प्रदेश के इतिहास में नए मुख्य सचिव का 60 घंटे तक इंतजार .
भोपाल/मंगल भारत। मप्र की मुख्य सचिव वीरा राणा सोमवार शाम 5 बजे सेवानिवृत्त हो गई। उनके स्थान पर प्रदेश कैडर के सबसे बरिष्ठ आईएएस अनुराग जैन को मुख्य सचिव बनाए जाने का पहले तो आदेश ही सोमवार देर रात जारी हुआ। मुख्य सचिव बनाए जाने के बाद जैन ने अब तक मुख्य
सचिव का पद भार नहीं सम्हाला है। वे आज दिल्ली से भोपाल आ सकते हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो पदभार ग्रहण नहीं करने की वजह से तकनीकी रूप से फिलहाल प्रदेश मुख्य सचिव विहीन बना हुआ है। अगर मंत्रालय के अफसरों की माने तो अनुराग जैन आज शाम तक भोपाल आएंगे और कल गुरुवार को पदभार ग्रहध करेंगेर्। भार ग्रहण करेंगे। कहा जा रहा है कि अचानक से उन्हें मुख्य सचिव बनाए जाने की वजह से अचानक से उन्हें सचिव सडक़ मंत्रालय, परिवहन एवं राजमार्ग के पद से रिलीव होना पड़ा। इसकी वजह से उन्हें विभाग के मंत्री नितिन गडकरी समेत अन्य करीबी नेताओं और दिल्ली में पदस्थ आला अफसरों से मिलने का मौका नहीं मिला। यही वजह है कि मुख्य सचिव के लिए नाम घोषित होने के बाद वे मंगलवार को वह मंत्रियों और अधिकारियों से मेल मुलाकात करने में व्यस्त रहे। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि वीरा राणा सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। उनके स्थान पर मुख्य सचिव बनाए गए अनुराग जैन ने कार्यभार नहीं संभाला है, इसलिए तकनीकी रूप से उनके पदभार ग्रहण करने तक मप्र में कोई मुख्य सचिव नहीं है। अधिकारियों की मानें, तो मप्र में ऐसा संभवत: पहली बार हुआ है, जब आदेश जारी होने के बाद किसी मुख्य सचिव द्वारा पदभार ग्रहण नहीं करने की वजह से इतनी लंबी अवधि तक सीएस का पद रिक्त रहा हो। वीरा राणा के सेवानिवृत्त होने के बाद सरकार ने किसी अधिकारी की मुख्य सचिव का प्रभार भी नहीं सौंपा है, लेकिन वदि कोई ऐसी इमरजेंसी आती है कि किसी फाइल पर सीएस के हस्ताक्षर होना जरूरी है, तो किसी भी सीनियर अधिकारी को मुख्य सचिव पद का प्रभार सौंप दिया जाएगा। उधर, दो दिनों से मंत्रालय स्थित मुख्य सचिव कार्यालय में हलचल नजर नहीं आई। यहां पदस्थ अधिकारी, कर्मचारी नये मुख्य सचिव का इंतजार कर रहे हैं।