30 दिन में अवैध फीस के 38 करोड़ लौटाने के कलेक्टर ने दिए आदेश

30 दिन में अवैध फीस के 38 करोड़ लौटाने के कलेक्टर ने दिए आदेश.

जबलपुर जिले में विद्यार्थियों के अभिभावकों से मनमानी और अवैधानिक तरीके से फीस वसूलने पर जिला प्रशासन निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इसी कड़ी चार प्राइवेट स्कूलों को 38 करोड़ रुपए की राशि वापस करने के आदेश दिए गए हैं। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया है कि जिले में संचालित निजी विद्यालयों से फीस वृद्धि को लेकर शिकायतें आई हैं। उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। स्कूलों को सुनवाई का मौका दे रहे हैं और अनियमितताएं हो रही है तो प्रकरण जिला समितियों को प्रस्तुत किए जा रहे हैं। चार निजी स्कूलों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए 38 करोड़ रुपए की वसूली के आदेश दिए गए हैं।

समाज को बांटने और झूठ फैलाने का काम कर रही कांग्रेस: शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कांग्रेस की रैली में राहुल गांधी के संबोधन पर करारा जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी अपनी राजनीति की दुकान को मोहब्बत की दुकान बताकर समाज में नफरत फैलाने का सामान बेच रहे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी ऐसा ही फरेब करना सिखा रहे हैं। लेकिन देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के इस दोगलेपन को भली भांति जानती है और उनके बहकावे में नहीं आने वाली। कांग्रेस की रैली झूठ फैलाने, समाज को बांटने और सनातन को अपमानित करने के साथ शुरू हुई। कांग्रेस महात्मा गांधी, संविधान और बाबा साहब के नाम पर देश को बांटने का एजेंडा चला रही है। नकली गांधियों ने असली गांधी के विचारों की हत्या कर उन्हें अपमानित करने का काम किया है।

कांग्रेस ने कभी बाबा साहब को बढऩे नहीं दिया: आलोक
सांसद आलोक शर्मा ने कहा है कि डां अंबेडकर को कांग्रेस ने कभी भी आगे नहीं बढऩे दिया। कांग्रेस नेताओं ने 1952 में मुंबई में उन्हें चुनाव हराने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। यहां तक कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू उनके खिलाफ प्रचार के लिए दो बार मुंबई भी गए। इस चुनाव में नतीजा यह रहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर 15000 वोटो से चुनाव हार गए। उन्होंने कहा कि तरह 1957 में महाराष्ट्र के भंडारा के उप चुनाव में भी उन्हें हराने का काम कांग्रेस ने किया। कांग्रेस की यह सच्चाई जनता के सामने आना चाहिए। कहा कि कांग्रेस द्वारा संविधान निर्माता के बारे में फैलाये जा रहे भ्रम को भारतीय जनता पार्टी दूर करने का काम करेगी। भाजपा ने बाबा साहब को हमेशा से सम्मान देने का काम किया है।

गोरे देशों में अश्वेत लेखकों के साहित्य की कदर नहीं की जाती: नियाज
अपने विवादित ट्वीट को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले मप्र कैडर के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने नस्लभेद पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा-गोरे देशों में अश्वेत लेखकों के साहित्य की कदर नहीं की जाती है। अश्वेत होना अंग्रेजी साहित्य में बहुत बड़ी बाधा है। उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या काला रंग होना या अश्वेत होना अंग्रेजी साहित्य में अंतरराष्ट्रीय मुकाम हासिल करने में बाधक होना चाहिए? आईएएस नियाज खान ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर कहा-मैंने गोरे देशों में कई बुक भेजीं, पर अश्वेत होने के कारण वहां मेरे साहित्य की कदर नहीं हुई। मैंने 4 अंतरराष्ट्रीय नॉवेल भी लिखे, पर कोई भी अंतरराष्ट्रीय मुकाम हासिल नहीं कर पाया। गोरों के देश में सिर्फ उन गिने-चुने अश्वेत लेखकों को ही सफलता मिली, जो वहां जाकर रहे। खान ने लिखा कि अश्वेत होना अंग्रेजी साहित्य में बहुत बड़ी बाधा है।

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