कई जिलों से लगातार आ रही शिकायतें.
भोपाल/मंगल भारत। एक तरफ जहां सरकार का पूरा फोकस किसानों और उनकी आया बढ़ाने पर है तो वहीं दूसरी तरफ सरकारी अमला किसानों के लिए मुसीबत बना हुआ है। हालत यह है कि जब भी मौका मिलता है कृषि विभाग द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी शुरु कर दी जाती है। ऐसा ही ताजा मामला है कि गेंहू के बीज का। विभाग ने अनुदान के नाम पर किसानों को बेहद घटिया बीज थमा दिया है। इससे अब किसान बेहद परेशान चल रहे हैं। बीज ग्राम योजना के तहत उन्नत किस्म का बीज उत्पादित करने के लिए यह बीज बीते पखवाड़े में किसानों को दिया गया है। जैसे किसानों ने बुआई के लिए बीज के बोरे खोले तो उसके अंदर से बेहद खराब यानि की घुना हुआ गेहूं निकला है। ऐसा नही है कि इस तरह का बीज किसी एक जिले में निकला हो बल्कि , कई जिलों यही स्थिति बनी हुई है। अहम बात यह है कि इन जिलों में भोपाल भी शामिल है। इसके अलावा यही स्थिति भोपाल के आसपास वाले रायसेन और विदिशा सहित करीब दस जिलों की भी है। अब इसको लेकर कई जिलों की शिकायतें भोपाल तक आ चुकी हैं, लेकिन जिम्मेदारों पर अब तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है। दरअसल किसान कल्याण एवं कृषि विभाग बीज निगम से गेहूं के बीज की 8737 (अनमोल) किस्म किसानों के लिए उपलब्ध करवा रहा है। सभी पंचायतों में कृषि विस्तार अधिकारियों के जरिये यह बीज किसानों को अनुदान पर दिया गया। भोपाल के ग्राम भैरोपुरा, डोबरा, खजूरीकलां सहित अन्य गांव के छोटे किसानों ने कृषि विस्तार अधिकारी (ग्राम सेवक) से करीब 1200 रुपये के हिसाब से 8,737 बोरियां ली थीं। बीज पर किसानों को भरोसा था, लेकिन जब उन्होंने बोवनी के समय इसे खोलकर देखा तो वह पूरा खराब निकला। गेहूं में घुन लग चुका था या कीड़े पड़ गए थे। किसानों ने हाथ से उठाकर देखा तो आटा बन चुका था। गेहूं के दानों में छेद तक हो गए थे। इसका वीडियो किसानों ने उपलब्ध कराया है। किसानों ने कृषि विभाग में इसकी शिकायत की है, लेकिन अभी तक उनको दूसरे बीज का विकल्प भी नहीं मिला है। बोवनी का समय बीत रहा है, इसलिए किसान भी परेशानी में हैं। बताया जा रहा है कि विभाग बीज निगम से गेहूं लेता है, फिर सभी कृषि विस्तार अधिकारियों को करीब 50-50 बोरियां उपलब्ध कराता है। यह अधिकारी प्रति किसान सिर्फ 40 किलोग्राम बीज देते हैं।
बोवनी के लिए करनी पड़ रही जद्दोजहद
ग्राम डोबरा जागीर के एक किसान का कहना है कि चार नवंबर को 8737 किस्म का बीज खरीदा था। बोवनी के लिए बोरियां खोलकर देखीं तो कीड़े रेंग रहे थे। हाथ में बीज लिया तो आटा लग रहा था। ऐसे में अब दोबारा मेहनत करनी पड़ रही है। अब तक बीज नहीं मिला है। वहीं ग्राम भैरोपुरा के किसान प्रीतम सिंह का कहना है कि पंचायत से कृषि विस्तार अधिकारी ने जो बीज दिया है, उसकी बोरी खोलने पर वह घुन लगा हुआ खराब निकला है। कई बार बदलने के लिए कहा तो कोई सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में खराब गेहूं की बोवनी करना पड़ रही है। इससे उपज पर असर पड़ेगा।