बिना स्वीकृति बने आंगनवाड़ी भवन पर ताला — बच्चों की हकदारी से खिलवाड़ या सिस्टम की ढील?सीधी.

बिना स्वीकृति बने आंगनवाड़ी भवन पर ताला — बच्चों की हकदारी से खिलवाड़ या सिस्टम की ढील?

सीधी/रामपुर नैकिन:विशेष रिपोर्ट /बलराम पांडेय

जिला सीधी के रामपुर नैकिन जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत मोहनिया में बिना स्वीकृति और मानकों की अनदेखी करते हुए एक नव-निर्मित आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण कर दिया गया। यह चौंकाने वाला मामला महिला एवं बाल विकास विभाग की जांच में सामने आया है।

शिकायत संख्या 27906221 के अंतर्गत दिनांक 08.07.2024 को प्राप्त शिकायत की जांच में यह पाया गया कि ग्राम पंचायत द्वारा आंगनवाड़ी भवन का निर्माण बिना विभागीय जानकारी और स्वीकृति के कराया गया है।

महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा की गई जांच में स्पष्ट कहा गया कि न तो विभाग द्वारा कोई निर्माण स्वीकृत किया गया था,और न ही यह भवन भौगोलिक रूप से उपयुक्त स्थान पर स्थित है।भवन की गुणवत्ता व मानकों का भी उल्लंघन किया गया है।

जानकारी मिलने पर परियोजना अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि “इस केंद्र को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए। आवश्यक दस्तावेज और फोटो भेजे जाएं।”

अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जिन बच्चों के लिए पोषण, देखरेख और प्रारंभिक शिक्षा की यह आधारशिला होती है — क्या वे राजनीति और अनियमितताओं की बलि चढ़ेंगे?
क्या आंगनवाड़ी केवल ‘बजट खाने’ का जरिया बन चुकी है?

वहीं ग्रामीणों का कि “बिना बताए ये भवन बना दिया गया, कोई गुणवत्ता नहीं, कोई पूछने वाला नहीं!”

मंगल भारत का निष्कर्ष :

“आंगनवाड़ी” केवल एक भवन नहीं — वह हर बच्चे का पहला स्कूल, पहली सुरक्षा और पहली उम्मीद होती है।अगर ऐसे केंद्र बिना सोच-समझ के खड़े किए जाएंगे, तो फिर भविष्य की नींव कितनी मजबूत होगी?