कतरीकांड़ी शासकीय प्राथमिक विद्यालय की हालत बदहाल — एक ही कमरे में पढ़ रहे कक्षा 1 से 5 तक के छात्र.सीधी.

मंगल भारत सीधी:कतरीकांड़ी शासकीय विद्यालय की हालत बदहाल — एक ही कमरे में पढ़ रहे कक्षा 1 से 5 तक के छात्र.

स्थान: कतरीकांड़ी (मठहा), खिरखोरी, जिला सीधी (म.प्र.)

सरकारी घोषणाओं में शिक्षा की मजबूती की बात जरूर होती है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई उससे कोसों दूर है। सीधी जिले के ग्राम मठहा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला कतरीकांड़ी की हालत बेहद दयनीय है। विद्यालय की छत फूटी हुई है और भवन जर्जर हालत में है, जिससे बच्चों की शिक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है।

यहां कक्षा 1 से 5 तक के बच्चे अध्ययनरत हैं, लेकिन स्कूल में केवल एक ही कक्ष सुरक्षित है। इसके चलते सभी कक्षाओं के बच्चे एक ही कमरे में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। इससे बच्चों को न तो शांत वातावरण मिलता है और न ही शिक्षक किसी एक कक्षा पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।

शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन आज तक कोई निराकरण नहीं हुआ।
“हम बच्चों को अलग-अलग कक्षा में पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन कमरे की कमी के चलते सभी को एक साथ बैठाना पड़ता है। इससे बच्चों को काफी दिक्कत होती है।” – एक शिक्षक ने बताया।

बरसात में हालात और खराब हो जाते हैं —
छत से पानी टपकता है, फर्श गीला हो जाता है और कई बार कक्षा लग ही नहीं पाती। स्कूल की दीवारें भी जगह-जगह से टूटी हुई हैं और खिड़कियों-दरवाज़ों में जंग लग चुका है।

गांववासियों का आरोप है कि शिक्षा विभाग आंखें मूंदे बैठा है।
“कई बार आवेदन दिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्चों को मजबूरी में इसी हालात में पढ़ाई करनी पड़ रही है।” – एक अभिभावक ने कहा।

ग्रामीणों ने मांग की है कि

स्कूल भवन की तत्काल मरम्मत हो

अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया जाए

बच्चों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएं

मंगल भारत का निष्कर्ष:-

कतरीकांड़ी (मठहा) स्कूल की जर्जर हालत यह दर्शाती है कि ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। एक कमरे में पांच कक्षाएं चलना और फूटी छत के नीचे बच्चों का बैठना शिक्षा के अधिकार का खुला मज़ाक है। शासन-प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप कर सुधार की ज़रूरत है, वरना इन बच्चों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा।