विकास योजनाओं की मॉनिटरिंग करेंगे मुख्य सचिव

मुख्य योजनाओं- परियोजनाओं के लिए बना रहे कमेटी

मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र में केंद्र और राज्य सरकार की चल रही योजनाओं-परियोजनाओं की मॉनीटरिंग अब खुद मुख्य सचिव अनुराग जैन करेंगे। इस बात का संकेत उन्होंने अफसरों के साथ अपनी पहली ही मीटिंग में दे दिया है। वही अब वे विकास योजनाओं की मॉनिटरिंग करने के लिए समितियां भी बना रहे हैं। इन समितियों में विभागों के अधिकारियों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसके पीछे मुख्य सचिव की मंशा है कि योजनाओं का समय पर क्रियान्वयन हो सके। विकास योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य सचिव अनुराग जैन ने केंद्र सरकार की ग्राम स्वराज योजनाओं के क्रियान्वयन पर फोकस करने स्टेट ऑपरेशन कमेटी (राज्य संचालन समिति) गठित की है। यह कमेटी ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत योजनाओं की निगरानी करेगी। राज्य शासन ने भारत सरकार, पंचायती राज मंत्रालय की राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) योजनाओं पर अमल के लिए यह कमेटी बनाई है। इसके अंतर्गत योजना के कार्यान्वयन के लिए रणनीति और नीति तैयार करने, योजना की निगरानी करने और हर लेवल पर पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने का काम किया जाएगा। इस समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे।
इस समिति में कृषि उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल एवं युवा कल्याण, प्रमुख सचिव समाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, वित्त, संचालक पंचायती राज, महानिदेशक या संचालक राज्य ग्रामीण विकास संस्थान (एसआईआरडी), अपर संचालय या संयुक्त संचालक पंचायती राज संचालनालय, समिति अध्यक्ष के अनुमोदन से दो विशेष आमंत्रित व्यक्ति सदस्य होंगे। अपर मुख्य सचिव या प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास समिति में सदस्य सचिव होंगे।
जल को निर्मल रखने के लिए बनाई समिति
प्रदेश सरकार ने भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ श्रीराम पथ गमन का विकास करने का वादा किया है. इसे लेकर मुख्य सचिव अनुराग जैन अधिकारियों की समिति बना दी है। इसके अलावा डॉक्टर मोहन यादव सरकार द्वारा नर्मदा का जल निर्मल बनाए रखने और आसपास के क्षेत्र में मांस मदिरा के विक्रय को लेकर जो निर्णय लिया था, उसका पालन करने के लिए भी दल बना दिए गए हैं। उल्लेखनीय की डॉ. मोहन यादव सरकार ने प्रदेश में उन स्थानों को तीर्थ स्थान के रूप में विकसित करने का वादा किया है, जहां पर भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम ने समय व्यतीत किया था और भगवान से जुड़ी यादें वहां आज भी मौजूद है। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने राज्य शासन द्वारा मां नर्मदा के जल को निर्मल, अविरल, प्रवाहमान बनाने एवं समग्र विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पर निर्देशों का पालन करने के लिए अंतर्विभागीय कार्यकारिणी समिति का गठन किया है। इस समिति में अपन मुख्य सचिव (पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वन) प्रमुख सचिव (नगरीय विकास एवं आवास तथा राजस्व विभाग) सदस्य बनाए गए हैं जबकि प्रमुख सचिव (योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी समिति) के पदेन सचिव होंगे। इनके अलावा प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन समिति के पदेन सचिव शामिल होंगे। यह समिति सरकार द्वारा किए गए वादे को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
राम पथ गमन के कामों की मॉनिटरिंग के लिए कमेटी
इसके पहले मुख्य सचिव अनुराग जैन ने चित्रकूट से भगवान राम के लंका जाने के दौरान मध्यप्रदेश की सीमा में पड़ने वाले पदचिन्ह स्थलों के विकास के लिए भी कमेटी बनाई है। श्री राम पथगमन कमेटी में किए जाने वाले कामों और उनकी प्लानिंग को लेकर इस कमेटी द्वारा निर्णय लिए जाएंगे। इसको लेकर बनाए न्यास के अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं। इसके लिए विभागीय सचिवों की एक कमेटी का गठन भी कर दिया है। यह कमेटी राम वन गमन पथ के कामों की मॉनिटरिंग करेगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने मुख्य सचिव की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए एक कमेटी बनाई है। उसके अध्यक्ष मुख्य सचिव अनुराग जैन खुद हैं। इस कमेटी की जो जिम्मेदारी तय की गई है, उसके अनुसार कमेटी श्रीराम पथगमन स्थलों के विकास की इंटीग्रेटेड स्कीम के निर्माण, इसके कार्यों के क्रियान्वयन एवं नियमित समीक्षा के लिए विभागीय सचिवों की समिति काम करेगी। इसके पहले राज्य सरकार राम वन पथ गमन न्यास का गठन कर चुकी है और दो माह पहले इसकी बैठक में न्यास के अध्यक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हो चुकी है। सीएस की विभागीय मॉनिटरिंग समिति में मुख्य सचिव-अध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन- सदस्य, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन-सदस्य, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग-सदस्य, प्रमुख सचिव वित्त- सदस्य, प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन विभाग-पदेन सदस्य सचिव होंगे।