ओडिशा: पुरी में नाबालिग लड़की को अगवा कर आग के हवाले किया गया, भाजपा सरकार पर सवाल उठे

ओडिशा के पुरी में शनिवार (19 जुलाई) की सुबह एक नाबालिग छात्रा को तीन अज्ञात युवकों ने आग के हवाले कर दिया. पुलिस का कहना है कि अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है और न ही अपराध के मकसद का पता चल पाया है. इस घटना के बाद एक बार फिर राज्य में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा को लेकर भाजपा सरकार पर दबाव बढ़ गया है.

नई दिल्ली: ओडिशा के पुरी में शनिवार (19 जुलाई) की सुबह एक नाबालिग छात्रा को तीन अज्ञात युवकों ने आग के हवाले कर दिया.

द टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक, आठवीं कक्षा की पढ़ाई छोड़ चुकी पीड़िता 70 प्रतिशत तक जल चुकी है और फिलहाल इलाज के लिए एम्स भुवनेश्वर में भर्ती है. अस्पताल की ओर से अगले 48 घंटे बेहद नाजुक बताए जा रहे हैं.

इस संबंध में पुलिस का कहना है कि अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है और न ही अपराध के मकसद का पता चल पाया है. इस घटना के बाद एक बार फिर राज्य में महिलाओं पर बढ़ती हिंसा को लेकर भाजपा सरकार पर दबाव बढ़ गया है.

मालूम हो कि मामला पुरी जिले के बयाबारा गांव का है, जो उप मुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाती परिडा के निमापारा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है. इस घटना के बाद उपमुख्यमंत्री के भुवनेश्वर स्थित आवास पर प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टमाटर फेंके.

प्रभाती परिडा ने घटना पर दुख जताते हुए एक सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ‘बलंगा में कुछ बदमाशों द्वारा सड़क पर एक 15 वर्षीय लड़की को आग लगाने की ख़बर सुनकर मैं दुःखी और स्तब्ध हूं. लड़की को तुरंत भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके इलाज की सभी व्यवस्था की जा रही हैं. इलाज का सारा खर्च सरकार वहन कर रही है. पुलिस को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.’

इस हमले को लेकर पीड़ित लड़की के पिता, जो एक गैराज के मालिक हैं ने किसी भी संभावित कारण से इनकार किया है.

उन्होंने कहा, ‘जब तक मैं अपनी बेटी से बात नहीं कर लेता, मैं कुछ नहीं कह सकता. उसे अस्पताल से बाहर आने दो. हम शांतिप्रिय लोग हैं और हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है.’

लड़की के चाचा ने अखबार को बताया, ‘हमारा कोई दुश्मन नहीं है, मुझे नहीं पता कि उस पर हमला क्यों किया गया.’

मालूम हो कि अभी एक सप्ताह पहले ही बालासोर में एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा और यौन उत्पीड़न पीड़िता ने न्याय न मिलने पर खुद को आग लगा ली थी.

इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि सरकार की निष्क्रियता और अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण ओडिशा महिलाओं के लिए असुरक्षित होता जा रहा है.
अखबार को सूत्रों ने बताया कि लड़की अपने घर से लगभग 500 मीटर दूर अपने एक रिश्तेदार के घर जा रही थी, तभी तीन युवक मोटरसाइकिल से उसका पीछा करने लगे. उन्होंने भार्गवी नदी के पास एक सुनसान जगह पर उसे रोक लिया.

सूत्रों ने आगे बताया, ‘युवक लड़की को घसीटकर पास की एक जगह पर ले गए, रूमाल से उसका मुंह बंद करने की कोशिश की, उस पर ज्वलनशील पदार्थ (संभवतः मिट्टी का तेल) डाला और आग लगा दी. पीड़िता मुंह बंद होने के बावजूद वह चीखने-चिल्लाने में कामयाब रही और हमलावर भाग गए.’

इसके बाद कपड़ों में आग लगने के कारण लड़की पास के एक घर में भागी, जहां एक 50 वर्षीय महिला ने आग बुझाई और उसे प्राथमिक उपचार दिया.

बुज़ुर्ग महिला ने बाद में पत्रकारों को बताया, ‘लड़की ने मुझे बताया कि अपराधी उसे नदी किनारे उठा ले गए थे.’

इस संबंध में पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने कहा, ‘हमने अपराधियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम बनाई है.’

गौरतलब है कि पुलिस ने अस्पताल में लड़की का बयान दर्ज किया है. उन्होंने घटनास्थल से केरोसिन की दो बोतलें और एक चांदी की अंगूठी ज़ब्त की है.

विपक्षी बीजू जनता दल ने लड़की के लिए न्याय की मांग को लेकर एम्स के सामने प्रदर्शन किया.