अमेरिका में जन्म से ही नागरिकता मिलने के नियम को बदलवा सकते हैं ट्रंप?

अमेरिका में जन्म से ही नागरिकता मिलने के नियम को बदलवा सकते हैं ट्रंप?

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उस कानून को हास्यास्पद बताया, जिसके तहत देश में जन्मे किसी भी व्यक्ति को अपने आप अमेरिकी नागरिकता मिल जाती है। ट्रंप ने इशारा किया कि वह 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद इस कानून को खत्म करवाने के लिए कदम उठाएंगे। ट्रंप के लिए नागरिकता से जुड़ा यह कदम इतना भी आसान हीं होगा, लेकिन अगर वे इस नियम को बदलवाने में सफल होते हैं तो इसका दूरगामी असर क्या होगा? इसका भारतीयों समेत बाकी देशों के नागरिकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? ट्रंप ने कहा कि वह जन्म से मिलने वाले नागरिकता के नियम को भी बदल देंगे। ट्रंप ने कहा कि हमें इसे खत्म करना होगा। बाकी देशों में यह चलन नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह के नियम से देश के सिस्टम का फायदा उठाया जाता है और अमेरिकी नागरिक बनने के मानक थोड़े सख्त होने चाहिए। ट्रंप और उनके समर्थकों का कहना है कि इस नियम से बर्थ टूरिज्म (बच्चों के जन्म के लिए पर्यटन) को बढ़ावा मिलता है। इसके तहत माता-पिता अपने बच्चों के जन्म के लिए अमेरिका का दौरा करते हैं, ताकि उन्हें अमेरिकी नागरिकता मिल जाए।

पति का कर्ज चुकाने के लिए पत्नी ने डेढ़ लाख में बेच दिया 30 दिन का बेटा
कर्नाटक के रामनगर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक महिला को अपने नवजात बच्चे को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 40 वर्षीय महिला ने अपने 30 दिन के नवजात को डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया था। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब महिला के पति ने यह शिकायत दर्ज कराई कि उसका बेटा घर से लापता है और उसे अपनी पत्नी पर संदेह है। बताया जा रहा है कि पत्नी ने पति का कर्ज चुकाने के लिए ही नवजात को बेचा था। दोनों पति-पत्नी दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं और अपने पांच बच्चों के साथ एक मुश्किल आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे थे, जिसके कारण उन पर 3 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज था। इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने दो सहयोगियों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया। महिला के पति ने पहले भी प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि वे अपने नवजात बच्चे को पैसे के बदले बेच सकते हैं, लेकिन महिला ने बच्चे को बेंगलुरु की एक महिला को बेच दिया। पुलिस की महिला टीम ने महिला से गहन पूछताछ के बाद उसने स्वीकार किया कि उसने बच्चे को 1.5 लाख रुपये में बेच दिया था।

जापान: ‘बच्चे कम पैदा हो रहे हैं…’, सरकार कर्मचारियों को देगी हफ्ते में 3 दिन छुट्टी
जापान की राजधानी टोक्यो में बर्थ रेट यानी प्रजनन दर में सुधार लाने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। अगले साल से ऑफिस में यहां 4-वर्किंग डेज के नियम लागू किए जाएंगे। मसलन, अब लोगों को सप्ताह में सिर्फ चार दिन ही काम करना है। टोक्यो गवर्नर युरिको कोइके ने ऐलान किया कि अगले साल अप्रैल महीने से कर्मचारियों के पास ऑप्शन होगा कि वे सप्ताह में तीन दिन ऑफ ले सकेंगे। मसलन, पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि लोग अपने बच्चों के पालन-पोषण के चलते बीच में ही अपना करियर छोडऩे को मजबूर हो जाते हैं। लोगों के बच्चे पैदा न करने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण माना जाता है। बीते कुछ सालों की नीतियों की वजह से देश का प्रजनन दर बेहद खराब हुआ है। इसमें सुधार लाने की लिए स्थानीय प्रशासन कई नए तरीके अपनाते रहा है। गवर्नर कोइके ने कहा, इस दौरान हम काम के तरीके, फ्लेग्सिबिलिटी लाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी को बच्चे को जन्म देने या फिर बच्चे की केयर करने की वजह से अपना करियर न छोडऩा पड़े। यह पहल जापानी जोड़ों के बीच बच्चों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए है।

बारामूला हाइवे पर मिला संदिग्ध बैग, सुरक्षा बलों आईईडी को किया नाकाम
श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर टीसीपी पलहालन में एक संदिग्ध बैग मिलने से हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे। जांच के बाद पता चला कि बैग में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस प्लांट कर रखी थी। जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर-बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर टीसीपी पलहालन में सोमवार को एक संदिग्ध बैग मिला। सूचना पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने बैग की जांच की तो उसमें आईईडी मिला। सुरक्षाबलों ने आईईडी को कब्जे में ले लिया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की नापाक हरकत को नाकाम कर दिया। बाद में सेना ने संदिग्ध वस्तु को नष्ट कर दिया। इससे पहले, उधमपुर में आपस में कहासुनी के बाद एक पुलिस जवान ने अपनी एके 47 से साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे की है। कश्मीर के सोपोर से तीन पुलिस जवान रियासी के तलवाड़ा ट्रेनिंग सेंटर के लिए सरकारी वाहन से निकले।