राम मंदिर बनाने वालों का सम्मान हुआ ताजमहल बनाने वालों के हाथ काट दिए गए.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा में राम मंदिर में काम करने वाले निर्माण श्रमिकों का सम्मान किया और कैसे ताजमहल के लिए काम करने वाले श्रमिकों के हाथ काट दिए गए। भारतीय जनता पार्टी सरकार के तहत श्रम शक्ति के लिए सम्मान की सराहना करते हुए सीएम ने ये बातें कहीं। यूपी के मुख्यमंत्री मुंबई में विश्व हिंदू आर्थिक मंच (डब्ल्यूएचईएफ) के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सीएम योगी ने शनिवार को अपने संबोधन में कहा, आपने देखा होगा कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का निर्माण करने वाले श्रमिकों का सम्मान कर रहे थे। एक तरफ जहां पीएम उन पर फूल बरसा रहे थे, वहीं दूसरी तरफ, इससे पहले की स्थिति ऐसी थी कि ताजमहल का निर्माण करने वाले श्रमिकों के हाथ काट दिए गए थे। उन्होंने कहा कि इतिहास में बढिय़ा कपड़ा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के भी हाथ काट दिए गए थे, जिससे एक पूरी परंपरा और विरासत नष्ट हो गई। यूपी के सीएम ने कहा, आज भारत अपने श्रमबल का सम्मान करता है, उन्हें हर तरह की सुरक्षा देता है।
अतुल सुभाष खुदकुशी केस में पुलिस ने पत्नी निकिता समेत 3 लोगों को किया अरेस्ट
बेंगलुरु में एआई इंजीनियर रहे अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में लगातार नई जानकारियां सामने आ रही हैं। ताजा मामले में अतुल सुभाष की पत्नी आरोपी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। वहीं, आरोपी सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और वहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। समाचार एजेंसी एएनआई ने बेंगलुरु के डीसीपी व्हाइट फील्ड डिवीजन शिवकुमार के हवाले से दी है। आरोपितों से पूछताछ में अब मामले से जुड़ी कई परतें खुल सकती हैं। बता दें कि 34 वर्षीय एआई अतुल सुभाष की अलग रह रही पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा और भाई अनुराग को अतुल सुभाष की मौत के बाद आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आत्महत्या से पहले, अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर उत्पीडऩ और जबरन वसूली का आरोप लगाया था, इन आरोपों को लेकर उन्होंने एक सुसाइड नोट और करीब 80 मिनट का वीडियो बनाया था।
मुस्लिम आबादी में 46 साल बाद खुले शिव मंदिर के कपाट, पूजा-पाठ शुरू
हिंसा की आग में झुलसे संभल में शनिवार तडक़े मस्जिदों के लाउडस्पीकर का शोर जांचने पहुंची टीम का चौंकाने वाले सच से सामना हुआ। मुस्लिम बहुल खग्गू सराय मुहल्ले में पांच मस्जिदों और इसके आसपास ढाई सौ घरों में बरसों से कटिया कनेक्शन से बिजली चोरी की जा रही थी। टीम को यहीं 46 साल से बंद एक मंदिर मिला, जिसे एक मकान से सटाकर और दीवार खड़ी कर कब्जा लिया गया था। मंदिर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास से महज दो सौ मीटर और सर्वे को लेकर चर्चा में आई शाही मस्जिद से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर के दरवाजों पर पड़े ताले खुलवाकर देखा गया तो उसमें हनुमान जी की एक मूर्ति और शिवलिंग मिला। लंबे अरसे से बंद रहने की वजह से उन पर धूल जमी थी। मंदिर के बराबर कुएं को भी पाट दिया गया था। उसकी खोदाई कराई जा रही है। मंदिर के मिलने की खबर पर वहां काफी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और अन्य लोग एकत्र हो गए। उन्होंने मंदिर की सफाई कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी है।
ट्रैक्टर-ट्रॉली के अनियंत्रित होकर पलटने से चार लोगों की मौत, 1५ से अधिक लोग घायल
ग्वालियर में शनिवार रात करीब ग्यारह बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से चार लोगों की मौत हो गई। घटना घाटीगांव में आंतरी-तिलावली तिराहा की है। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सहरिया आदिवासी समाज के लोग थे। मृतकों में एक नाबालिग भी शामिल है। हादसे में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिन्हें एंबुलेंस और पुलिस की गाडिय़ों की मदद से जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर रुचिका चौहान ने ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर घायलों का हाल जाना। साथ ही उनके बेहतर इलाज के इंतजाम करने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए। ग्वालियर के घाटीगांव के कैंथ गांव से शनिवार शाम सहारिया आदिवासी समाज के 31 लोग पई खो गांव के जंगल में शतावरी वन औषधि की जड़ खोदने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली से गए थे।