बिहार में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’, चुनाव आयोग ने वोट चोरी के आरोपों को ‘राजनीति’ बताया

रविवार को एक ओर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत कर एक बार फिर भाजपा और चुनाव आयोग पर ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया. तो वहीं दूसरी ओर भारत के चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया.

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार (17 अगस्त) को बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की है. यह यात्रा बिहार में चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के विरोध में निकाली जा रही है. इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ महागठबंधन की सभी पार्टियों के नेता भी शामिल होंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी की यह यात्रा 17 अगस्त से एक सितंबर तक चलेगी. इसमें वह 20 से अधिक ज़िलों में क़रीब 1300 किलोमीटर की यात्रा करेंगे.

महागठबंधन का आरोप है कि चुनाव आयोग उसके समर्थक मतदाताओं का वोट चोरी कर रहा है.

इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ‘वोट चोरी’ का आरोप लगाया.

राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग मिलकर ‘वोट चोरी’ कर रहे हैं और ‘बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (एसआईआर) वोट चोरी करने की कोशिश’ है.

राहुल गांधी ने कहा, ‘पूरे हिंदुस्तान में विधानसभा के चुनाव, लोकसभा के चुनाव चोरी किए जा रहे हैं और इनकी आखिरी साजिश है कि बिहार में एसआईआर करके नए वोटरों को जोड़कर, वोटरों को काटकर ये बिहार का चुनाव चोरी करें. हम इन्हें ये चुनाव चोरी नहीं करने देंगे.’

मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा

इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ये बहुत खतरनाक हैं. आप लोग जब तक गद्दी से नहीं हटाते हैं, तब तक आपका वोट, आपकी आजादी और संविधान सुरक्षित नहीं रहेगा. इसलिए भाजपा को गद्दी से हटा दो. बिहार यह काम कर सकता है.’

खरगे ने सासाराम में कहा कि यह भूमि राम बाबू जगजीवन राम की कर्मभूमि रही है, जहां से वे भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे और मीरा कुमार दो बार सांसद बनीं- ये सब कांग्रेस की देन है.

अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘कांग्रेस सबको समान दृष्टि से जोड़ती है और वोट के अधिकार की रक्षा के लिए लड़ रही है. हम लोग सिर्फ चुनाव के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं. संविधान बचाने के लिए लड़ रहे हैं. वोट की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं. ये वोट काट-काटकर अपनी हुकूमत चलाना चाहते हैं. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना है. इसलिए सभी मजबूती के साथ गठबंधन के लोगों के साथ रहिए. ये सरकार जरूर बदलेगी. इनका कोई अस्तित्व नहीं रहेगा. आपके सहयोग से बिहार में भी सरकार बदलेगी.’

खरगे ने सवाल उठाया कि जो आरएसएस आज़ादी के खिलाफ था, वे देश की सेवा कैसे कर सकते हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर मोदी लाल किले से बोलते हैं, तो उनकी आत्मा खुद उनसे सवाल करती होगी.

तेजस्वी का दावा-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग बिहारियों को ‘चूना’ लगाना चाहते हैं

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू होने से पहले हुई सभा को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने संबोधित किया.

तेजस्वी यादव ने कहा, ‘लोहिया और लालू कहते रहे हैं कि वोट का राज मतलब, छोट का राज. हमारे संविधान में बाबा साहब आंबेडकर ने सबको एक वोट देने का समान अधिकार और ताकत दी है. चाहे वह कोई ताकतवर व्यक्ति हो या फिर ग़रीब आदमी हो.’

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘कई जीवित लोगों का नाम काट दिया गया और बताया गया कि वो मृत हैं. राघोपुर विधानसभा से हम चुनकर आते हैं और यहां कई लोगों को मृत बता दिया गया है, हालांकि वह लोग जीवित हैं.’

तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हम लोगों ने उन लोगों को सुप्रीम कोर्ट भेजा और पेश किया कि इलेक्शन कमीशन स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहा है.’
उन्होंने दावा किया, ‘चुनाव आयोग ने जिन्हें मृत घोषित किया था, उनके साथ हमने चाय पी. बिहार लोकतंत्र की जननी है और लोकतंत्र की जननी से लोकतंत्र महागठबंधन के लोग ख़त्म होने नहीं देंगे.’

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि ‘वोटर लिस्ट से नाम कटा तो फिर पेंशन से नाम काटेंगे. राशन से नाम काटेंगे. ये एक बड़ी साज़िश है. अपने वोटों की हिफ़ाज़त हम सबको करनी है.’

तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सबसे युवा प्रदेश बिहार के नौजवानों की जवानी बर्बाद कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इलेक्शन कमीशन बिहारियों को ‘चूना’ लगाना चाहते हैं. हम कहना चाहते हैं बिहारियों को कमजोर मत समझो. बिहार में हम लोग बेईमानी नहीं होने देंगे.’

ये एसआईआर के खिलाफ लड़ाई है: लालू यादव

गौरतलब है कि इस यात्रा की शुरुआत से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा कि ये एसआईआर के खिलाफ लड़ाई है.

उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘हम एसआईआर के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. ये संभव होने नहीं देंगे. तेजस्वी और राहुल गांधी यात्रा पर जा रहे हैं. इस समय देश में बहुत बुरा हाल है.’

वहीं, जनसभा को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा, ‘चोरों को हटाइए, भाजपा को भगाइए, हमारी पार्टी को जिताइए.’

चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस

गौरतलब है कि विपक्ष की ओर से ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाए जाने के बीच रविवार को भारत के चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा, ‘कानून के तहत हर राजनीतिक दल का जन्म चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन से ही होता है, तो फिर चुनाव आयोग उन्हीं राजनीतिक दलों में भेदभाव कैसे कर सकता है.’

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति की जा रही है. चुनाव आयोग के लिए न तो कोई विपक्ष है, न तो कोई पक्ष है, सब समकक्ष हैं.

चुनाव आयोग के मुताबिक राजनीतिक दलों की मांग को देखते हुए ही स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू की गई है.

इश संबंध में ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘लगभग सभी राजनीतिक दल मतदाता सूची में त्रुटियों की सुधार की मांग करते रहे हैं. इसी मांग को पूरा करने के लिए ही चुनाव आयोग ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न यानी एसआईआर की शुरुआत बिहार से की है.’

बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, ‘एसआईआर की प्रक्रिया में सभी मतदाता, बूथ लेवल ऑफिसर्स और सभी राजनीतिक दलों द्वारा नामित 1.6 लाख बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) ने मिलकर एक प्रारूप सूची तैयार की है.’

उन्होंने बताया कि हर बूथ पर जब ये प्रारूप सूची तैयार की जा रही थी, तो सभी दलों के बूथ लेवल एजेंट्स ने उसे हस्ताक्षर के साथ सत्यापित किया.