भुवनेश्वर नगर निगम मुख्यालय में एक वरिष्ठ अधिकारी पर हमले के विरोध में राज्य भर के ओडिशा प्रशासनिक सेवा अधिकारियों द्वारा सामूहिक अवकाश के आह्वान के बीच कमिश्नरेट पुलिस ने गुरुवार को भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान को गिरफ़्तार कर लिया, जिनके समर्थकों ने अधिकारी पर हमला किया था.

नई दिल्ली: भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) मुख्यालय में एक वरिष्ठ नगर निगम अधिकारी पर हमले के विरोध में राज्य भर के ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) अधिकारियों द्वारा सामूहिक अवकाश के आह्वान के बीच कमिश्नरेट पुलिस ने गुरुवार (3 जुलाई) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता जगन्नाथ प्रधान को गिरफ्तार कर लिया. उनके जिनके समर्थकों ने अधिकारी पर हमला किया था
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, भुवनेश्वर स्थित भाजपा नेता प्रधान को देर शाम पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के कार्यालय में पेश होने के कुछ ही मिनटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया.
इस संबंध में भुवनेश्वर के डीसीपी जगमोहन मीना ने बताया, ‘उन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उन्हें अपराध और इस मामले में उनके खिलाफ मिले प्रथमदृष्टया सबूतों के बारे में बताया गया. हमने उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में भेज दिया.’
मालूम हो कि इससे पहले पुलिस ने ओएएस के एक अधिकारी पर कथित हमले के सिलसिले में में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी पर बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिसमें 109 (हत्या का प्रयास) भी शामिल है.
ज्ञात हो कि सोमवार को कुछ लोगों ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हमला किया था. इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में अधिकारी को छह से सात व्यक्तियों के एक समूह द्वारा बेरहमी से पीटते हुए और कार्यालय से बाहर घसीटते ले जाता हुआ देखा गया था. इसके अलावा रत्नाकर साहू को प्रधान से माफ़ी मांगने को भी कहा गया था.
हालांकि, पहले प्रधान ने इस घटना की निंदा की, लेकिन बाद में उन्होंने आरोप लगाया कि बीएमसी अधिकारी ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की रैलियों में शामिल होने के कारण महिला सफाई कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया. प्रधान ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने घटना के बारे में पूछताछ की, तो अधिकारी ने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया.
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर ओएएस एसोसिएशन और अन्य कर्मचारी संघ पिछले तीन दिनों से सामूहिक अवकाश पर हैं, जिससे राज्य भर के सरकारी कार्यालयों में प्रशासनिक कार्य ठप हो गया है.
बुधवार को ओएएस एसोसिएशन ने राज्य सरकार को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रधान की गिरफ्तारी की मांग की गई और उन्हें हमले के पीछे ‘मुख्य आरोपी और सरगना’ बताया गया.
ज्ञात हो कि इस घटना को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से दोषियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि यह घटना एक भाजपा पार्षद के सामने हुई, जो कथित तौर पर एक हारे हुए भाजपा विधायक उम्मीदवार से जुड़े हुए हैं. इस बीच प्रधान के समर्थकों ने उनकी गिरफ़्तारी के बाद डीसीपी कार्यालय के बाहर धरना दिया.
उल्लेखनीय है कि 56 वर्षीय प्रधान भुवनेश्वर भाजपा संगठन का एक जाना-माना चेहरा हैं, जो 2014 से भुवनेश्वर-मध्य विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना ही करना पड़ा है.
अपने चुनावी घोषणापत्र में खुद को व्यवसायी के रूप में उल्लेखित करने वाले प्रधान 2024 के विधानसभा चुनाव में मात्र 37 मतों से हार गए थे.