मंगल भारत:-आज पूरे भारतवर्ष में गणतंत्र दिवस की 76वीं वर्षगांठ बड़ी ही धूमधाम से मनाई जा रही है.
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जय हिंद के तारों की गूंज है.

लाल किले से लेकर लाल चौक तक झांकियां का आयोजन किया गया विभिन्न प्रकार के कर्तव्य भारत देश के वीर सपूतों ने दिखाए.
वहीं चिकित्सा क्षेत्र में प्रत्येक गणतंत्र दिवस की भांति इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर डॉक्टर प्रशांत तिवारी ने रक्तदान देकर लोगों के हित में एक कदम और आगे बढ़ाया.
उनके द्वारा कुछ महत्वपूर्ण बातें रखी गई जो समाज में रक्तदान के महत्व को आगे बढ़ती हैं.

रक्तदान एक महान और मानवीय कार्य है जो जरूरतमंद व्यक्तियों की जान बचाने में मदद करता है। यह एक ऐसा दान है, जिसे कोई भी स्वस्थ व्यक्ति कर सकता है, और इसके जरिए समाज में जीवन बचाने का महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है।
रक्तदान का महत्व:
1. जीवन बचाने का माध्यम:
एक यूनिट रक्त कई लोगों की जान बचा सकता है। विशेष रूप से दुर्घटनाओं, सर्जरी, गर्भावस्था के दौरान या रक्त संबंधित बीमारियों जैसे थैलेसीमिया और कैंसर के इलाज में रक्त की आवश्यकता होती है।
2. मानवता की सेवा:
रक्तदान के जरिए आप किसी जरूरतमंद की मदद कर सकते हैं। यह दूसरों के प्रति आपकी संवेदनशीलता और मानवता को दर्शाता है।
3. स्वास्थ्य के लिए लाभकारी:
रक्तदान से शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है, जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
4. रक्त की कमी को पूरा करना:
हमारे देश में रक्त की भारी कमी है। नियमित रक्तदान से ब्लड बैंकों में रक्त की पर्याप्त मात्रा बनी रहती है।
5. समाज में जागरूकता बढ़ाना:
रक्तदान का संदेश फैलाने से अन्य लोग भी प्रेरित होते हैं और समाज में एक सकारात्मक माहौल बनता है।
रक्तदान के नियम और सावधानियां:
1. रक्तदान करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप पूरी तरह स्वस्थ हैं।
2. रक्तदान के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और वजन 50 किलोग्राम से अधिक होना चाहिए।
3. रक्तदान करने के बाद आराम करें और पर्याप्त मात्रा में पानी व पौष्टिक आहार लें।
4. नियमित रक्तदान (3-4 महीने के अंतराल पर) करना सुरक्षित और फायदेमंद है।
निष्कर्ष:
रक्तदान एक छोटा सा प्रयास है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है। यह न केवल जरूरतमंद लोगों की जान बचाता है, बल्कि समाज में दूसरों की मदद करने की प्रेरणा भी देता है। इसलिए, हमें सभी को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और इस नेक कार्य में योगदान देना चाहिए।
डॉ प्रशांत कुमार तिवारी एमबीबीएस,junior resident (एमडी) पैथोलॉजी…
जिसमें इस शुभ अवसर पर उपस्थित थे डॉक्टर राघवेंद्र तिवारी भूतपूर्व चिकित्सा अधिकारी नईगाड़ी, डॉक्टर मनोज पाल, भूतपूर्व प्रमुख खंड चिकित्सा अधिकारी बिजावर, डॉक्टर राजकुमार पटेल भूतपूर्व चिकित्सा अधिकारी रीवा एवं डॉक्टर दीपांशु त्रिवेदी डॉक्टर लोकेश सिंह रघुवंशी डॉक्टर सृष्टि दवे डॉक्टर साक्षी कदम, डॉक्टर अर्जुन करते, डॉक्टर माधव सक्सेना एवं कॉलेज के समस्त स्टाफ इस शुभ अवसर पर उपस्थित रहे.RDGRDI MEDICAL COLLEGE SURASA UJJAIN ME.