोलर पैनल
मध्य क्षेत्र 4224
पश्चिम क्षेत्र 4216
पूर्व क्षेत्र 1926
भोपाल 2600