राजस्थान: सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कम से कम सात बच्चों की मौत, कई घायल

राजस्थान में झालावाड़ ज़िले के पीपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की इमारत गिर गई जिसमें सात बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए. इस बीच, राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दुर्घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाएगी.

नई दिल्ली: राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार (25 जुलाई) को एक सरकारी स्कूल की इमारत गिर गई, जिसमें सात बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह घटना जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी सरकारी स्कूल में उस समय हुई जब बच्चे कक्षाएं ले रहे थे.

झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया, ‘चार बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए. दस बच्चों को झालावाड़ रेफर किया गया है, जिनमें से तीन से चार की हालत गंभीर है.’

पुलिस ने बताया कि शिक्षकों और ग्रामीणों की मदद से बच्चों को मलबे से बाहर निकाला गया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सुबह लगभग 8:30 बजे, छात्र पहुंचे ही थे और सुबह की प्रार्थना के लिए जा रहे थे, तभी स्कूल की इमारत के एक कमरे की छत गिर गई. लगभग 19 बच्चे मलबे में दब गए और गंभीर रूप से घायल हो गए. ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ की मदद से बच्चों को एक-एक करके मलबे से बाहर निकाला गया.

डांगीपुरा थाने के एएसआई अब्दुल हकीम ने अखबार को बताया कि मरने वाले छात्रों की उम्र 14 से 16 साल के बीच है.

जिला प्रशासन, पुलिस और शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया.

प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण स्कूल की इमारत की कमज़ोर हालत के कारण यह हादसा हुआ.

एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इमारत जर्जर हालत में थी और इस संबंध में पहले भी कई शिकायतें दर्ज की जा चुकी थीं.

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दुर्घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने और बच्चों को उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

उन्होंने कहा, ‘झालावाड़ के पिपलोदी गांव में एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी जहां एक स्कूल की छत गिर गई. मैंने ज़िला कलेक्टर और शिक्षा अधिकारी को उपचार के सभी प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.’

मंत्री ने कहा, ‘मैं इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच करवाऊंगा.’