मंगल भारत सीधी:SP की कार्रवाई: दोषी आरक्षक लाइन हाज़िर.

मामले की गंभीरता को देखते हुए सीधी SP द्वारा प्रधान आरक्षक नितेश प्रजापति को लाइन हाज़िर कर दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिसिया अमानवीयता पर पहली प्रशासनिक प्रतिक्रिया मानी जा रही है।
लेकिन आमजन का कहना है कि केवल लाइन हाज़िर करना नाकाफी है। “इतनी बर्बरता के बाद अगर सज़ा सिर्फ लाइन हाज़िरी है, तो यह न्याय नहीं, दिखावा है। आरोपी पर FIR दर्ज कर गिरफ्तारी होनी चाहिए, ताकि दूसरे पुलिसकर्मियों को भी सख्त संदेश जा सके.
चुरहट थाने में मानवता शर्मसार: युवक को चोरी के शक में बंधक बनाकर मारपीट, रिश्वत की मांग, IG से लगाई न्याय की गुहार.
चुरहट से विशेष रिपोर्ट:पुलिस पर भरोसा करने वाले लोगों के लिए सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र से आई ये खबर एक झटका है। चोरी की एक मामूली आशंका में पुलिस ने न केवल एक युवक को बिना कानूनी प्रक्रिया के उठाया, बल्कि उसे पूरी रात थाने में बंद कर बेरहमी से पीटा गया। यही नहीं, उससे ₹20,000 की अवैध वसूली की मांग भी की गई।
पीड़ित टिंकू पांडे की आपबीती:
घटना 9 जुलाई की दोपहर करीब 2 बजे की है। टिंकू पांडे अपने घर में आराम कर रहा था, जब हेड कांस्टेबल नितेश प्रजापति और एक आरक्षक उसके घर पहुंचे। उन्होंने उसकी दादी से कहा — “थाने चलना है, काली माता मंदिर से मूर्ति की आंख चोरी हुई है, CCTV फुटेज में कुछ चेहरों की पहचान करानी है।”
टिंकू का आरोप है कि उसे थाना परिसर के भीतर एक अलग कमरे में ले जाकर डंडों से मारा गया, गालियां दी गईं और कहा गया कि अगर ₹20,000 नहीं दिए तो उसे झूठे एनडीपीएस केस में फंसा दिया जाएगा।
गंभीर हालत में छोड़ा, अस्पताल में भर्ती:
पैसे न दे पाने की स्थिति में टिंकू को रातभर थाने में रखा गया और रात 2 बजे गंभीर हालत में उसके भाई के साथ छोड़ दिया गया। जब हालत ज्यादा बिगड़ी, तो परिजन उसे चुरहट अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर वरुण सिंह ने प्राथमिक उपचार किया और मेडिकल रिपोर्ट में मारपीट का उल्लेख किया। बाद में उसे रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया, जहां 6 दिन तक इलाज चला।
IG कार्यालय में शिकायत दर्ज:
टिंकू पांडे ने मामले की शिकायत रीवा स्थित पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में दर्ज कराई है। अधिकारी ने निष्पक्ष जांच और दोषियों पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
थाना प्रभारी ने साधी चुप्पी:
जब इस पूरे मामले में चुरहट थाना प्रभारी दीपक सिंह बघेल से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और बाद में कॉल उठाना भी बंद कर दिया।
इनका कहना है
इस गंभीर प्रकरण पर चुरहट विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेन्द्र अग्निहोत्री ने पुलिस पर सीधा हमला बोलते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।