“सिहावल के शिक्षा विभाग में एरियर भुगतान के नाम पर घूसखोरी! संकुल प्राचार्य और BEO की मिलीभगत उजागर”

मंगल भारत:सिहावल/सीधी:सिहावल तहसील के शिक्षा विभाग में एक बार फिर से गंभीर अनियमितता और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, शिक्षकों को उनके DA एरियर, वेतन वृद्धि, नियत वेतन आदि के लंबित स्वत्व (बकाया भुगतान) दिलाने के एवज में संकुल प्राचार्य और विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) की मिलीभगत से घूस माँगने की परंपरा बन चुकी है।
जिला शिक्षा अधिकारी, सीधी द्वारा जारी आदेश (क्रमांक 315 / स्वत्व भुगतान / 2025 दिनांक 21.5.2025) में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि संकुल प्राचार्य के माध्यम से आए आवेदन बार-बार लंबित रखे जा रहे हैं। शिक्षकों से लेन-देन कर भुगतान की फाइलें आगे बढ़ाई जाती हैं, जिससे विद्यालयों में नाराजगी और अशांति का माहौल बना रहता है।
मुख्य बिंदु:
शिक्षकों से एरियर भुगतान के नाम पर घूस मांगी जा रही है।
संकुल प्राचार्य और BEO की मिलीभगत से यह भ्रष्टाचार संचालित हो रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र में कहा है कि यदि किसी कर्मचारी को उसका वैध भुगतान एक सप्ताह के भीतर नहीं दिया गया और शिकायत प्राप्त होती है, तो कठोर कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
संबंधित संकुल प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि वह सत्यापन के साथ सभी लंबित स्वत्वों का भुगतान सुनिश्चित कराएं।
प्रशासन को चेतावनी: पत्र के माध्यम से यह भी चेताया गया है कि यदि संबंधित प्राचार्य द्वारा निर्धारित समयावधि में भुगतान की व्यवस्था नहीं की गई, तो विकासखंड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
मंगल भारत निष्कर्ष:
सिहावल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के साथ हो रही इस प्रकार की घूसखोरी व देरीपूर्ण भुगतान प्रक्रिया से शिक्षकों का मनोबल टूट रहा है। यह न सिर्फ शिक्षकों के अधिकारों का हनन है, बल्कि शासन की नीतियों की अवहेलना भी। अब यह देखना होगा कि जिला शिक्षा अधिकारी के इस निर्देश के बाद क्या वाकई दोषियों पर कार्रवाई होती है या यह पत्र भी फाइलों में ही दबकर रह जाएगा।