मक्सी में भारी बवाल के बाद धारा 144 लागू.
मध्य प्रदेश में शाजापुर जिले के मक्सी में बुधवार देर शाम भारी बवाल हो गया। यहां दो समुदायों के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया और फिर बात पत्थरबाजी-फायरिंग तक पहुंच गई। इस विवाद में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस बवाल के बाद पूरे गांव में पुलिस फोर्स तैनात है और धारा-144 लागू कर दी गई है। दरअसल मक्सी में दो दिन पहले मुस्लिम समाज के एक युवक के साथ मारपीट हुई थी, जिसके बाद बुधवार रात को दोनों समुदाय भडक़ गए और पुराने विवाद को लेकर आमने-सामने हो गए। इस दौरान दोनों गुटों की ओर से पत्थरबाजी हुई। बवाल के दौरान भीड़ में से ही किसी ने फायरिंग कर दी, जिसमें कुछ युवकों के घायल होने की खबर है। जब इसकी सूचना पुलिस को हुई तो मौके पर पहुंची मक्सी पुलिस पर ही भीड़ ने पथराव कर दिया। जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया और स्थिति को काबू में किया गया। बवाल ज्यादा न बड़े इसको देखते हुए पूरे मक्सी में धारा-144 लागू कर दी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
अब मूडीज ने भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी रहने का लगाया अनुमान
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है और इसकी रफ्तार पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक से लेकर तमाम ग्लोबल एजेंसियों ने भरोसा जताया है। इस बीच रेटिंग एजेंसी मूडीज भी लिस्ट में शामिल हो गई है और भारत के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ा दिया है। मूडीज ने कहा है कि कैलेंडर ईयर 2024 में भारत 7.1 फीसदी की रफ्तार से ग्रोथ करेगा। भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को रिवाइज कर 7.1 फीसदी कर दिया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने 6.8 फीसदी का पूर्वानुमान जाहिर किया था। इसके अलावा अपने नए एशिया-प्रशांत आउटलुक में ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने देश के ग्रोथ पूर्वानुमान को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा, जबकि वित्त वर्ष 2025-26 में इंडियन इकोनॉमी के 6.6 फीसदी की तेजी से आगे बढ़ने का अनुमान जताया है।
लोगों की आस्था ही नहीं … अयोध्या की अर्थव्यवस्था भी है राम मंदिर
राम मंदिर निर्माण से न सिर्फ अयोध्या का भूगोल बदला है, बल्कि अर्थतंत्र भी बदला है। सिर्फ मेलों पर निर्भर रहने वाली अयोध्या की अर्थव्यवस्था को पंख लग गए हैं। राम मंदिर सिर्फ आस्था ही नहीं, अयोध्या की अर्थव्यवस्था भी है। राममंदिर से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है। इससे अयोध्या की जीडीपी में 2 फीसदी की वृद्धि हुई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर 1,000 लोगों को रोजगार दिया गया है। इनको वेतन के साथ पीएफ व ग्रेच्युटी की भी सुविधा प्राप्त है। मंदिर निर्माण से जहां होटल, होम स्टे के कारोबार को पंख लगे हैं वहीं छोटे-छोटे धंधे भी फल-फूल रहे हैं। रामलला की फोटो, लॉकेट, पेन, पानी की बोतल, माथे पर चंदन लगाकर लोग रोजाना 500 से लेकर 1,000 रुपये तक कमा रहे हैं। पूजा सामग्री, फूल और हनुमानगढ़ी के प्रसाद विक्रेताओं की आय चार गुना तक बढ़ी है। छोटे दुकानदार राजकुमार यादव का कहना है कि उनकी आय पहले 400 से 500 रुपये थी। यह अब बढक़र रोजाना 2500 तक हो गई है। चंदन टीका लगाने वाले सचिन गुप्ता बताते हैं कि रोजाना 500 रुपया तक कमा लेते हैं। व्हील चेयर चालक अर्जुन साहू दिनभर में 1,200 से 1500 रुपये कमाते हैं। रामनगरी बड़े ब्रांड्स के केंद्र के तौर पर भी स्थापित हो रही है। यहां पिज्जा हट, डामिनोज, करी लीफ, पैंटालून जैसे बड़े ब्रांड के आउटलेट खुले हैं। कुछ आउटलेट राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद तो कुछ मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद खुले हैं। राममंदिर के गेट के ठीक सामने साउथ की मशहूर संस्था उडुप्पी ने भी अपने रेस्टोरेंट खोल दिए हैं। स्मार्ट बाजार, रिलायंस ट्रेंड्स, कॉब इटली के आउटलेट भी खुल गए हैं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दी परमाणु हमले की चेतावनी… बढ़ गई पश्चिमी देशों की टेंशन?
रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी है और पश्चिमी देशों की टेंशन कम नहीं हो रही है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर पश्चिमी देशों को परमाणु हमले की चेतावनी जारी की है। पुतिन ने साफ कहा है कि अगर रूस में यूक्रेनी मिसाइलों से नुकसान पहुंचता है तो फिर वो परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, परमाणु शक्ति संपन्न देश के समर्थन से गैर परमाणु हथियार वाले देश का रूस पर हमला दोनों देशों का संयुक्त हमला माना जाएगा और जवाबी कार्रवाई की जाएगी। रूस की यह चेतावनी पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को उसके खिलाफ क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति दिए जाने को लेकर बढ़ती चिंता के बीच आई है। माना जा रहा है कि यूक्रेन की तरफ से बढ़ते हमलों के मद्देनजर रूस ने परमाणु हमले की नीति में बदलाव किया है। यूक्रेन ढाई साल से अमेरिका और पश्चिमी देशों के समर्थन से रूस के खिलाफ जंग लड़ रहा है। हाल के महीनों में यूक्रेन ने रूस पर कई जबरदस्त हमले किए हैं। पुतिन ने कहा, रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की ओर बदलाव की शर्तें भी स्पष्ट रूप से तय हैं। पुतिन के अनुसार, समायोजन जरूरी था क्योंकि दुनिया तेजी से बदल रही है।