असफल कांग्रेस का विफल घेराव, नेताओं की छवि चमकाने का प्रयास: वीडी शर्मा

असफल कांग्रेस का विफल घेराव, नेताओं की छवि चमकाने का प्रयास: वीडी शर्मा.

कांग्रेस के नकारा नेतृत्व पर पर्दा डालने के लिए आयोजित यह विरोध प्रदर्शन इन नेताओं की छवि चमकाने का प्रयास भर बनकर रह गया। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कही। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का यह असफल प्रदर्शन न सिर्फ उसके नकारा नेतृत्व को प्रदर्शित करता है, अपितु उसके विकास और संविधान विरोधी चरित्र को भी प्रमाणित करता है। विधानसभा में जनहित की चर्चाओं से भागकर, पारित होने वाले विधेयकों को अवरुद्ध कर कांग्रेस ने गरीब, किसान, युवा, महिला और मध्यप्रदेश की समस्त जनता से धोखा किया है। कांग्रेस ने बता दिया है कि उसके लिए स्वयं के राजनैतिक स्वार्थ मध्यप्रदेश की जनता के हित से कहीं ऊपर हैं।

कांग्रेस की दुर्दशा के लिए दिग्विजय, कमलनाथ, पचौरी जिम्मेदार: असलम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान ने मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और पूर्व कांग्रेसी रहे सुरेश पचौरी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सीधे तौर पर पार्टी की दुर्दशा के लिए इन तीनों नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पचौरी अब कांग्रेस को छोडक़र भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब राजनीति में सामंतवादियों और पूंजीपतियों का दौर खत्म हो चुका है। अब गरीबों का दौर शुरू हो गया है। यही वजह है कि बिना कोशिश के भी कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिल रहे हैं। खान ने सोमवार को बैतूल में एक कार्यक्रम में यह बात कही। पूर्व केंद्रीय असलम शेर खान ने कहा कि मप्र में दो-तीन लोग तो कांग्रेस चला ही रहे थे। राहुल गांधी ने मप्र को इन्हीं लोगों के भरोसे छोड़ा हुआ था। इन्हीं को टिकट बांटना और संगठन चलाना था।

मंत्री मैं भी रहा हूं, सदन में विधायक का अपमान न करें: भूपेन्द्र
ध्यानाकर्षण के माध्यम से पूछे गए प्रश्न पर स्कूल शिक्षा मंत्री उदयप्रताप सिंह का जवाब सुनते ही मप्र के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक भूपेन्द्र सिंह सदन में ही भडक़ गए। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री से मैं क्षमा चाहूंगा और एक निवेदन करना चाहूंगा कि मैं क्षेत्र का विधायक हूं और यदि अधिकारी यह लिखते हैं कि जनता में कोई नाराजगी नहीं है, तो यही बात मंत्री सदन में कहकर विधायक को सदन में अपमानित न करें, क्योंकि इस जवाब से यह लगता है कि सदन में मैं झूठ बोल रहा हूं। उन्होंने कहा कि जिस स्कूल को लेकर सवाल लगाया है, वह इतना बड़ा नहीं है। उसे तो मैं दो घंटे में ठीक कर सकता हूं, लेकिन इस तरह की स्थिति पूरे प्रदेश में है। उसको लेकर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने सदन में स्वीकारा विधायक के प्रश्न का दिया था गलत जवाब
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने सवाल का गलत जवाब दिए जाने का मामला उठाते हुए उच्च शिक्षा मंत्री से खेद व्यक्त के लिए कहा। जयवर्धन सिंह ने राघौगढ़ में संचालित सरकारी कॉलेज में पीजी कोर्सेस से जुड़ी जानकारी का सवाल लगाया था। उन्होंने कहा कि जवाब में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस चलते हुए बता दिए गए, जबकि अभी तक यहां ग्रेजुएट कोर्स ही चल रहे हैं। जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने गलती स्वीकार करते हुए कहा कि अधिकारियों ने दूसरे कॉलेज की जानकारी भेज दी। विधायक ने कहा कि विधायक सदन में इस उम्मीद से सवाल लगाते हैं कि उन्हें सही जवाब मिलेगा, लेकिन यहां भी गलत जवाब मिल रहा है। उधर, मंत्री परमार ने कहा कि विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि यदि आगे से इस तरह की गलती हुई, तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।