पौष पूर्णिमा से हुई महाकुंभ की शुरुआत आज किया जा रहा है पहला स्नान

पौष पूर्णिमा से हुई महाकुंभ की शुरुआत आज किया जा रहा है पहला स्नान

पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु आज त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे। हिंदू धर्म के सबसे बड़े धर्म उत्सव को लेकर श्रद्धालुओं के मन में उत्साह देखा जा रहा है। 13 जनवरी से शुरू होकर महाकुंभ का पावन पर्व 26 फरवरी तक चलेगा। माना जा रहा है कि यह महाकुंभ 144 सालों के बाद आया है और इसलिए इसे बेहद खास माना जा रहा है। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान (शाही स्नान) 14 जनवरी को किया जाएगा। हिंदू पौराणिक शास्त्रों के अनुसार, महाकुंभ में डुबकी लगाने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। महाकुंभ में लाखों भक्त आ रहे हैं, जानकारी के मुताबिक आज सुबह 9.30 बजे तक 60 लाख लोगों ने स्नान किया है। वहीं, यूपी सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए जगह-जगह सुरक्षा बल भी तैनात किए है। महाकुंभ को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि महाकुंभ आस्था, भक्ति और संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ एकत्रित करेगा। प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 3 दिन के तप के बाद 12 हजार संत नागा संन्यासी बनेंगे। इसके लिए सभी अखाड़ों ने तैयारी भी कर ली है। महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद कुछ चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।

अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन, एलएसी के पास की मिलिट्री ड्रिल
देश एक तरफ जहां सेना दिवस की तैयारियों में डूबा हुआ है। दूसरी तरफ चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास कॉम्बैट ड्रिल शुरू कर दी है। चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजिमेंट की अगुवाई में यह युद्धाभ्यास किया गया। चीन के इस कॉम्बैट ड्रिल में सभी इलाकों में इस्तेमाल लाए जाने वाहनों, मानवरहित सिस्टम और ड्रोन सहित सेना की उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया गया। चीन की ओर से यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है, जब भारत और चीन के बीच शांति बनाए रखने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपने सैनिकों को पीछे हटाने और फिर से पेट्रोलिंग शुरू करने को लेकर 21 अक्टूबर 2024 को एक एग्रीमेंट हुआ था। यह एग्रीमेंट 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को कम करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम था। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने देपसांग और डेमचोक जैसे संवेदनशील इलाकों में गश्ती बहाल करने पर सहमति जताई थी। भारत के एनएसए अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह एग्रीमेंट हुआ था।

शेयर में गिरावट, सेंसेक्स 800 अंक लुढक़ा रुपया सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंचा
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ खुला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 843.67 अंक गिरकर 76,535.24 और निफ्टी 258.8 अंक गिरकर 23,172.70 अंक पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे टूटकर 86.27 के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गया। बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भी शेयर मार्केट गिरावट के साथ बंद हुआ था। ग्लोबल मार्केट में मिले-जुले रुख के बावजूद आईटी शेयरों में तेजी देखी गई थी, लेकिन ये तेजी भी गिरते बाजार को संभाल नहीं सकी थी। विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी बाजार पर दबाव बढ़ा दिया था। बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को बढ़त के साथ 77,682 अंक पर खुला था, लेकिन अंत में ये 241.30 अंक या 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,378.91 पर बंद हुआ था।

बीजेपी पहले आपका वोट चाहती है, फिर चुनाव के बाद आपकी जमीन: केजरीवाल
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने केजरीवाल पर शकूर बस्ती झुग्गी को लेकर ‘‘झूठे और भ्रामक’’ बयान देने का आरोप लगाया। उपराज्यपाल ने केजरीवाल से ऐसा करने से बचने या दिल्ली विकास प्राधिकरण की कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा। दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली के शकूर बस्ती झुग्गी बस्ती का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि बीजेपी झुग्गीवासियों के कल्याण के बजाय उनकी भूमि का अधिग्रहण करना चाहती है। केजरीवाल ने कहा, बीजेपी पहले आपके वोट चाहती है और फिर चुनाव के बाद आपकी जमीन लेना चाहती है। वे झुग्गियों को ध्वस्त करने की योजना बना रहे हैं। इस पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए केजरीवाल के इन दावों को पूरी तरह से झूठा और भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की ओर से झुग्गी बस्ती की जमीन को लेकर दिए गए बयान में कोई सच्चाई नहीं है।