डेंटिंग-पेंटिंग कर देंगे, जहन्नुम भेज देंगे- योगी आदित्यनाथ के तीखे बयानों की बौछार, मुस्लिम समुदाय पर सीधा निशाना

आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम समुदाय पर सीधा हमला बोल दिया है. उन्होंने समुदाय विशेष को ‘पीटने’ और ‘जहन्नुम भेजने’ तक की धमकी दी.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुआ ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर विवाद अब देशभर में फैल गया है. कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोग पोस्टर, स्टिकर और सोशल मीडिया स्टेटस लगाकर ‘आई लव मुहम्मद’ मुहिम से जुड़ रहे हैं.

ज्ञात हो कि विवाद की शुरुआत 4 सितंबर को हुई थी, जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में पैग़ंबर मुहम्मद की जयंती पर आयोजित जुलूस के दौरान ‘आई लव मुहम्मद’ के पोस्टर लगाने पर कानपुर पुलिस ने कुछ मुस्लिम युवकों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया था.

पुलिस की यह कार्रवाई उस वक़्त हुई जब दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों ने इसे ‘उकसावे की नई परंपरा’ बताते हुए आपत्ति जताई थी. हालांकि पुलिस ने सफाई दी थी कि कार्रवाई पोस्टर को लेकर नहीं थी, बल्कि इसलिए की गई क्योंकि पोस्टर उस जगह लगाए गए थे जिसे परंपरागत रूप से दूसरे समुदाय के बैनरों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों से भी इस तरह की खबरें सामने आईं, जिनमें बरेली और गांधीनगर शामिल है.

एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (एपीसीआर) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 24 सितंबर तक चार राज्यों में कम से कम 21 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें 1,300 से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं और 38 गिरफ्तारियां हुई हैं.

सीएम आदित्यनाथ के ‘बिगड़े बोल’

अभी मामला ठण्डा भी नहीं हुआ था कि इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखे बयानों की झड़ी लगा दी. आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई सारे वीडियो साझा किए जिसमें वह समुदाय विशेष पर निशाना साधते नज़र आ रहे हैं.

इस कड़ी में उन्होंने सबसे पहला पोस्ट ‘आई लव मुहम्मद’ को लेकर बरेली में हुए बवाल के बाद किया.

बरेली में शुक्रवार (26 सितंबर) को जुमे की नमाज़ के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख, मौलाना तौकीर रज़ा के आह्वान के बाद ‘आई लव मुहम्मद’ अभियान के समर्थन में प्रदर्शन होने थे. प्रदर्शनस्थल पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, लेकिन प्रशासन की अनुमति न मिलने के कारण आख़िरी समय में मौलाना रज़ा ने इस प्रदर्शन को रद्द करने का ऐलान कर दिया था. बाद में यह प्रदर्शन पुलिस और भीड़ के बीच टकराव में बदल गया.

बरेली पुलिस ने मौलाना तौकीर रज़ा सहित हिंसा में शामिल कई लोगों को हिरासत में ले लिया है.

मौलाना रज़ा और समुदाय विशेष पर निशाना साधते हुए 27 सितंबर को यूपी सीएम ने कहा, ‘कल बरेली में एक मौलाना भूल गया था कि उत्तर प्रदेश में किसकी सरकार है. ऐसा सबक सिखाएंगे कि आने वाली पीढ़ी दंगा करना भूल जाएगी.’
मुसलमानों द्वारा बरेली में प्रदर्शन करने को लेकर उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी बुरी आदतें जाती नहीं है लोगों की, तो उसके लिए उनकी डेंटिंग पेंटिंग करवानी पड़ती है क़ायदे से, जिससे की हम उनकी बुरी आदतें ठीक कर सके.’

वहीं एक अन्य पोस्ट में आदित्यनाथ एक समुदाय विशेष (मुसलमानों) को बरेली जैसे पीटने की धमकी देते नज़र आ रहे हैं.

वह कहते हैं, ‘जो भी क़ानून को अपने हाथ में लेगा और राह चलते राहगीर पर हमला करेगा, बेटी की सुरक्षा पर सेंध लगाने का कार्य करेगा, व्यापारिक अनुष्ठानों में आगजनी का प्रयास करेगा,पर्वों और त्योहारों में पथराओ करेगा, उसे बिना मांगे जहन्नुम में जाने का टिकट हम काटकर दिला देंगे.’

उन्होंने आगे कहा, ‘विकास में जब हर व्यक्ति की भागेदारी सुनिश्चित की गई है, कल्याणकारी योजनाओं में बिना किसी भेदभाव के लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है, बिना भेदभाव के युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, तो फिर ये अराजकता क्यों? कुछ चंद लोगों को माहौल खराब करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए. ये वही लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश की भ्रष्ट सरकारों के साथ मिल कर राज्य की पहचान को लेकर संकट खड़ा किया था और इसे बीमारू राज्य बना दिया था. ये वही लोग हैं जिनके दंगों के कारण प्रदेश में कोई निवेश नहीं आता था और विकास का कार्य नहीं हो पाता था.’

वह आगे कहते हैं, ‘आज जब पिछले साढ़े आठ सालों से उनकी मंशा पूरी नहीं हुई, अब वे नए नए तौर तरीके अपनाने का कार्य कर रहे हैं. लेकिन उन्हें याद रखना होगा कि वे जब भी दुस्साहस करेंगे, तब ऐसे ही पीटे जाएंगे जैसे बरेली के अंदर पीटा गया था.’
एक तरफ़ योगी कह रहे हैं कि राज्य के विकास में जब हर व्यक्ति की भागेदारी सुनिश्चित की गई है, वहीं दूसरी तरफ़ तमाम तरह के अपराध और राज्य में पूर्व में हुए दंगों को वे एक समुदाय से जोड़ रहे हैं. राज्य में होने वाले सभी अपराधों के लिए वह एक समुदाय को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, और खुले आम मंच से उन्हें पीटने और जहन्नुम में भेजने की धमकी दे रहे हैं.

एक अन्य पोस्ट में समुदाय विशेष के लिए योगी कहते हैं, ‘लातों के भूत बातों से नहीं मानते. इनको लगता है सरकार अब भी इनके सामने झुक कर काम करेगी. लेकिन डबल इंजन की सरकार इन गद्दारों और देशद्रोहियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करेगी.’

मुसलमानों द्वारा आई लव मुहम्मद के पोस्टर लिए जाने को लेकर योगी कहते हैं, ‘इन मूर्खों को यह भी नहीं पता कि आस्था के प्रतीकों को प्यार नहीं बल्कि सम्मान दिया जाता है. और आस्था चौराहे पर प्रदर्शन करने की वस्तु नहीं बल्कि अंतःकरण का विषय होता है. छोटे-छोटे बच्चों को जिनके हाथों में कलम होनी चाहिए, जिनके हाथों में नोटबुक होनी चाहिए, विज्ञान और गणित की पुस्तकें होनी चाहिए, उनके हाथों में चौराहे पर आई लव मुहम्मद का पोस्टर थमाकर अराजकता फैला रहे हैं. इनको यह भी नहीं मालूम कि उनकी जिंदगी तो बर्बाद है ही लेकिन इन बच्चों की भी जिंदगी ये लोग बर्बादइसके बाद समुदाय विशेष पर निशाना साधते हुए एक अन्य पोस्ट में यूपी सीएम कहते हैं, ‘लव-जिहाद, धर्मांतरण और गो-तस्करी जैसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के प्रति हमें सतर्क रहना होगा, अगर कहीं कोई भूल से भी इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त है, उसकी सूचना ससमय पुलिस और प्रशासन को उपलब्ध करवाइए, उपचार की व्यवस्था हम स्वयं कर लेंगे.’करने पर उतारू हैं.’
एक अन्य पोस्ट में वह कह रहे हैं, ‘कुछ लोग रहते भारत में हैं, लेकिन ‘गजवा-ए-हिंद’ का नारा देकर भारत के अंदर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का दूषित कार्य कर रहे हैं. भारत में ‘गजवा-ए-हिंद’ का सपना देखना उनके लिए जहन्नुम जाने के टिकट का रास्ता पैदा कर देगा.’

उल्लेखनीय पहलू यह भी है कि सीएम आदित्यनाथ के ये सारे बयान उस भाषण का हिस्सा हैं, जो उन्होंने 28 सितंबर को बलरामपुर जनपद में 825 करोड़ रुपये की लागत की 124 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण के दौरान दिया.

इससे पहले शनिवार (27 सितंबर) को एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि ‘हिंदुओं के त्योहारों के दौरान अगर किसी ने सड़कों पर प्रदर्शन करके उपद्रव करने का दुस्साहस किया, तो चेतावनी दे रहा हूं, उनको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.’
उसी दिन एक अन्य पोस्ट योगी ने लिखा, ‘जो लोग आई लव मुहम्मद कहकर अव्यवस्था, आगजनी और तोड़फोड़ का सहारा ले रहे हैं, उन्हें मालूम है कि यह शारदीय नवरात्रि है, ‘चण्ड-मुण्ड’ बनकर कार्य करोगे तो मां भगवती कभी बर्दाश्त करने वाली नहीं हैं.’