गाय को जीएसटी-फ्री बताना = कटाई का अप्रत्यक्ष अनुमोदन? मोहन सरकार दे जवाब.सीधी.

गाय को जीएसटी-फ्री बताना = कटाई का अप्रत्यक्ष अनुमोदन? मोहन सरकार दे जवाब.

शिवसेना ने पोस्टर पर* *गोबर-मिट्टी पोतकर जताया आक्रोश.

सीधी। हाल ही में जारी राजपत्र में गोवंश को जीएसटी-फ्री श्रेणी में शामिल किए जाने को लेकर शिवसेना इकाई सीधी ने प्रदेश सरकार पर सीधा हमला बोला है।
शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय का कहना है कि जिस सूची में मछली, मुर्गा और अन्य जानवरों को कटान व सप्लाई श्रेणी में रखा गया है, उसी में गौमाता का उल्लेख हिंदू आस्था के साथ खुला विश्वासघात है। श्री पांडेय ने सवाल दागा
जब सरकार हिंदुत्व और गौ-रक्षा की बात करती है, तो फिर गौवंश को इस सूची में शामिल करना किस मानसिकता का परिणाम है?
क्या “गाय को जीएसटी-फ्री” बताना उसकी कटाई को वैधानिक समर्थन नहीं है?

शिवसेना ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के पोस्टर पर गोबर व मिट्टी पोतकर कड़ा विरोध दर्ज किया और साफ चेतावनी दी –

“पोस्टरबाज़ी नहीं, अब असली कार्रवाई चाहिए।””बीजेपी-कांग्रेस की मिलीभगत: संसद में सहमति, बाहर आकर नौटंकी

“राजपत्र का फैसला तुरंत वापस लो, वरना शिवसेना सड़क से संसद तक आंदोलन करेगी।”
शिवसेना ने ऐलान किया कि यदि सरकार ने इस निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया, तो शिवसेना प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़कर सत्ता में बैठे लोगों के दोहरे चरित्र को जनता के सामने लाएगी।
इस बीच प्रमुख रूप से संभाग उपाध्यक्ष प्रदीप विश्वकर्मा संभाग संयोजक संत कुमार केवट जिला अध्यक्ष बेनाम सिंह बघेल उर्फ भोले जिला उपाध्यक्ष राजीव मिश्रा,जिला सहसंयोजक संदीप सिंह चौहान उर्फ मोनू ,सीधी विधानसभा कोषाध्यक्ष लाल वर्मा, नगर अध्यक्ष जैनेंद्र सिंह चौहान उर्फ मुन्ना ,नगर सह संयोजक राजन मिश्रा, युवा सेना सहसचिव रवियादव, युवा उपाध्यक्ष सुनील विश्वकर्मा शाहिद के शिव सैनिक रहे मौजूद.